NDPS मामले में बिक्रम मजीठिया बोले- पिछली सरकार ने झूठे केस में फंसाया, अब भगवंत मान ने बना दी नई SIT
NDPS मामले में पटियाला में Special Investigation Team द्वारा जारी नोटिस के बाद मंगलवार को पूर्व अकाली मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया अपने भारी समर्थकों की भीड़ के साथ पुलिस लाइन पहुंचे। मंगलवार को वह बारादरी स्थित ऑफिस नहीं बल्कि पुलिस लाइन में बुलाए गए थे। यहां पर SIT के इंचार्ज डीआईजी हरचरण सिंह भुल्लर सहित SIT के सभी मेंबर मौजूद थे।
प्रेम वर्मा, पटियाला। Bikram Majithiya NDPS Case: ड्रग्स तस्करी के मामले में पटियाला में स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम (SIT) द्वारा जारी नोटिस के बाद मंगलवार को पूर्व अकाली मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया अपने भारी समर्थकों की भीड़ के साथ पुलिस लाइन पहुंचे। मंगलवार को वह बारादरी स्थित ऑफिस नहीं बल्कि पुलिस लाइन में बुलाए गए थे। यहां पर SIT के इंचार्ज डीआईजी हरचरण सिंह भुल्लर सहित SIT के सभी मेंबर मौजूद थे।
एडीजीपी मुखविंदर सिंह छीना के 31 दिसंबर को रिटायर होने के बाद नई SIT बनाई है, जिसमें डीआईजी भुल्लर को इंचार्ज लगाया है। पूर्व एडीजीपी छीना द्वारा उन्हें तीन बार SIT की जांच के लिए बुलाया था, जहां दो बार वह पेश हुए थे। पहली पेशी पर सात घंटे पूछताछ हुई तो दूसरी पेशी से छूट हासिल करने के बाद तीसरी पेशी में पहुंचे मजीठिया से पांच घंटे पूछताछ हुई।
SIT के पास जाने से पहले सीएम पर निशाना साधा मजीठिया ने
मीडियो को संबोधित करते हुए मजीठिया ने कहा कि नशा तस्करी के मामले में पिछली सरकार ने उन पर झूठा केस दर्ज किया था, जिसकी हाईकोर्ट की 27 पेजों की रिपोर्ट उनके पास है। अब भगवंत मान ने उनके खिलाफ जांच के लिए फिर से नई सिट बना दी है, जिससे लगता है कि मुख्यमंत्री भगवंत मान की चीखें निकल गई है। इस बार भगवंत मान ने अपनी नई सिट में संगरूर हलके का एसपी शामिल किया है, जो हॉटलाइन पर सीएम मान को रिपोर्ट तो देगा ही। वह जितनी बार SIT द्वारा बुलाए जाएंगे, उनती बार पेश होंगे क्योंकि वह सच्चे हैं।कहा - केजरीवाल की तरह नहीं छिपने वाले
केजरीवाल की तरह नहीं छिपने वाले हैं और SIT की जांच का स्तर समय दर समय कम होता जा रहा है। बिक्रम सिंह मजीठिया ने कहा कि आप व कांग्रेस के गठबंधन की बात सामने आ रही है, अब तो लगता है कि आप की वाशिंग मशीन से धर्मसोत, गिलजियां, खैहरा, मंत्री आशु सहित अन्य लोगों की लंबी लिस्ट है, जो दूध के धुले बन जाएंगे। उन्हें शक है कि उनपर झूठा केस दर्ज कर मान सरकार उन्हें गिरफ्तार कर सकती है, यदि गिरफ्तारी होती है तो वह एक व दो महीनें बाद दोबारा से सबसे रूबरू होंगे।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।