किसान आंदोलन में शामिल मेजर खान की कोरोना से मौत
गांव झंडी भैणी निवासी मेजर खान जोकि पिछले पांच महीने से सिघु बार्डर पर किसान आंदोलन में शामिल था की मौत हो गई।
जागरण संवाददाता, पटियाला : गांव झंडी भैणी निवासी मेजर खान जोकि पिछले पांच महीने से सिघु बार्डर पर किसान आंदोलन में शामिल था, की मौत हो गई। मेजर खान रिटायर्ड सैनिक थे। क्रांतिकारी किसान यूनियन पंजाब के प्रधान डा. दर्शनपाल के अनुसार मेजर खान किसान आंदोलन के दौरान एक बार भी घर वापस नहीं आया। मेजर खान हालांकि किसान नहीं थे, बावजूद इसके किसान आंदोलन में लंबा समय शामिल रहे। खान कुछ दिन पहले सिघु बार्डर पर बीमार हो गए और उन्हें सात मई को पटियाला लेकर आना पड़ा। मेजर खान को यहां एक प्राइवेट अस्पताल में दाखिल करवाया गया। कोरोना पीड़ित होने से मेजर खान की 15 मई को मौत हो गई। मेजर खान की सोमवार को सुपुर्द-ए-खाक रस्म में गुरमीत सिंह दितुपूर, अवतार कोहली, जगमोहन सिंह, मास्टर सुच्चा सिंह, प्रो. बाबा सिंह व विभिन्न किसान जत्थेबंदियों के प्रतिनिधि मौजूद रहे।