Patiala: रेस लगा रही दो तेज रफ्तार गाड़ियों की चपेट में आने से साइकिल सवार की मौत, सिर समेत आरोपित फरार
पटियाला में रेस लगा रही दो तेज रफ्तार गाड़ियों की चपेट में आने से साइकिल सवार की मौत हो गई। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि मृतक का सिर गाड़ी में फंस गया और आरोपित मृतक के सिर समेत मौके से फरार हो गए।
By Jagran NewsEdited By: Himani SharmaUpdated: Fri, 10 Feb 2023 09:18 PM (IST)
जागरण संवाददात, पटियाला: थापर कालेज से गुरूद्वारा श्री दुखनिवारन निवारण रोड पर आपस में रेस लगा रही दो कारों की चपेट में आने से साइकिल सवार की मौत हो गई। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि मृतक का सिर गाड़ी में फंस गया और आरोपित मृतक के सिर समेत मौके से फरार हो गए। यह आरोप पीड़ित परिवार ने कार सवारों पर लगाए।
घटना वीरवार देर की है। वहीं मामले संबंधी पुलिस की तरफ से सुखमन सिंह को ट्रेस कर मामले में नामजद कर लिया गया है, लेकिन फिलहाल आरोपित पुलिस की गिरफ्त से बाहर है और पुलिस रेस लगाने की बात की पुष्टि आरोपित की गिरफ्तारी के बाद ही होने की बात कह रही है।
उधर दूसरी तरफ मृतक का सिर शुक्रवार देर रात तक परिवार को नहीं मिला। जिसके चलते परिवार ने मृतक का सस्कार नहीं किया और फिलहाल पुलिस ने धड़ राजिंदरा अस्पताल की मार्चरी में रखवा दिया है। वहीं मृतक की पहचान नवदीप कुमार (42 वर्ष) निवासी तफ्जलपुरा के तौर पर हुई है।
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मामले संबंधी जानकारी देते हुए मृतक के भाई संजीव कुमार ने बताया कि उनका भाई नवदीप कुमार फंक्शनों में काफी की स्टाल लगाने का काम करता है और बीती वीरवार रात करीब सवा 12 बजे उनका भाई सेंट्रल जेल पटियाला में फंक्शन लगाकर घर लौट रहा था।
इसी दौरान एचडीएफसी बैंक के नजदीक दो तेज रफ्तार गाड़ियों ने उनके भाई की साइकिल को टक्कर मार दी। दुर्घटना संबंधी जानकारी मिलने पर जब वह घटनास्थल पर पहुंचे तो उन्हें वहां मौजूद व्यक्तियों से जानकारी मिली कि दो गाड़ियां आपस में रेस लगा रहे थे।
इसी दौरान एक गाड़ी ने उनके भाई की साइकिल को पीछे से टक्कर मार दी और दूसरी कार उसके उपर से निकालकर ले गए। जिसके बाद जब उन्होंने नवदीप की तलाश शुरू की तो आधा घंटा ढूंडने के बाद उन्हें नवदीप का धड़ तो मिल गया लेकिन सिर नहीं मिला। जिसके बाद पता चला कि आरोपित मृतक का सिर अपने साथ ले गए।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।गाड़ी भी परिवार ने खुद ढूंढी, पुलिस मामला दर्ज करने में कर रही देरी
संजीव ने बताया कि सिर न मिलने पर उन्होंने अपने स्तर पर सड़क गिरे खून और गाड़ी के इंजन आयल के आधार पर गाड़ी की तलाश शुरू कर दी। जिसके बाद वह त्रिपड़ी रोड स्थित मड़ियां रोड पर पहुंचे जहां उन्हें एक प्लाट मे खड़ी गाड़ी मिल गई। जिसके बाद उन्होंने पुलिस को इसकी जानकारी दी। इस सब के बावजूद पुलिस ने देर रात से दोपहर बाद तक उनकी शिकायत दर्ज नहीं की थी। जिस कारण नवदीप का पोस्टमार्टम भी नहीं हो सका।परिवार में कमाने वाला अकेला था नवदीप
संजीव ने बताया कि नवदीप परिवार में कमाई का एकमात्र साधन था। नवदीप के परिवार में दो बेटे हैं एक की आयु 12 वर्ष तो दूसरे की आयु करीब दस वर्ष बताई जा रही है। नवदीप आर्थिक तौर पर कमजोर परिवार से संबंधित था। जिस कारण उसकी कमाई से ही परिवार का गुजारा होता था। अब नवदीप की मौत के कारण परिवार का गुजारा चलाना भी मुश्किल हो गया है।आरोपित को ट्रेस करके दर्ज किया मामला- थाना इंचार्ज
थाना त्रिपड़ी इंचार्ज प्रदीप सिंह बाजवा ने बताया कि आरोपित की शिनाख्त कर ली गई है। आरोपित की पहचान सुखमन सिंह के तौर पर हुई है। गाड़ी आइडेंटीफाई करने में देरी होने के कारण मामला दर्ज होने में हुई देरी। गाड़ी की नंबर प्लेट भी टूटी हुई थी।Amritsar: 12 साल के बच्चे का गुरु नानक देव अस्पताल में चल रहा था इलाज, समय पर रक्त नहीं मिलने से मौत जिस कारण गाड़ी के चासी नंबर के जरिए गाड़ी के मालिक का पता लगाया गया है। उन्होंने कहा कि गाड़ी देर रात पुलिस की तरफ से ढूंढी गई है। फिलहाल आरोपित फरार है और रेस लगाने की बात आरोपितों की गिरफ्तारी के बाद ही साफ होगी।