अमृतसर से 26 सवारी लेकर पहुंची पहली पैसेंजर ट्रेन
कोरोना के कारण पिछले 11 महीनों से बंद पैसेंजर ट्रेन सोमवार से ट्रैक पर दौड़ने लगी।
जागरण संवाददाता, पठानकोट :
कोरोना के कारण पिछले 11 महीनों से बंद पैसेंजर ट्रेन सोमवार से ट्रैक पर दौड़ने लगी। अमृतसर से पहली ट्रेन 26 यात्रियों को लेकर पहुंची। इसी प्रकार पठानकोट से जोगिद्रनगर व उधमपुर के लिए नौ और 10 यात्री रवाना हुए। जबकि भरोली जंक्शन व सुजानपुर से 135 से अधिक यात्रियों ने उधमपुर के लिए सफर किया। शाम 5:15 बजे पठानकोट से अमृतसर जाने वाली पैसेंजर ट्रेन से करीब 50 यात्रियों ने सफर किया। स्थानीय रेलवे अधिकारियों का कहना है कि जानकारी के अभाव की वजह से अधिक यात्रियों ने सफर नहीं किया। जैसे-जैसे यात्रियों को ट्रेनों के आवागमन का पता चलेगा वैसे-वैसे यात्रियों की संख्या में बढ़ोतरी होना तय है।
कोरोना के चलते 18 मार्च से ट्रेनों का आवागमन था बंद सिटी रेलवे स्टेशन पूरी तरह से विरान हो गया था। हालांकि रेलवे ने लंबी दूरी की ट्रेनों को जुलाई में एक-एक कर शुरू कर दिया था, जबकि पैसेंजर ट्रेनों का संचालन पूरी तरह से ठप था। पिछले सप्ताह रेल बोर्ड ने नार्दन रेलवे को 35 पैसेंजर ट्रेनें चलाने का आदेश किया था। इसमें पठानकोट से चलने वाली चार पैसेंजर ट्रेनें शामिल थी। ट्रेनें शुरू होने के बाद दैनिक यात्रियों का अमृतसर, जम्मूतवी, उधमपुर व जोगिद्रनगर से दोबारा संपर्क कायम हो गया है।
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अमृतसर से सुबह पहली ट्रेन 9:35 बजे 26 यात्री लेकर पहुंची। इससे पहले पठानकोट से सुबह उधमपुर के लिए डीएमयू नौ पैसेंजर लेकर रवाना हुई। जबकि 10 बजे जोगिद्रनगर के लिए 10 यात्री रवाना हुए। उधमपुर जाने वाली डीएमयू को भरोली जंक्शन व सुजानपुर में बढि़या रिस्पांस मिला। उक्त दोनों स्टेशनों से 125 से यात्रियों ने सफर किया। पैसेंजर रेलगाड़ियों का आवागमन शुरू होने के बाद पठानकोट से अमृतसर के लिए सफर करने वाले रघु भगत, कठुआ जाने वाले हरविद्र कुमार, निखिल सड़माल व कांगड़ा जाने वाले विजय कुमार आदि ने कहा कि बेशक रेलवे ने किराए में थोड़ी बढ़ोतरी करके ट्रेनें चलाई हैं। बावजूद इसके बसों का किराया अभी भी डबल या इससे अधिक है। बस की तुलना रेल का सफर आरामदायक होता है और आने वाले दिनों में यात्रियों की संख्या बढ़नी तय है। उन्होंने रेलवे से बंद पड़ी बाकी सभी ट्रेनों को भी जल्द से जल्द चलाने की मांग की।