सुनो सरकार, पंजाब की पुकार: पर्यावरण प्रेमी बोले- सालिड वेस्ट मैनेजमेंट अनिवार्य हो, प्लास्टिक पर सख्ती से लगाया जाए प्रतिबंध
उन्होंने कहा कि एक समय अप्पर बारी दोआब नहर का पानी इतना साफ था कि लोग पीने के लिए भी इस्तेमाल करते थे। आज हालात ये हैं कि माधोपुर से सुजानपुर तक पहुंचते-पहुंचते यह नहर इस हद तक प्रदूषित हो जाती है कि इसमें हाथ धोने से भी कई कई तरह की बीमारियां होने का खतरा रहता है।
जागरण टीम, पठानकोट/सुजानपुर: पर्यावरण संरक्षण को लेकर अब तक की सरकारों ने आंखें मूंद रखीं थीं। हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में भी किसी भी प्रमुख राजनीतिक दल की ओर से पर्यावरण संरक्षण को मुद्दा नहीं बनाया गया। इससे पर्यावरण प्रेमियों में बेहद निराशा है। उक्त बातें दैनिक जागरण की ओर से पर्यावरण के मुद्दे पर सुजानपुर में आयोजित की गई राउंड टेबल कांफ्रेंस में दिशा साहित्य मंच सुजानपुर के प्रधान डाक्टर लेखराज ने कहीं। उन्होंने कहा कि सालिड वेस्ट मैनेजमेंट अनिवार्य हो और इसके साथ ही प्लास्टिक पर भी सख्ती से प्रतिबंध लगाया जाने चाहिए। हालांकि इन चीजों पर पहले भी सरकारों ने काम किया है, लेकिन जमीनी स्तर पर ये संभव नहीं हो पाया है। उन्होंने उम्मीद जताई कि आने वाली नई सरकार पर्यावरण के मुद्दे को बड़ा मुद्दा बनाने के साथ ही पर्यावरण संरक्षण को लेकर गंभीरता दिखाएगी। उन्होंने कहा कि एक समय अप्पर बारी दोआब नहर का पानी इतना साफ था कि लोग पीने के लिए भी इस्तेमाल करते थे। आज हालात ये हैं कि माधोपुर से सुजानपुर तक पहुंचते-पहुंचते यह नहर इस हद तक प्रदूषित हो जाती है कि इसमें हाथ धोने से भी कई कई तरह की बीमारियां होने का खतरा रहता है। उनका कहना था कि नई सरकार को सुजानपुर में सीवरेज लाइन डलवानी चाहिए, नहरों के किनारे पौधे लगाने चाहिए और पर्यावरण पार्क विकसित करने चाहिए।
वहीं, कोषाध्यक्ष भारत विकास परिषद अशोक कुमार, भारत विकास परिषद के पूर्व अध्यक्ष मोहन लाल डोगरा, आर्य समाज मंदिर सुजानपुर के प्रधान विनोद महाजन, विनोद धीमान, करुनेश महाजन, बलवीर सिंह, लायंस क्लब सुजानपुर हरमन के पीआरओ सतीश शर्मा आदि ने भी नई सरकार से हाईवे पर पौधे लगाने, विशेष ग्रीन बेल्ट तैयार करने, सीवर लाइन बिछाने व औद्यौगिक विकास करने के दौरान भी पर्यावरण संरक्षण का विशेष ध्यान रखने की उम्मीद जताई। ऐसे पौधे लगाए जाएं जिनकी उम्र लंबी हो: बलवीर सलारिया
सत्य साई सेवा समिति के जिला प्रधान सेवानिवृत्त प्रिसिपल बलवीर सलारिया का कहना था कि अब तक कि सभी सरकारों ने पर्यावरण के मामले में निराश किया है। नई सरकार से उम्मीद रहेगी कि पर्यावरण के मामले को गंभीरता से ले। प्लांटेशन ड्राइव चलाई जाए। ऐसे पौधे लगाए जाएं जिनकी उम्र लंबी हो और कमर्शियल इस्तेमाल के लिए उनको कुछ साल बाद ही काटा न जाए। जहां भी पेड़ों की कटाई होती है, वहां इस बात को भी सुनिश्चित किया जाए कि उतनी ही संख्या में पौधे लगाए जाएं।
नहरों के किनारे ग्रीन बेल्ट विकसित की जाए: रजिंदर धीमान
पीएसएसएफ के जिला प्रधान रजिदर धीमान का कहना था कि नई सरकार में किसी पर्यावरण प्रेमी को ही पर्यावरण मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी जाए। इससे कुछ मुश्किल तो हल होगी ही। नहरों किनारे अवैध निर्माण रोका जाना चाहिए। ग्रीन बेल्ट विकसित की जानी चाहिए। जल संरक्षण के लिए कदम उठाए जाने चाहिए। पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो: सुरेश महाजन
लायंस क्लब सुजानपुर मेन एक्टिव के प्रधान सुरेश महाजन राजू का कहना था कि नई सरकार को पंजाब भर में विशेष प्लांटेशन ड्राइव शुरू करनी चाहिए। पौधे लगाने के नाम पर सिर्फ पापुलर जैसे पौधे लगाकर खानापूर्ति नहीं की जानी चाहिए। सरकार को पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए।
वन्य क्षेत्रों की बाड़ बंदी की जाए: पुरुषोत्तम शर्मा
ब्राह्मण सभा के पूर्व अध्यक्ष पुरुषोत्तम शर्मा का कहना था कि नई सरकार को वन्य क्षेत्रों को संरक्षित करने के लिए बाड़ बंदी करवानी चाहिए। हाईवे के बीचों-बीच ग्रीन बेल्ट विकसित करनी चाहिए। इससे पर्यावरण तो साफ होगा ही वाहन चालकों की आखों पर विपरीत दिशा से आने वाले वाहनों की लाइट भी नीं पड़ेगी और दुर्घटनाएं भी कम होंगी।