Punjab News: गिद्दड़बाहा उपचुनाव को लेकर शिअद की तैयारियां शुरू, खुद मैदान में उतर सकते हैं सुखबीर बादल; दिए संकेत
Giddarbaha By-Election पंजाब के गिद्दड़बाहा उपचुनाव में शिरोमणि अकाली दल की तैयारियां शुरू हो गई हैं। पार्टी प्रधान इस बार खुद मैदान में उतर सकते हैं। लंबी में जैसे लोकसभा चुनाव में लीड प्राप्त की। इसी तरह हमने गिद्दड़बाहा में भी फतेह हासिल करनी है। सुखबीर गांव बादल में लंबी हलके के लोगों तो धन्यवाद कार्यक्रम में संबोधित कर रहे थे।
राजिंदर पाहड़ा, लंबी (श्री मुक्तसर साहिब)। लुधियाना से कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग के सांसद बनने के बाद विधानसभा हलका गिद्दड़बाहा में उपचुनाव को लेकर शिअद ने तैयारियां शुरू कर की दी हैं।
गिद्दड़बाहा से खुद चुनाव लड़ने के सुखबीर ने संकेत भी दिए हैं। हालांकि इसकी सुखबीर ने घोषणा नहीं की परंतु बातों बातों में यह कह गए हैं कि गिद्दड़बाहा हमारा गढ़ रहा है।
गिद्दड़बाहा में करनी है फतेह: सुखबीर बादल
लंबी में जैसे लोकसभा चुनाव में लीड प्राप्त की। इसी तरह हमने गिद्दड़बाहा में भी फतेह हासिल करनी है। सुखबीर गांव बादल में लंबी हलके के लोगों तो धन्यवाद कार्यक्रम में संबोधित कर रहे थे। बता दें कि स्व. बादल गिद्दड़बाहा से पांच व पूर्व वित्त मंत्री मनप्रीत बादल चार बार गिद्दड़बाहा से विधायक रह चुके हैं।
परंतु पिछले तीन चुनाव में शिअद लगातार कांग्रेस के राजा वड़िंग से हारता आ रहा है। अब कांग्रेस के पास राजा वड़िंग के बाद कोई सशक्त नेता नहीं है। ऐसे में अगर सुखबीर स्वयं चुनाव मैदान में उतरते हैं तो यहां शिअद मजबूती के साथ चुनाव लड़ सकती है।
शिअद ही पंजाबियों की आकांक्षाओं को कर सकता है पूरा: सुखबीर
अपने संबोधन में राज्य में अकाली दल की हार का जिक्र करते हुए सुखबीर ने कहा कि हमें यह समझने की जरूरत है कि हमारे राज्य में क्या सही है। अकाली दल पंजाब के अधिकारों के लिए हमेशा लड़ता रहेगा और मैं लोगों से अपनी क्षेत्रीय पार्टी को मजबूत करने की अपील करता हूं। एकमात्र अकाली दल ही पंजाबियों की आकांक्षाओं को पूरा कर सकता है। हमने उपचुनाव में गिद्दड़बाहा से जीत का परिचम लहराने के साथ साथ 2027 में भी अपनी क्षेत्रिय पार्टी को मजबूत करना है।
सुखबीर बादल ने AAP पर भी जमकर साधा निशाना
हरसिमरत कौर बादल ने कहा कि किस तरह से आम आदमी पार्टी और कांग्रेस पार्टी ने उन्हें लोकसभा चुनाव में हराने के लिए आपस में मिलीभगत की और यहां तक कि भारतीय जनता पार्टी भी इसमें शामिल हो गई। दिल्ली स्थित पार्टियां अकाली दल को तबाह करना चाहती हैं क्योंकि वे राज्य के पानी को लूटना चाहती हैं और इसे राजधानी बनने से रोकना चाहते हैं।
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उन्होंने कहा कि अकाली दल एमएसपी को कानूनी अधिकार बनाने का प्रयास करके किसानों के लिए न्याय की लड़ाई लड़ने के लिए प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने संसदीय चुनावों में आप पार्टी की करारी हार के साथ राज्य पर शासन करने का जनादेश खो दिया है। उन्हें तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए।