रेलवे ट्रैक पर बैठे किसान, दिल्ली-जम्मू रूट पर ट्रेनों की आवाजाही ठप
पठानकोट के पास किसानों द्वारा दिल्ली-जम्मू तवी रूट पर ट्रेनों की आवाजाही बाधित हाे गई। दो ट्रेनों को रद कर दिया गया और कई ट्रेनों को अमृतसर होकर चलाया गया।
By Sunil Kumar JhaEdited By: Updated: Wed, 12 Sep 2018 07:27 PM (IST)
जेएनएन, पठानकोट। जिले में किसानों द्वारा रेलवे ट्रैक पर धरना देने के कारण दिल्ली-जम्मू तवी रूट पर ट्रेनों की आवाजाही बंद हो गई। बुधवार को पगड़ी संभाल जट्टा व दोआबा किसान संघर्ष कमेटी के बैनर तले सैकड़ों किसान भंगाला रेलवे स्टेशन के पास ट्रैक पर बैठ गए। इस कारण कई ट्रेनों को विभिन्न स्टेशनों पर रोकना पड़ा है। कुछ ट्रेनों के रूट बदले गए। दाे ट्रेनों को रद कर दिया गया। इससे यात्रियाें काे काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। अधिकारियों के समझाने के बाद किसानो ने शाम पांच बजे धरना समाप्त कर दिया।
दो ट्रेन रद की गईं, कई रेलगाडि़यों के रूट बदले गएआज अचानक सैकड़ों किसान भंगाला रेलवे स्टेशन के पास रेलवे ट्रैक पर बैठ गए। इससे जम्मूतवी- दिल्ली रेल सेक्शन पर ट्रेनों की आवाजाही बाधित हो गई। किसान नेता चरणजीत सिंह, रणजोत सिंह, गुरप्रताप व सुखदेव सिंह के नेतृत्व में सुबह 11 बजे भंगाला रेलवे स्टेशन के पास ट्रैक पर बैठ गए। इस दौरान किसान नारेबाजी भी करते रहे।
पठानकोट के पास रेल ट्रैक पर बैठे किसान।
किसानों के ट्रैक पर बैठने की वजह से इस रूट पर कई ट्रेनें विभिन्न स्टेशनों पर खड़ी हो गईं। इस दौरान इंदौर से कटड़ा जाने वाली मालवा सुपरफास्ट का रूट बदला गया और उसे को अमृतसर के रास्ते भेजा गया। इसी प्रकार, जम्मूतवी से अहमदाबाद जाने वाली एक्सप्रेस को भी वाया अमृतसर के रास्ते भेजा गया।यह भी पढ़ें: आत्महत्या करने वाले पहले दे देते हैं संकेत, ध्यान रखें... ये हैं लक्षण
पठानकोट के पास रेल ट्रैक पर बैठे किसान।
किसानों के रेलवे ट्रैक खाली नहीं करने के कारण कई ट्रेनों को रद भी कर दिया गया। जालंधर से पठानकोट के रास्ते वेरका जाने वाली डीएमयू और वेरका से पठानकोट आने वाली डीएमयू को कैंसिल कर दिया गया। इसके अलावा कटड़ा से मुकेरियां होकर इंदौर जाने जाने वाली मालवा सुपरफास्ट, कटड़ा से मुंबई जाने वाली स्वराज एक्सप्रेस और गुवाहाटी से जम्मूतवी जाने वाली गोरखपुर एक्सप्रेस का भी मार्ग बदल दिया गया। इन ट्रेनों को वाया अमृतसर के रास्ते भेजा गया।
बाद में करीब पांच बजे किसान रेलवे ट्रैक से हट गए। किसानों को होशियारपुर के एसडीएम ने आश्वासन दिया कि उनकी मांगों को सरकार तक पहुंचाया जाएगा और इनको पूरा कराने का प्रयास किया जाएगा। किसानों को बताया गया कि इस बारे में सरकार से आश्वासन मिलने के बाद ही वह उनके पास पहुंचे हैं। इसके बाद किसान नेताओं ने रेलवे ट्रैक से धरना समाप्त कर दिया। इसके साथ ही किसान नेताओं ने कहा कि अगर 24 सितंबर तक उनकी मांगों को नहीं माना गया तो वे 25 को दोबारा जालंधर में रोड व रेलवे ट्रैक जाम करेंगे। उधर, मौके पर पहुंचे आरपीएफ पठानकोट कैंट के अधिकारियों ने बताया कि रेलवे ट्रैक जाम करने पर सात लोगों के खिलाफ नामजद और 150 अज्ञात लोगों के खिलाफ रेलवे एक्ट की धारा 174-ए (जानबूझ कर रेलवे यातायात को बाधित करना) के तहत मामला दर्ज किया जाएगा।
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किसानों द्वारा रेल ट्रैक जाम करने के कारण पठानकोट स्टेशन पर खड़ी एक ट्रेन। ट्रेनों की आवाजाही बाधित होने से यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा और वे विभिन्न स्टेशनों पर फंसे रहे। ट्रेनोें के कई घंटे तक स्टेशनों पर फंसे रहने से लंबी दूरी के यात्रियों को सबसे अधिक परेशानी हुई। ट्रेनों का रूट बदले जाने से विभिन्न स्टेशनों पर गाडियों का इंतजार कर रहे यात्रियों को भारी दिक्कत का सामना करना पड़ा।बाद में करीब पांच बजे किसान रेलवे ट्रैक से हट गए। किसानों को होशियारपुर के एसडीएम ने आश्वासन दिया कि उनकी मांगों को सरकार तक पहुंचाया जाएगा और इनको पूरा कराने का प्रयास किया जाएगा। किसानों को बताया गया कि इस बारे में सरकार से आश्वासन मिलने के बाद ही वह उनके पास पहुंचे हैं। इसके बाद किसान नेताओं ने रेलवे ट्रैक से धरना समाप्त कर दिया। इसके साथ ही किसान नेताओं ने कहा कि अगर 24 सितंबर तक उनकी मांगों को नहीं माना गया तो वे 25 को दोबारा जालंधर में रोड व रेलवे ट्रैक जाम करेंगे। उधर, मौके पर पहुंचे आरपीएफ पठानकोट कैंट के अधिकारियों ने बताया कि रेलवे ट्रैक जाम करने पर सात लोगों के खिलाफ नामजद और 150 अज्ञात लोगों के खिलाफ रेलवे एक्ट की धारा 174-ए (जानबूझ कर रेलवे यातायात को बाधित करना) के तहत मामला दर्ज किया जाएगा।