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Muktsar News: पहले डाउनलोड कराई बैंक की एप, फिर डलवाया क्रेडिट कार्ड नंबर और बस नौसरबाज ने उड़ा लिए 48 हजार रुपये

मुक्तसर में एक युवत को फोन करके नौसरबाज ने खुद को बैंक का कर्मचारी बता निजी बैंक की एक एप्लीकेशन डाउनलोड करवा के क्रेडिट कार्ड से बात करते करते दो मिनट में 48 हजार 600 रुपये उड़ा लिए। हरप्रीत कौर ने बताया कि दो दिन पहले उसे 9142067274 नंबर पर फोन कॉल आई। फोन करने वाले व्यक्ति ने कहा कि वह आईसीआईसीआई बैंक से बात कर रहा है।

By Jagran News Edited By: Nidhi Vinodiya Updated: Tue, 06 Feb 2024 08:44 PM (IST)
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पहले डाउनलोड कराई बैंक की एप, फिर डलवाया क्रेडिट कार्ड नंबर और बस नौसरबाज ने उड़ा लिए 48 हजार रुपये
जागरण संवाददाता, श्री मुक्तसर साहिब। मुक्तसर में एक युवत को फोन करके नौसरबाज ने खुद को बैंक का कर्मचारी बता निजी बैंक की एक एप्लीकेशन डाउनलोड करवा के क्रेडिट कार्ड से बात करते करते दो मिनट में 48 हजार 600 रुपये उड़ा लिए। ऑनलाइन ठगी का शिकार युवती हरप्रीत कौर मुक्तसर की रहने वाली है और प्राइवेट नौकरी करती है। पीड़िता ने एसएसपी दफ्तर में लिखित शिकायत देकर आरोपित को काबू कर उसके पैसे वापस दिलाने की मांग की है।

इस नंबर से आई थी कॉल

हरप्रीत कौर ने बताया कि वह प्राइवेट और उसकी माता सरकारी नौकरी करती है। माता के बैंक अकाउंट के नाम पर ही क्रेडिट कार्ड बनाया हुआ है। दो दिन पहले उसे 9142067274 नंबर पर फोन कॉल आई। फोन करने वाले व्यक्ति ने कहा कि वह आईसीआईसीआई बैंक से बात कर रहा है। उसने कहा कि मैडम आपके अकाउंट में एक स्कीम ओपन हो गई है जिससे अकाउंट से चार हजार रुपये मासिक काटे जाएंगे। 

खाते से 48 हजार 600 रुपये निकाले

अगर आप उसे बंद करना चाहते हैं तो आप मोबाइल पर अकाउंट सर्विस ओपन करें और आईसीआईसीआई बैंक की एक एप्लीकेशन डाउन डाउन करें। जिसे उसने डाउनलोड किया और उक्त व्यक्ति के कहने पर एप्लीकेशन में अपने क्रेडिट कार्ड का नंबर व सीवीवी नंबर ऐड कर दिया। जिसके बाद बात करते करते ही दो मिनट में उसके खाते से 48 हजार 600 रुपये निकाल लिए गए।

बातों से नहीं पकड़ पाया ठगबाज को

हरप्रीत ने बताया कि उक्त व्यक्ति उसके अकाउंट की पूरी डिटेल जानता था। उसे यह भी पता था कि उसके क्रेडिट कार्ड में 48 हजार 600 रुपये हैं। उसने पैसे काटने से पहले उसे खुद बताया था कि क्रेडिट कार्ड में कितनी राशि शेष है। हरप्रीत ने कहा कि लोग बैंक पर यकीन करते हैं। जिस तरह व्यक्ति बात कर रहा था। उससे उसे एक पल के लिए भी नहीं लगा कि वह कोई ठगबाज होगा। 

बैंक कर्मचारी की तरह की बात कर रहा था। हरप्रीत ने बताया कि उसने अपने स्तर पर जांच करवाई तो पता चला है कि उसके पैसे एचडीएफसी बैंक में ट्रांसफर हुए हैं। उसने बताया कि पैसे कटने के बाद नौसरबाज ने फोन बंद कर लिया लेकिन उसका व्हाट्सएप नंबर दो दिन तक ऑन रहा। हरप्रीत ने एसएसपी को लिखित शिकायत देकर मांग की है कि ऐसे नौसरबाजों पर कड़ी कार्रवाई की जाए। ताकि यह भोले भाले लोगों को ठगी का शिकार न बना सके।

बैंक अकाउंट से संबंधित जानकारी शेयर न करें- एड वीपी धीर

एडवोकेट वीपी धीर ने कहा कि सरकार और बैंक भी विज्ञापनों व अन्य साधनों के माध्यम से लोगों को जागरुक करते हैं कि बैंक किसी भी खाताधारक से फोन पर अकाउंट से संबंधित जानकारी नहीं पूछता। बावजूद लोग अगर नौसरबाजों के फोन करने पर अपने बैंक अकाउंट से संबंधित जानकारी साझी कर रहे हैं तो उन्हें ऐसा करना से बचना चाहिए।

लोगों की छोटी सी गलती उनके खातों से लाखों रुपये निकलवा देती है और लोग ठगी का शिकार होकर रह जाते हैं। ऐसा बैंक के नाम पर किसी भी तरह का फोन आए तो उससे जानकारी शेयर न करें। सीधा बैंक जाकर उस संबंधित कंफर्म करें। देखने में आता है कि ज्यादातर महिलाएं ही ऐसी ठगी का शिकार हो रही हैं।

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