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Pathankot: प्रतिबंधित मांस तस्करी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश, पिता-पुत्र सहित तीन गिरफ्तार; 21 गायों को सुरक्षित छुड़ाया

दो मृत गोवंशीय भी बरामद किए गए। इनका कत्ल किया गया था। पुलिस ने एक गाड़ी व पशुओं को मारने वाला हथियार बरामद किया है। पुलिस ने प्राथमिक जांच में पाया है कि आरोपितों का पंजाब जम्मू-कश्मीर से लेकर उत्तर प्रदेश तक नेटवर्क है। आरोपित अलग-अलग जगहों से पशु लाते थे और फिर उनका कत्ल कर मांस को जम्मू-कश्मीर सहित दूसरे राज्यों में सप्लाई करते थे।

By Jagran News Edited By: Mohammad Sameer Updated: Wed, 27 Dec 2023 05:00 AM (IST)
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प्रतिबंधित मांस तस्करी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश (प्रतीकात्मक फोटो)
संवाद सूत्र, पठानकोट। पंजाब में पठानकोट पुलिस ने प्रतिबंधित मांस की तस्करी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश कर पिता-पुत्र सहित तीन लोगों को मंगलवार को गिरफ्तार किया है। इनके कब्जे से बंधक बना कर रखीं 21 गायों को सुरक्षित छुड़ा लिया गया है। आरोपितों से कई तेजधार हथियार भी बरामद किए गए हैं।

पकड़े गए आरोपितों की पहचान विक्टर मसीह व उसके पुत्र कैविन, निवासी गांव खन्नी खूही, पठानकोट और रोबिन गिल निवासी रसूलपुर, थाना दीनानगर, जिला गुरदासपुर के रूप में हुई है। विक्टर व कैविन लंबे समय से प्रतिबंधित मांस की तस्करी में संलिप्त थे। एसएसपी दलजिंदर सिंह ढिल्लों ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली कि पठानकोट के गांव खन्नी खूही में पशु तस्करों ने अपने घर की पिछली तरफ गोवंशियों को बांधकर रखा है।

आरोपित पशुओं का कत्ल कर उनका मांस दूसरे राज्यों में सप्लाई करते हैं। पुलिस ने दबिश दी और वहां से बंधक बना कर रखी 21 गायों को छुड़वा लिया। दो मृत गोवंशीय भी बरामद किए गए। इनका कत्ल किया गया था। पुलिस ने एक गाड़ी व पशुओं को मारने वाला हथियार बरामद किया है। पुलिस ने प्राथमिक जांच में पाया है कि आरोपितों का पंजाब, जम्मू-कश्मीर से लेकर उत्तर प्रदेश तक नेटवर्क है।

आरोपित अलग-अलग जगहों से पशु लाते थे और फिर उनका कत्ल कर मांस को जम्मू-कश्मीर सहित दूसरे राज्यों में सप्लाई करते थे। पुलिस ने तीनों आरोपितों पर विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर उन्हें कोर्ट में पेश कर दो दिन के रिमांड पर लिया है।

बूचड़खाना नहीं ले जा पाए तो जंगल में फेंक गए गोवंशीय, पांच की मौत

उधर, रूपनगर में गोवंशियों की तस्करी का मामला सामने आया है। तस्कर बूचड़खाना नहीं ले जा पाए तो गोवंशियों को गांव बलसंडा के जंगल में फेंककर फरार हो गए। ठंड में चार बैल और एक बछड़े की मौत हो गई, जबिक चार गंभीर घायल हैं। सूचना मिलने पर गोरक्षा दल पंजाब के अध्यक्ष निकसन कुमार साथियों के साथ मौके पर पहुंचे और फिर पुलिस को सूचित किया।

निकसन कुमार ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि जब वह गांव बालसंडा के जंगल में पहुंचे तो वहां चार बैल मृत पड़े थे। कुछ दूरी पर पांच अन्य बैल भूख से तपड़ रहे थे। उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि गोवंशियों को बूचड़खाने ले जाया जाना था, लेकिन तस्कर सफल नहीं हो पाए तो जंगल में छोड़ गए। पुलिस ने अज्ञात तस्करों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।

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