'30 आतंकी पहुंच चुके पठानकोट, बम विस्फोट की धमकी', गहरी साजिश रचने वाला गिरफ्तार; 24 घंटे में पुलिस ने सुलझाया मामला
Punjab News पठानकोट के एक युवक ने गहरी साजिश रची थी। पुलिस ने 24 घंटे के अंदर मामले को सुलझा लिया। पाकिस्तान जिंदाबाद लिखे कागज फेके गए थे। साथ ही पठानकोट में बम विस्फोट की धमकी दी। कहा कि 30 आतंकी पठानकोट पहुंच चुके हैं। इसमें 100 लोग शामिल हैं। स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी और मामले की तफ्तीश करने की मांग की थी।
जागरण संवाददाता, पठानकोट। शहर के ढाकी रोड में पाकिस्तान जिंदाबाद और सरकारी दफ्तरों को उड़ा देने की धमकी वाले पोस्टरों का मामला पुलिस ने 24 घंटे में सुलझा लिया है। इसमें शिकायत करने वाला नितिन गुप्ता ही आरोपित निकला। पुलिस ने मामले की जांच करने के बाद आरोपित नितिन गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया है। रविवार को एसएसपी सोहेल मीर ने मामला सुलझाने के बाद इसकी जानकारी मीडिया को दी।
बता दें कि बीते शनिवार को शहर के ढाकी रोड स्थित बालाजी नगर में आरोपित ने पाकिस्तान जिंदाबाद और सरकारी दफ्तरों को उड़ाने की धमकी देने वाले कागज फेंके थे। इसके अलावा अन्य कई जगहों को निशाना बनाने की बात लिखी है। इस घटना के बाद स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी और मामले की तफ्तीश करने की मांग की थी।
100 लोगों के शामिल होने का दावा
एसएसपी सोहल मीर ने बताया कि शनिवार सुबह पुलिस को सूचना मिली थी कि शहर के बालाजी में एक इनोवा गाड़ी (एचपी रजिस्ट्रेशन) में तोड़फोड़ की गई है। गाड़ी का शीशा टूटा हुआ था और इलाके में हिंदी में लिखे पर्चे बिखरे पड़े थे, जिन पर पांच दिनों के भीतर पठानकोट में बम विस्फोट की धमकी दी गई थी। इसमें 100 लोगों के शामिल होने का दावा किया गया था। इन पर्चियों में यह भी लिखा था कि इनमें से 30 आतंकी पठानकोट के अंदर पहुंच चुके हैं। इसमें पुलिस के भी कुछ लोग उनके साथ शामिल हैं। लिखे गए संदेशों का अंत पाकिस्तान जिंदाबाद से था। इसके बाद डीजीपी, डीआइजी बार्डर रेंज के आदेशानुसार जिला पुलिस ने मामले की जांच करते हुए आरोपित का पता लगा लिया।लावारिस गाड़ी खड़ी होने से था परेशान
एसएसपी सोहेल मीर ने बताया कि स्थानीय निवासी नितिन गुप्ता ने बताया था कि सुबह करीब 4:30 बजे उनके घर के बाहर संदिग्ध आवाजें सुनाई दीं। टॉर्च लेकर अपनी बालकोनी से जांच करने पर देखा कि चार व्यक्ति कार के शीशे तोड़ रहे थे। जब उन पर लाइट पड़ी तो वह वहां से भाग गए। पुलिस ने धमकी भरे पर्चों पर ध्यान केंद्रित करते हुए तेजी से प्रारंभिक जांच शुरू की और नितिन गुप्ता की दुकान से जुड़े एक महत्वपूर्ण सुराग की पहचान की। पूछताछ के बाद नितिन महाजन ने साजिश रचने की बात स्वीकार की।
तोड़ दिए गाड़ी के शीशे
उसने बताया कि वह पिछले दो महीनों से अपनी दुकान के सामने लावारिस गाड़ी खड़ी होने से परेशान था। इसके चलते उसने पहले तो गाड़ी के शीशे तोड़ दिए। मामले को सनसनीखेज बनाने और गाड़ी को हटाने में तेजी लाने के लिए उसने पुलिस के हस्तक्षेप की आशंका में धमकी भरे पर्चे बिखेर दिए। जांच में पता चला कि उक्त कार नरेश कुमार नामक व्यक्ति की थी, जो दो महीने से वहां पर खड़ी थी। पुलिस ने नितिन महाजन के खिलाफ एफआइआर दर्ज तुरंत प्रभाव से गिरफ्तार कर लिया है।यह भी पढ़ें- Punjab News: तिहरे हत्याकांड के दोषी को मिली 70 साल कैद की सजा, पत्नी-साली और उसके बेटे को उतारा था मौत के घाट
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