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Punjab News: सड़कें बन गईं झील, गलियों में घुटनों तक भरा पानी... मानसून की पहली बारिश में ही धूल गए प्रशासन के कागजी दावे

आज सुबह आई मूसलाधार बारिश में अधिकारियों द्वारा किए गए दावों के भेद खुल गए। मुक्तसर में बारिश के कारण बठिंडा रोड कोटकपुरा रोड मलोट रोड अबोहर रोड इत्यादि जगहों पर पानी घुटनों तक भर गया। जिसके बाद लोगों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ा। वहीं थाना सिटी के कमरे और गांव हराज में गरीब की घर की कच्ची छत गिरने से भी काफी नुकासान हुआ।

By Jagran News Edited By: Prince Sharma Updated: Sat, 06 Jul 2024 04:01 PM (IST)
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पंजाब न्यूज: जलभराव के बाद पानी नियंत्रित करते लोग (File Photo)

राजिंदर पाहड़ा, श्री मुक्तसर साहिब। मानसून की पहली बारिश में ही मुक्तसर की सड़कें झील बन गईं। अधिकारियों द्वारा निरंतर दावे किए जा रहे थे कि तमाम नालों व सीवर साफ कर लिए गए हैं। लेकिन ये बातें केवल कागजी निकलीं।

शनिवार की सुबह लगभग तीन घंटे चली मूसलाधार बारिश ने इन कागजी दावों को धो डाला है। मुक्तसर में 23.9 एमएम बारिश से शहर के बठिंडा रोड, कोटकपूरा रोड, मलोट रोड, अबोहर रोड, बैंक रोड, शेर सिंह चौक,गुरुहरसहाय रोड, जलालाबाद रोड, रेलवे रोड, सदर बाजार, मस्जिद चौक, बूड़ा गुज्जर रोड, रेडक्रॉस भवन चौक,घास मंडी चौक सहित अन्य मोहल्लों की गलियों में पानी घुटनों तक जमा हो गया जिसने लोगों के लिए बड़ी समस्या खड़ी की।

शहर में कई दुकानों के अंदर तक पानी घुस गया। उधर, थाना सिटी के एक कमरे और गांव हराज में एक गरीब के घर की कच्ची छत गिरने से काफी नुकसान हुआ है।

हालांकि. जानी नुकसान से बचाव रहा। वहीं बूड़ा गुज्जर व कोटली के बीच से गुजरते सुए में दरार आ गई। जिस कारण पानी से खेत लबालब हो गए।

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पानी लोगों के घरों की और बढ़ने लगा तो गांव के लोगों ने हिम्मत दिखाते हुए चलती बारिश में बांध बांध कर पानी को खेतों में जाने से रोका।

बता दें कि बारिश सुबह करीब साढ़े पांच बजे शुरू हुई जो साढ़े आठ बजे तक चलती रही। वहीं इस दौरान चार घंटे बिजली गुल रही। बिजली सुबह साढ़े सात बजे बंद हो गई थी जो साढ़े 11 बजे चालू की गई।

सीवर लाइनों पर निर्भर है शहर की निकासी 

दुकानदारों ने जिला प्रशासन को मानसून शुरू होने से पहले सीवर लाइनों की सफाई को लेकर चेताया था परंतु राज्य सरकार की तरफ से अभी तक फंड जारी नहीं किए जाने की वजह से मुक्तसर में सीवर लाइनों की पूरी तरह से सफाई नहीं की जा सकी।

जानकारी के लिए बता दें कि मुक्तसर में पानी की निकासी सीवर लाइनों पर निर्भर है। अब बारिश होने से सीवर लाइन अधिकांश स्थानों पर चोक हो गई है। जिस कारण पानी की निकासी में समस्या आ रही है।

सीवरेज बोर्ड ने 1.65 करोड़ का सरकार को भेजा है एस्टीमेट

सीवरेज बोर्ड की तरफ से मुक्तसर जिले के मुख्य शहरी क्षेत्र में मुख्य पुरानी सीवर लाइनों की सफाई के लिए 83.66 अनुमानित लागत का एस्टीमेट सरकार को भेजा है।

इसी तरह श्री मुक्तसर साहिब शहर में सुपर सकर मशीन का उपयोग करके रेलवे लाइन क्षेत्र के पार मुख्य सीवर लाइनों की सफाई और सफाई के लिए अनुमानित लागत 81.39 लाख रुपये का एस्टीमेट भेजा गया है। जिसे सरकार ने अभी तक पास नहीं किया है जिसके चलते अभी तक राशि जारी नहीं हो सकी है। अब तेज बारिश की वजह से लोगों के लिए बड़ी परेशानी उत्पन्न हो गई है।

सुए में आई दरार

भारी बारिश व तेज आंधी के कारण गांव बूड़ा गुज्जर व कोटली के बीच से गुजरते सुए में दरार आ गई। वहीं सुए किनारे लगा वृक्ष भी गिर गया। इस कारण पानी साथ लगते खेतों में घुस गया। खेत लबालब हो गए।

यह दृश्य देखते ही गांव के लोगों ने इकट्ठे होकर चलती बारिश के बीच अपने स्तर पर दरार भरने का कार्य शुरू कर दिया। ताकि पानी में खेतों में फसल बर्बाद न हो।

उधर, गांव के लोगों का कहना है कि प्रशासनिक स्तर पर दो घंटे तक कोई अधिकारी नहीं पहुंचा। वहीं थाना सदर के प्रभारी इंस्पेक्टर इकबाल हुसैन टीम के साथ मौके पर पहुंचे और उन्होंने संबंधित विभाग को सूचित कर सुए में आई दरार का समाधान करने के लिए कहा। हालांकि, तब तक लोगों ने खुद ही दरार को भरने का कार्य शुरू कर रखा था।

गरीब के घर और थाना सिटी के कमरे की छत गिरी

लगातार तीन करीब तीन घंटे तक चली तेज बारिश के कारण गांव हराज में यहां एक गरीब के घर की कच्ची छत गिर गई। वहीं मुक्तसर के थाना सिटी में भी एक कमरे की छत गिर गई।

हालांकि, दोनों घटनाओं में जानी नुकसान से बचाव रहा परंतु कमरों में पड़े सामान का नुकसान हुआ है। गांव हराज के मकान मालिक गरीब व्यक्ति सिकंदर ने बताया कि शनिवार की सुबह हुई तेज बारिश में उसके घर की कच्ची छत गिर गई है।

छत गिरने से अंदर पड़ा सामान बेड,पंखे और अन्य सामान टूट गया है। वह नई छत डालने में असमर्थ है। प्रशासन से आर्थिक सहायता करने की अपील की है।

दो पहिया वाहन लेकर गुजरने में हुई परेशानी

मुक्तसर की सड़कों पर पानी इस कदर भारी मात्रा में जमा हो गया है कि खास कर दोपहिया वाहन लेकर गुजरने में लोगों को बहुत परेशानी हुई।

पानी में दोपहिया वाहन रेंगते हुए नजर आए और बीच में बंद होते चले गए। जिस कारण चालक घुटनों तक जमा पानी के बीच से वाहन लेकर पैदल चलते दिखाई दिए।

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