Ram Mandir Inauguration: पंजाब के निजी स्कूलों में 22 जनवरी की रहेगी छुट्टी, प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने की घोषणा
पंजाब के प्राइवेट स्कूल 22 जनवरी को बंद रहेंगे। प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने श्रीराम लला प्रतिमा प्राण प्रतिष्ठा समारोह के मद्देनजर 22 जनवरी को निजी स्कूलों में छुट्टी की घोषणा की है। ताकि स्कूल स्टाफ और शिक्षक इस ऐतिहासिक समारोह को लाइव देख सकें। 22 जनवरी को जब भगवान श्री राम की राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा होगी तो भारत समेत पूरी दुनिया में दीवाली के रूप में मनाई जाएगी।
संदीप मलूजा, मलोट (श्री मुक्तसर साहिब)। प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन जिला श्री मुक्तसर साहिब आयोध्या में आयोजित होने वाले श्रीराम लला प्रतिमा प्राण प्रतिष्ठा समारोह के मद्देनजर 22 जनवरी को निजी स्कूलों में छुट्टी की घोषणा की है। ताकि स्कूल स्टाफ और शिक्षक इस ऐतिहासिक समारोह को लाइव देख सकें।
जिला अध्यक्ष विक्की नरूला, मलोट ब्लाक अध्यक्ष गुलशन अरोड़ा, गिद्दड़बाहा ब्लॉक अध्यक्ष राजवंत सिंह गिल, लंबी ब्लाक अध्यक्ष गुरा सिंह ने बताया कि 500 साल के लंबे इंतजार के बाद यह सौभाग्य प्राप्त हुआ है। वह भाग्यशाली हैं कि उन्हें अपने जीवन में यह समय देखने का अवसर मिला है। सरकार को 22 जनवरी को राम दीवाली अवकाश घोषित करना चाहिए।
दीवाली के रूप में मनाया जाएगा प्राण प्रतिष्ठा
22 जनवरी को जब भगवान श्री राम की राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा होगी तो भारत समेत पूरी दुनिया में दीवाली के रूप में मनाई जाएगी। जहां भी राम भक्त, सनातनी हिंदू समाज या भारत माता से प्रेम करने वाले लोग बैठे होंगे, वे सभी दीपमाला करेंगे, कीर्तन करेंगे और टीवी चैनलों पर विभिन्न चैनलों पर मंदिरों में प्राण प्रतिष्ठा का प्रसारण देखेंगे। भारत में हर शहर और हर गांव में लोग उस दिन दोपहर 11 बजे से 2 बजे तक प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम देखने के लिए मंदिरों या सार्वजनिक स्थानों पर एकत्र हो रहे हैं।
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पंजाब सरकार ने नहीं की घोषणा
सरकार को यह बताना चाहिए कि अगर स्कूल, कॉलेज और कार्यालय खुले रहेंगे तो पांच सौ साल के संघर्ष के बाद मनाई जाने वाली यह दीवाली कैसे मनाई जा सकती है। पंजाब सरकार को उत्तर प्रदेश सरकार की तरह 22 जनवरी को सार्वजनिक अवकाश घोषित करना चाहिए।
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हालांकि, प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी की ओर से भारत सरकार को पूरे देश में राष्ट्रीय अवकाश घोषित करना चाहिए, अन्यथा कई लोग ड्यूटी पर रहेंगे और वे देखने में सक्षम नहीं होंगे, वो त्याग और तपस्या से प्राप्त सफलता के इस उत्सव में सम्मिलित हों। इस दिन मांस और शराब की दुकानें भी बंद रखनी चाहिए। साथ ही बिजली विभाग को निर्देश दिया जाए कि इस दिन बिजली व्यवस्था सुचारू रहे और घरों में रोशनी की जा सके।