Punjab News: Punbus व PRTC कर्मी 13 से 15 फरवरी को करेंगे चक्का जाम, जानें क्या हैं इनकी मांगें
पंजाब रोडवेज/पनबस/पीआरटीसी कांट्रैक्ट वर्कर्स यूनियन पंजाब ने प्रदेश अध्यक्ष रेशम सिंह गिल और राज्य वरिष्ठ उपाध्यक्ष बलविंदर सिंह राठ हरकेश कुमार विक्की की अध्यक्षता में बैठक की और इसमें राज्य के 27 डिपो के नेताओं ने भाग लिया। इस बैठक में सरकार मांगें नहीं मानी तो 13 से 15 फरवरी को तीन दिवसीय हड़ताल करने का फैसला लिया गया है।
जागरण संवाददाता, पठानकोट। Punbus & PRTC Workers Will Blockade: पंजाब रोडवेज/पनबस/पीआरटीसी कांट्रैक्ट वर्कर्स यूनियन पंजाब ने प्रदेश अध्यक्ष रेशम सिंह गिल और राज्य वरिष्ठ उपाध्यक्ष बलविंदर सिंह राठ, हरकेश कुमार विक्की की अध्यक्षता में बैठक की।
इसमें राज्य के 27 डिपो के नेताओं ने भाग लिया और नेताओं ने पंजाब सरकार की नीतियों के बारे में अपने विचार रखे और परिवहन कर्मचारियों की समस्याओं और मांगों पर चर्चा की और इस दौरान केंद्र सरकार की आलोचना की।
बसों में बैठेंगे 50 यात्री
इसके अलावा नए बनाए गए ट्रैफिक कानून पर दुख प्रकट किया और कहा कि भारत में घातक कानून लागू हैं। इसमें जुर्माना भरना पड़ सकता है और सात साल की सजा भी हो सकती है। उसके परिवार का पालन-पोषण कौन करेगा।
वहीं, बसों में 100 से अधिक यात्रियों के कारण दुर्घटना और कंडक्टर की झूठी रिपोर्ट का डर रहता है, जिस कारण 23 जनवरी से बसों में केवल 50/52 यात्री ही बैठेंगे। कोई भी बस ओवरलोड नहीं होगी।
ठेके पर काम कर रहे कर्मचारी नहीं होंगे पक्के
परिवहन विभागों में लंबे समय से ठेके पर काम कर रहे किसी भी कर्मचारी को पक्का नहीं किया गया है और 25 से 30 करोड़ रुपये की ठेकेदारी प्रथा के तहत आउटसोर्स किया गया है।
सरकार को चाहिए कि लूट बंद करे और कर्मचारियों को मजबूत करे। इसके अलावा सरकार को नए और कम वेतन वाले कर्मचारियों का वेतन एक समान करना चाहिए।
भारतीय संविधान लागू करने की होगी मांग
राज्य सचिव शमशेर सिंह ढिल्लों और राज्य संयुक्त सचिव जगतार सिंह, जलोर सिंह ने कहा कि अगर सरकार ने कच्चे परिवहन कर्मचारियों की मांगों का समाधान नहीं किया तो परिवहन विभाग के कर्मचारी सरकार के खिलाफ आंदोलन करने पर मजबूर होंगे।
इस दौरान निर्णय लिया कि 22 जनवरी को पूरे पंजाब में गेट रैलियां की जाएंगी। 26 जनवरी को पंजाब के मुख्यमंत्री का काले झंडों के साथ विरोध किया जाएगा और भारतीय संविधान लागू करने की मांग की जाएगी।
ये लोग रहे मौजूद
कर्मचारियों को लामबंद किया जाएगा। सात फरवरी को गेट रैलियां की जाएगी। अगर सरकार ने फिर भी मांगें नहीं मानी तो 13 से 15 फरवरी को तीन दिवसीय हड़ताल की जाएगी और पंजाब के मुख्यमंत्री के घर के सामने धरना प्रदर्शन किया जाएगा।
बैठक में गुरप्रीत सिंह पन्नू, रोही राम, जसविंदर सिंह जस्सी, केवल सिंह, राम दयाल, कुलवंत सिंह, जगजीत सिंह, तरसेम सिंह, हरजिंदर सिंह मौजूद थे।
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