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Patiala News: SIT के सामने तीसरी बार पेश हुए मजीठिया, पूर्व अकाली मंत्री बोले- 'CM के दबाव में किया जा रहा काम'

Patiala News पूर्व अकाली मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया की ड्रग्‍स मामले में आज SIT के सामने पेशी हुई। 31 दिसंबर को SIT के इंचार्ज एडीजीपी मुखविंदर सिंह छीना रिटायर होंगे उससे पहले ही मजीठिया के बयान दर्ज किए जाने हैं। इससे पहले मजीठिया को 27 दिसंबर को पेश होना था। तब मजीठिया ने दस्तावेज इकट्ठे नहीं होने का तर्क दिया था।

By Jagran News Edited By: Himani Sharma Updated: Sat, 30 Dec 2023 01:43 PM (IST)
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ड्रग मामले में SIT के सामने मजीठिया की पेशी आज (फाइल फोटो)

जागरण संवाददाता, पटियाला। ड्रग्स केस में स्पेशल इन्वेस्गीटेशन टीम (SIT) की पेशियां भुगत रहे पूर्व अकाली मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया शनिवार को बारादरी स्थित एडीजीपी मुखविंदर सिंह छीना के ऑफिस पहुंचे। पेशी के लिए अंदर जाने से पहले ही चर्चा रही कि मजीठिया की गिरफ्तारी हो सकती है।

ऐसे में उनहोंने ऑफिस में दाखिल होने से पहले मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि सरकार के दबाव में SIT व सिट इंचार्ज काम कर रहे हैं। मजीठिया से तकरीबन 4:30 घंटे तक पूछताछ के बाद उन्हें छोड़ दिया गया है।

छीना पर लगाया आरोप

एडीजीपी छीना की रिटायरमेंट वाले लेटर की कॉपी दिखाते हुए बिक्रम सिंह मजीठिया ने कहा कि एक तरफ रिटायरमेंट की पार्टी को लेकर समय रखा है, वहीं दूसरी तरफ उन्हें पेशी पर बुलाया है। मजीठिया ने कहा कि एडीजीपी छीना कौन से दबाव में आकर काम कर रहे हैं, इसका जवाब दें।

वह पहले ही क्लियर कर चुके हैं कि वह कानून की पालना करने वाले व्यक्ति हैं और केजरीवाल की तरह से कानून से भागने वाले नहीं हैं। सिट ने जितनी बार भी बुलाया है, वह हाजिर हुए हैं। हाईकोर्ट से अग्रिम जमानत हासिल करने के बावजूद सिट उन्हें बेवजह पेशी पर बुला रही है।

झूठा केस तौर करने के आरोप लगाए

बिक्रम सिंह मजीठिया ने कहा कि सिट ने उनसे सात घंटे तक 18 दिसंबर को पूछताछ की थी। कैमरे के सामने ही उनसे बात हुई थी और कैमरे चेक कर सकते हैं कि उन्होंने सिट अधिकारियों को बताया था कि वह शहीद जोड़ मेल के दिनों में किसी भी हालत में पेश नहीं हो सकते है। बावजूद इसके सिट ने 27 दिसंबर की तारीख को उन्हें पेश होने के लिए बुलाया था।

वह किसी भी जांच कमेटी से घबराते नहीं है बल्कि कानून पर भरोसा रखते हुए सच के साथ डटे हुए हैं। अकाली दल के प्रवक्ता व लीगल विंग के मुख्य वकील अर्शदीप सिंह कलेर ने आरोप लगाते हुए कहा कि सीएम भगवंत मान व डीजीपी गौरव यादव स्पष्ट करें कि पूर्व अकाली नेता उपकार सिंह संधू के साथ धक्केशाही कर गवाह बनने व झूठा बयान देने के लिए मजबूूर क्यों किया जा रहा है।

पहली पेशी पर 7 घंटे हुई थी पूछताछ

बिक्रम सिंह मजीठिया के खिलाफ जांच कर रही SIT ने पहला नोटिस पर 18 दिसंबर को पेश होने के लिए जारी किया था। पेशी पर मजीठिया अपने समर्थन की बड़ी संख्या के साथ एडीजीपी ऑफिस के बाहर पहुंचे थे। ससुराल मजीठिया से करीब 7 घंटे तक सिट के अधिकारियों ने पूछताछ की थी और इस दौरान उनके समर्थक बाहर दिनभर इंतजार करते रहे।

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पेशी से बाहर आते ही मजीठिया ने सरकार के खिलाफ अपने समर्थको को संबोधित करते हुए कहा था कि अब वह सीएम की हस्ताक्षर नोटिस पर होने के बाद ही पेश होंगे। सिट द्वारा उनसे ऐसे ऐसे सवाल पूछे जा रहे हैं जिसका कोई आधार नहीं है।

अमरपाल बोनी दे चुके हैं बयान

अकाली दल छोड़ने के बाद बीजेपी में शामिल हुए अमरपाल सिंह बोनी नशे को लेकर मजीठिया के खिलाफ बोलते रहे हैं। पटियाला सिट द्वारा बुलाए जाने पर अमरपाल सिंह बोनी ने कहा था कि वह अपने बयान सिट के पास दर्ज करा चुके हैं। वह प्रकाश सिंह बादल के मुख्यमंत्री रहते हुए ही मजीठिया के बारे में सरकार को अवगत कर चुके हैं और इस बार भी उन्होंने सभी सबूत जांच अधिकारियों को सौंप दिए हैं।

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