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Pathankot: सीएम मान की रैली में भेजी गईं 50 बसें, दिनभर परेशानी से जूझते रहे यात्रीगण; प्राइवेट बसों की हुई चांदी

पंजाब सीएम भगवंत मान की रैली को लेकर पठानकोट डिपो की 50 बसें लगाई गई। इस कारण दिनभर यात्री परेशानी से जूझते रहे। पठानकोट से चंडीगढ़ जालंधर अमृतसर और दिल्ली जाने वाले यात्रियों को काफी परेशानी हुई। पठानकोट से दिल्ली के लिए रोजाना चलने वाली 10 बसों की सर्विस में से मात्र चार बसें ही चल पाई। वहीं प्राइवेट बस संचालकों की चांदी रही।

By Purshotam Sharma Edited By: Deepak Saxena Updated: Sun, 11 Feb 2024 11:01 PM (IST)
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सीएम मान की रैली में भेजी गईं 50 बसें, दिनभर परेशानी से जूझते रहे यात्रीगण।
जागरण संवाददाता, पठानकोट। पंजाब रोडवेज पठानकोट डिपो की 50 बसें रविवार को खेमकरण में हुई सीएम की रैली में भेजे जाने से यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। दिन भर सरकारी बसों की कमी के चलते बस स्टैंड पर जो भी बस आती, उसमें सवार होने के लिए आपाधापी का माहौल रहा। बस न मिलने पर यात्रियों को घंटों इंतजार करना पड़ा। खास तौर पर पठानकोट से चंडीगढ़, जालंधर, अमृतसर और दिल्ली जाने वाले यात्रियों को ज्यादा दिक्कतें पेश आईं।

पठानकोट डिपो की रोजाना चलने वाली 90 बसों में से रविवार को मात्र 25 बसें ही चल पाईं। बता दें कि पंजाब रोडवेज पठानकोट डिपो की रोजाना 90 बसें रूट पर चलती हैं। रविवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री भगवंत मान की खेमकरण में रैली के चलते पठानकोट डिपो की केवल 25 बसें ही चल पाई। बसों की कमी के कारण पठानकोट से दिल्ली के लिए रोजाना चलने वाली 10 बसों की सर्विस में से मात्र चार बसें ही चल पाई।

इसी प्रकार चंडीगढ़ की 12 बसों में से 5, जालंधर की 32 बसों में से 6, अमृतसर की 40 में से 7 तथा जम्मू की 7 में से तीन बसें ही चल पाई। ऐसे में अमृतसर और जालंधर जाने वाले यात्री तो प्राइवेट बसों का सहारा लेकर गंतव्य तक पहुंचे, लेकिन दिल्ली और चंडीगढ़ के यात्रियों को ज्यादा परेशानियां पेश आई। कारण, उक्त दोनों रूटों पर प्राइवेट सर्विस कम है।

तीसरी बार सीएम की रैली में गई हैं पठानकोट की बसें

प्रदेश में दो साल पहले आप सरकार बनी थी। तब से लेकर आज तक पठानकोट डिपो की बसों को तीन बार सीएम भगवंत मान की रैली में भेजा गया है। विगत 13 मार्च को होशियारपुर में हुई रैली में डिपो की 40 बसों को भेजा गया था। इसके बाद विगत 18 नवंबर को अमृतसर में हुई रैली के लिए 62 बसें भेजी गई थी। जबकि, 11 मार्च को डिपो की 50 बसों को खेमकरण रैली में भेजा गया है।

यात्री हुए परेशान, निजी बसों में करना पड़ा सफर

पठानकोट से चंडीगढ़ जाने वाले महिंद्र सिंह, सोम राज व संदीप ने बताया कि वह आधा घंटा से बस स्टैंड पर खड़े हैं, लेकिन रोडवेज की अभी तक एक भी बस नहीं आई। इसी प्रकार पठानकोट से सांबा जाने वाले राकेश कुमार, लक्की बनोत्रा ने बताया कि आधे घंटे से वह जम्मू जाने वाली बस का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन पंजाब रोडवेज की एक भी बस नहीं आई। अब जेएंडके ट्रांसपोर्ट की बस आने से लोगों को थोड़ी राहत मिली है। चंडीगढ़ जाने वाले महिंद्र सिंह ने कहा कि काउंटर पर कर्मचारी से बात करने पर पता चला कि लगभग सभी बसें मुख्यमंत्री भगवंत मान की रैली में गई हैं। थोड़ी बहुत जो बसें हैं, उन्हें रूट के हिसाब से बांटकर चलाया जा रहा है।

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प्राइवेट बस ऑपरेटरों की रही चांदी

रविवार को रोडवेज की 50 बसें सीएम की खेमकरण रैली में होने की वजह से प्राइवेट बस ऑपरेटरों की खूब चांदी रही। लोगों को गंतव्य तक पहुंचने के लिए प्राइवेट बसों का सहारा लेना पड़ा। पठानकोट से गुरदासपुर जाने वाली महिला यात्री शशि बाला, सतीश कुमारी, दीनानगर जाने वाली सत्या देवी व चंपा रानी, अमृतसर जाने वाली सुलेखा व दिलीप कौर ने कहा कि वह एक घंटे से बस का इंतजार कर रही हैं। लेकिन, अभी तक कोई भी सरकारी बस नहीं आई। लिहाजा, उन्हें अब प्राइवेट बस में पूरा किराया खर्च करके जाना पड़ेगा।

इसी प्रकार जालंधर जाने वाले जसविंद्र कुमार, रविंदर कुमार, प्रेम पाल, गोपाल दास व दीपक राज ने बताया कि सरकारी बस प्राइवेट की तुलना पहले पहुंचाती है। लेकिन, आज सरकारी बस नाममात्र होने के कारण उन्हें प्राइवेट बस में ही सफर करना पड़ेगा।

बसों की कमी के बावजूद हमने रूट कवर किए: स्टेशन सुपरवाइजर

इस संदर्भ में पठानकोट डिपो के स्टेशन सुपरवाइजर मुनीष कुमार ने कहा कि उक्त सभी बसों का किराया लिया गया है। कोई भी बस बिना किराए के नहीं भेजी गई है। डिमांड पूरी करना भी जरूरी है। बसों की कमी के बावजूद हमने सभी रूटों को कवर करने का प्रयास किया है।

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