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पठानकोट से जालंधर जाने पर होगी बीस मिनट की बचत, प्रोजेक्ट तैयार, 110 की बजाय 130 की स्पीड पर चलेंगी ट्रेनें

पठानकोट से जालंधर जाने वाले यात्रियों के लिए राहत भरा समाचार है। वर्तमान में पठानकोट से जालंधर के बीच 110 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ रही सुपरफास्ट ट्रेनों को 130 की स्पीड पर दौड़ाने की तैयारी चल रहगी है।

By JagranEdited By: Updated: Fri, 28 May 2021 05:33 AM (IST)
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पठानकोट से जालंधर जाने पर होगी बीस मिनट की बचत, प्रोजेक्ट तैयार, 110 की बजाय 130 की स्पीड पर चलेंगी ट्रेनें

जागरण संवाददाता, पठानकोट : पठानकोट से जालंधर जाने वाले यात्रियों के लिए राहत भरा समाचार है। वर्तमान में पठानकोट से जालंधर के बीच 110 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ रही सुपरफास्ट ट्रेनों को 130 की स्पीड पर दौड़ाने की तैयारी चल रहगी है। इससे जहां जालंधर तक ही यात्री के सफर में बीस मिनट की बचत होगी, वहीं दिल्ली तक 40 से 45 मिनट की बचत होगी। मौजूदा समय में जहां सुपरफास्ट ट्रेन जालंधर तक एक घंटा चालीस मिनट का समय लेती है वह एक घंटा बीस मिनट में पहुंच जाएगी। पैसेंजर तथा एक्सप्रेस ट्रेनों के समय में भी बचत होगी। इसके साथ है इस रेल सेक्शन पर नई ट्रेनें चलाने की संभावना बढ़ जाएगी। उम्मीद है कि इस साल के अंत अथवा शुरुआती दिनों में ही ट्रेनें 130 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार पर चलाकर विभाग यात्रियों को नव वर्ष का तोहफा देगा। स्पीड बढ़ाने से पहले यह तैयारी करेगा रेलवे

- सिग्नल प्रणाली में बदलाव होगा।

- इंटरलाकिग में तबदीली आएगी।

- कई जगहों पर फेंसिंग बनाई जाएगी।

- सेक्शन पर पड़ने वाली गोलाई पर ट्रेन की स्पीड तय की जाएगी।

- ट्रैक के स्लीपर का भी डिजाइन तबदील होगा।

इसके इलावा अन्य कई तकनीकी चीजों में परिवर्तन होगा। लुधियाना-दिल्ली के बीच बढ़ा दी गई है स्पीड

यात्रियों की बढ़ती भीड़ को देखते हुए आने वाले वर्षों में ट्रेनों की संख्या को बढ़ाया जाना है। विगत वर्ष लुधियाना से दिल्ली रेल सेक्शन के ट्रैक की क्षमता को बढ़ाने का प्रोजेक्ट पूरा हो गया था। जिसके बाद सेफ्टी टीम ने इसका ट्रायल लिया जो सफल रहा। पिछले सप्ताह से रेलवे ने जम्मूतवी व अमृतसर सेक्शन की चलने वाली ट्रेनों को लुधियाना से दिल्ली के बीच 130 की स्पीड पर चलाना शुरू कर दिया है। उम्मीद है कि जारी वित्तीय वर्ष के दौरान जम्मूतवी-लुधियाना ट्रैक पर भी 130 की स्पीड से ट्रेन चलाने का प्रोजेक्ट पूरा हो जाएगा। स्पीड बढ़ने से नई गाड़ियां चलाने का रास्ता होगा साफ

लगातार बढ़ती ट्रेनों की संख्या को देखते हुए विभाग द्वारा देश के कई रेल सेक्शनों पर ट्रैक की क्षमता को बढ़ाया जा रहा है ताकि समय की बचत कर नई ट्रेनें चलाई जा सके। ट्रैक की क्षमता बढ़ने के बाद प्रत्येक ट्रेन के समय में बीस से तीस मिनट का फर्क आ जाएगा, इसके बाद नई ट्रेनें चलाने का रास्ता साफ हो जाएगा। विभागीय अधिकारियों की माने तो पठानकोट-जम्मूतवी तक ट्रैक की स्पीड बढ़ने के बाद तीन से चार नई ट्रेनें शुरू होंगी, जिनका शेड्यूल भी तैयार किया जा रहा है। रेलवे की इंजीनियरिग विभाग के अधिकारियों का कहना है कि हायर अथारिटी ने पठानकोट से जालंधर और पठानकोट से जम्मूतवी के बीच ट्रेनों की स्पीड को बढाने की योजना तैयार की है। वर्तमान में उक्त सेक्शन पर लंबी दूरी की ट्रेनें 110 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से ट्रेनें चल रही हैं जिसकी क्षमता 130 करने की है। जिसके तहत आने वाले दिनों में इस पर काम शुरु हो जाएगा और अगले छह से सात महीनों में यह पूरा हो जाएगा। इसके बाद सेफ्टी टीम मालगाड़ी व सुपरफास्ट ट्रेन का ट्रायल लेगी जिसके बाद ही ट्रेनों को 130 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चलाया जाएगा।

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