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Bikram Majithia NDPS Case: ड्रग मामले में SIT के सामने पेश नहीं हुए मजीठिया, कहा- जवाबों के दस्तावेज नहीं हुए इकट्ठे

मजीठिया ने कहा कि इन दस्तावेजों को इकट्ठा करने के लिए उन्हें कुछ दिन का समय चाहिए। इसके आधार पर एसआईटी ने उन्हें पेशी से छूट दे दी। एसआईटी अगली कार्रवाई के लिए मेंबर मीटिंग कर रही हैं। इसकी पुष्टि करते हुए एडीजीपी मुखविंदर सिंह छीना ने कहा कि पेशी पर ना आने की वजह लिखते हुए मजीठिया ने कुछ दिन की मोहलत मांगी है।

By Prem Verma Edited By: Nidhi Vinodiya Updated: Wed, 27 Dec 2023 05:46 PM (IST)
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NDPS मामले में SIT के सामने बिक्रम सिंह मजीठिया पेश नहीं हुए हैं। फाइल फोटो

जागरण संवाददाता, पटियाला। Bikram Singh Majithia NDPS Case: पंजाब ड्रग्स मामले में पूर्व अकाली दल के मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया को स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (Special Investigation Team) ने नोटिस जारी किया था, लेकिन वह इसमें पेश नहीं हुए हैं। बिक्रम सिंह मजीठिया को 27 दिसंबर को पटियाला एडीजीपी मुखविंदर सिंह छीना के ऑफिस में पेश होना था।

कहा- जवाब इकट्ठे नहीं हो पाए

एसआईटी की पूरी टीम एडीजीपी ऑफिस पहुंची थी, लेकिन बिक्रम सिंह मजीठिया ने पेशी से छूट देने की मांग की। मजीठिया ने पक्ष रखते हुए जवाब दिया है कि उनके पास एसआईटी द्वारा मांगे गए सवालों के जवाब के दस्तावेज अभी इकट्ठे नहीं हुए हैं। 

कुछ दिनों की मांगी मोहलत

मजीठिया ने कहा कि इन दस्तावेजों को इकट्ठा करने के लिए उन्हें कुछ दिन का समय चाहिए। इसके आधार पर एसआईटी ने उन्हें पेशी से छूट दे दी। एसआईटी अगली कार्रवाई के लिए मेंबर मीटिंग कर रही हैं। इसकी पुष्टि करते हुए एडीजीपी मुखविंदर सिंह छीना ने कहा कि पेशी पर ना आने की वजह लिखते हुए मजीठिया ने कुछ दिन की मोहलत मांगी है। 

पहली पेशी पर सात घंटे हुई थी पूछताछ 

बिक्रम सिंह मजीठिया के खिलाफ जांच कर रही स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) ने पहला नोटिस पर 18 दिसंबर को पेश होने के लिए जारी किया था। पेशी पर मजीठिया अपने समर्थकों की बड़ी संख्या के साथ एडीजीपी ऑफिस के बाहर पहुंचे थे। मजीठिया से करीब 7 घंटे तक एसआईटी के अधिकारियों ने पूछताछ की थी और इस दौरान उनके समर्थक बाहर दिनभर इंतजार करते रहे। पेशी से बाहर आते ही मजीठिया ने सरकार के खिलाफ जहर उगलना शुरू कर दिया था।

अपने समर्थको को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा था कि अब वह सीएम के हस्ताक्षर नोटिस भेजने के बाद ही पेश होंगे। एसआईटी द्वारा उनसे ऐसे-ऐसे सवाल पूछे जा रहे हैं, जिसका कोई आधार नहीं है।

अमरपाल बोनी दे चुके हैं बयान

अकाली दल छोड़ने के बाद बीजेपी में शामिल हुए अमरपाल सिंह बोनी नशे को लेकर मजीठिया के खिलाफ बोलते रहे हैं। पटियाला एसआईटी द्वारा बुलाए जाने पर अमरपाल सिंह बोनी ने कहा था कि वह अपने बयान SIT के पास दर्ज करा चुके हैं। वह प्रकाश सिंह बादल के मुख्यमंत्री रहते हुए ही मजीठिया के बारे में सरकार को अवगत कर चुके हैं और इस बार भी उन्होंने सभी सबूत जांच अधिकारियों को सौंप दिए हैं।