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लापरवाही : दुविधा बना सुविधा केंद्र, बेटे की जगह बाप का दे दिया डेथ सर्टिफिकेट

पंजाब सरकार की ओर से लोगों को एक ही छत के नीचे बेहतर सुविधा देने के लिए खोले गए सुविधा केंद्र लोगों के लिए दुविधा केंद्र साबित हो रहे हैं।

By JagranEdited By: Updated: Sat, 31 Aug 2019 04:34 PM (IST)
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लापरवाही : दुविधा बना सुविधा केंद्र, बेटे की जगह बाप का दे दिया डेथ सर्टिफिकेट

जागरण टीम, सुजानपुर/मामून : पंजाब सरकार की ओर से लोगों को एक ही छत के नीचे बेहतर सुविधा देने के लिए खोले गए सुविधा केंद्र लोगों के लिए दुविधा केंद्र साबित हो रहे हैं। स्थानीय कस्बा मामून स्थित सुविधा केंद्र की गैर जिम्मेदाराना कार्यप्रणाली से एक जीवित व्यक्ति को मृत व्यक्ति का सर्टिफिकेट जारी कर दिया गया। स्थिति यह हो गई है कि जीवित व्यक्ति को अब अपने आपको जीवित बताने के लिए कार्यालय के चक्कर काटने पड़ रहे हैं।

धार के गांव सुखनियाल निवासी पुरुषोत्तम लाल पुत्र गौरी शंकर ने बताया कि उसका बेटा जतिदर कुमार (32) जोकि बुंगल के एक निजी अस्पताल में बतौर सिक्योरिटी गार्ड था। ड्यूटी के दौरान हृदयगति रुक जाने से 15 सितंबर 2018 को मौत हो गई थी। बेटे की मौत का डेथ सर्टिफिकेट लेने के लिए मामून स्थित सुविधा केंद्र में आवेदन किया था जिसके लिए उन्होंने दस्तावेजों की सभी जरूरी औपचारिकताएं पूरी की। पुरुषोत्तम ने बताया कि 29 जुलाई 2019 को सुविधा केंद्र द्वारा उनके मृतक बेटे का सर्टिफिकेट मिल गया। जब उसे अपने मृत बेटे के बैंक खाते को बंद करवाने के लिए डेथ सर्टिफिकेट की जरूरत पड़ी तो उन्होंने इसकी जांच की। जैसे ही उन्होंने ध्यान से सर्टिफिकेट को पड़ा तो उनके पांव तले जमीन खिसक गई। क्योंकि, सुविधा केंद्र मामून द्वारा जारी सर्टिफिकेट में उनके मृत बेटे की जगह उनका नाम और पता लिखा हुआ था। पुरुषोत्तम ने बताया कि सुविधा केंद्र के ऑपरेटरों द्वारा गलती की यह पहली घटना नहीं है। पोती की जगह बेटे का जन्म सर्टिफिकेट कर दिया जारी

पहले भी उनके दूसरे बेटे धर्मेद्र कुमार ने अपनी नवजन्मी बेटी के लिए हरियाल स्थित सुविधा केंद्र में बर्थ सर्टिफिकेट के लिए आवेदन किया था जिसमें ऑपरेटर ने उनकी पोती (नवजन्मी बच्ची) की जगह उनके बेटे का ही बर्थ सर्टिफिकेट जारी कर दिया था। बताया कि सुविधा केंद्र के ऑपरेटर की गलती का उन्हें भारी खमियाजा भुगतना पड़ रहा है क्योंकि उन्हें अपने आप को सरकारी दस्तावेजों में जीवित दर्शाने के लिए अब दर दर की ठोकरें खानी पड़ी रही हैं।

सुविधा केंद्र प्रभारी ने झाड़ा पल्ला

उधर, इस संदर्भ में जब सुविधा केंद्र मामून प्रभारी अवतार सिंह पठानिया से इस संबंधी बात तो उन्होंने भी गलती को स्वीकार करते सारा कसूर कंप्यूटर का बताकर पल्ला झाड़ लिया।

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