Punjab News: सीबीआई अधिकारी बनकर ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़, मुक्तसर से कई गिरफ्तारियां
हरियाणा के एक सेवानिवृत्त मेजर जनरल से 83 लाख रुपये की ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। इस गिरोह के अधिकांश सदस्य पंजाब के मुक्तसर जिले से हैं। मुख्य आरोपी कार्तिक ठगी के एक मामले में हाल ही में मुंबई की जेल से छूटकर आया है। गिरोह ने लोन दिलाने के नाम पर मुक्तसर के रुपाणा में स्थित एचडीएफसी बैंक की शाखा में 8 नए खाते खुलवाए थे।
राजिंदर पाहड़ा, श्री मुक्तसर साहिब। सीबीआई अधिकारी बनकर हरियाणा के पंचकूला निवासी सेवानिवृत्त मेजर जनरल प्रबोध चंद्र पुरी को डिजिटल अरेस्ट कर 83 लाख रुपये ठगने वाले अधिकांश आरोपित मुक्तसर से हैं।
इस संबंध में अभी तक मुकेश व सुमन रानी की गिरफ्तारी हुई है। मुख्य आरोपित कार्तिक भी मुक्तसर का रहने वाला है और बताया जाता है कि वह ठगी के केस में कुछ दिन पहले ही मुंबई की जेल से छूटकर आया है।
कार्तिक ही है मास्टरमाइंड
कार्तिक ही फर्जी सीबीआई अधिकारियों की टीम तैयार करता था। पुलिस को संदेह है कि वह विदेश भाग सकता है। ठगों के इस समूह ने अकेले पंचकूला के सेवानिवृत्त सैन्य अधिकारी को ही नहीं, दिल्ली, आंध्र प्रदेश व मुंबई में भी कई और लोगों को भी अपने जाल में फंसाकर उनके खातों से पैसे ट्रांसफर करवाए हैं।यह भी पढ़ें- पंजाब में सख्ती के बाद भी नहीं थम रहीं पराली जलाने की घटनाएं, कुल 2466 मामले, 1473 FIR; 2 SHO पर कार्रवाईठगों ने लोन दिलाने के नाम पर मुक्तसर के रुपाणा में स्थित एचडीएफसी बैंक की शाखा में आठ नए खाते खुलवाए और इन्हीं खातों से देश के विभिन्न हिस्सों से ठगी के पैसों का आदान-प्रदान किया। गत 15 दिन में ही इन खातों से ठगी के एक करोड़ रुपये निकाले गए। ये बैंक खाते दिहाड़ी मजदूरी करने वाले लोगों के हैं।
25 अक्टूबर को पुलिस ने पंचकूला में मारा था छापा
आईओ ने बताया कि जांच में पता चला कि मेजर जनरल से ठगे पैसे नवी मुंबई में आइडीएफसी फर्स्ट बैंक की शाखा में ट्रांसफर हुए थे और वहां से पैसे मुक्तसर में रुपाणा स्थित एचडीएफसी बैंक में सुमन रानी के नए खोले गए खाते में डाले गए। 25 अक्टूबर को पंचकूला पुलिस ने रुपाणा के एचडीएफसी बैंक में छापा मारा तो वहां मुकेश कुमार बैंक में पैसे निकलवाता पाया गया।
उसे गिरफ्तार कर लिया गया। मुकेश गत कुछ दिनों में तीन चेक लगाकर एक करोड़ रुपये इस अकाउंट से निकाल चुका है। सुमन को गिरफ्तार कर उसके घर से तीन हजार रुपये की राशि बरामद कर ली गई। सुमन को यह राशि अपने अकाउंट में पैसे ट्रांसफर करवाने के लिए मिली थी।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।