जनसंख्या नियोजन: सेल्फ हेल्प ग्रुपों के सदस्यों के अचार-मुरब्बों की अब होगी सीधी खरीदारी, वन विभाग ने सेल्फ हेल्प ग्रुपों को सौंपा आउटलेट सेंटर
डीएफओ राजेश गुलाटी ने बताया कि विभागीय स्तर पर डलहौजी रोड पर दो आउटलेट का निर्माण किया गया था। इनमें से एक आउटलेट विगत एक वर्ष से खाली पड़ा हुआ था। इसे वन विभाग ने सेल्फ हेल्प ग्रुपों के सुपुर्द किया है।
संवाद सूत्र, पठानकोट : अर्ध पहाड़ी क्षेत्र धार तथा दुनेरा के सेल्फ हेल्प ग्रुपों को अब उनकी ओर से तैयार खाद्य पदार्थों को बेचने के लिए दर-दर की ठोकरें नहीं खानी पड़ेंगी। धार-दुनेरा के सेल्फ हेल्प ग्रुपों के सदस्यों के आचार-मुरब्बों की अब सीधी खरीददारी होगी। वन विभाग पठानकोट की ओर से डलहौजी रोड पर विभागीय स्तर पर तैयार किए गए आउटलेट सेंटर को इन सदस्यों के सुपुर्द कर दिया गया है। क्षेत्र के 11 सेल्फ हेल्प ग्रुप के सदस्य इस स्थान पर तैयार किए गए खाद्य पदार्थों को बेच कर आर्थिक रूप में मजबूत हो सकेंगे।
जानकारी देते हुए डीएफओ राजेश गुलाटी ने बताया कि विभागीय स्तर पर डलहौजी रोड पर दो आउटलेट का निर्माण किया गया था। इनमें से एक आउटलेट विगत एक वर्ष से खाली पड़ा हुआ था। इसे वन विभाग ने सेल्फ हेल्प ग्रुपों के सुपुर्द किया है। इन सेल्फ हेल्प ग्रुपों की ओर से तैयार किए गए अचार, मुरब्बा, मशरूम, लहसुन, आमचूर, आंवले के जूस, कड़ी पत्ता, बसूटी पत्ता, सहुजन की फली, आंवला, माल कंगनी इत्यादि खाद्य पदार्थों को उक्त स्थान पर बेचा जा सकेगा। विभागीय स्तर पर इसके बदले सेल्फ हेल्प ग्रुपों की मदद की जाएगी तथा इसकी मार्केटिग के लिए उनकी हर तरह से सहायता की जाएगी। मार्केटिग के लिए नहीं होना पड़ेगा परेशान: डीएफओ
डीएफओ ने बताया कि इन सेल्फ हेल्प ग्रुपों की ओर से पहले तैयार किए गए खाद्य पदार्थों के लिए दर-दर की ठोकरें खानी पड़ती थीं। परंतु अब उनके सामान की खरीद डोर स्टेप पर ही हो जाएगी। इसके लिए राजस्थान की विनायक हर्बल कंपनी से टाइअप हो गया है। कंपनी का एक फील्ड मैन पठानकोट में ही रहेगा। वे इन ग्रुपों की ओर से तैयार सामान को खरीद करेगा। इससे इन लोगों का मनोबल बढ़ेगा तथा उन्हें आर्थिक रूप से मजबूती भी मिलेगी।