मंदिर में चढ़ने वाली शराब का पुख्ता इंतजाम करने पर दुविधा
शहर के एतिहासिक श्री काली देवी जी के मंदिर के शराबकुंड में डाली जा रही शराब को शराबकुंड में न डालकर अपने साथ लेकर जाने या फिर मंदिर के बाहर लोगों में बांटने की अपील की है ।
By JagranEdited By: Updated: Sat, 01 Dec 2018 08:24 PM (IST)
जागरण संवाददाता, पटियाला
शहर के एतिहासिक श्री काली देवी जी के मंदिर के शराबकुंड में डाली जा रही शराब को शराबकुंड में न डालकर अपने साथ लेकर जाने या फिर मंदिर के बाहर लोगों में बांटने की अपील की है । शनिवार के दिन भारी संख्या में लोग मंदिर में आते हैं और उतनी ही अधिक शराब मंदिर में चढ़ती है । आज सुरक्षा कर्मियों ने लोगों से अपील की है कि वे शराबकुंड में शराब डालने के बजाय उसे अपने साथ ले जाएं । 10 साल से डाली जा रही शराब कुंड में शराब गौर हो कि मंदिर के प्रवेश द्वार के ठीक सामने हवनकुंड है जहां पर लोग आकर हवन करते हैं । इसी तरह ही मंदिर के प्रसाद घर के पास एक कुंड है जिसे शराबकुंड के तौर पर इस्तेमाल किया जा रहा है । वहां पर लोग न केवल शराब बल्कि नारियल व अन्य सामग्री को डालते हैं । आज मंदिर के सुरक्षा कर्मियों ने लोगों को अपील की है कि वे मंदिर में शराब चढ़ाने के बाद उक्त शराब को शराबकुंड में डालने के बजाय अपने साथ ले जाएं या फिर लोगों को प्रसाद के तौर पर बांटे । शराबकुंड में शराब न डालने की दुहाई यह दी जा रही है इससे पर्यावरण को काफी नुकसान हो रहा है । ऐसे में लोग मंदिर में अपनी आस्था के मुताबिक शराब जरूर चढ़ाएं लेकिन वे उसे बतौर प्रसाद अपने साथ ले जाएं । लोगों का शराब साथ लेकर जाने या फिर मंदिर के बाहर बांटने का एक तर्क यह है कि वे शराब का सेवन नहीं करते । अगर वे शराब को बाहर बांटते हैं तो भिखारी या फिर अन्य लोग शराब पीकर लोगों को तंग करते है या फिर मंदिर के आसपास शराब पीकर गिरे नजर आते हैं । इस लिए मंदिर में आन ेवाले श्रद्धालुओं द्वारा मंदिर में चढ़ाई जाने वाली शराब को शराबकुंड में डालने के अलावा अन्य कोई पक्का इंतजाम करने की मांग की जा रही है । किसी को नहीं रोका : वालिया
डीसी आफिस से मंदिर के सुपरवाइजर राजेश वालिया बताते है कि किसी भी श्रद्धालु को शराबकुंड में शराब डालने से रोका नहीं है । उनको अपील की जा
रही है वे शराब को वहां डालने के बजाय अपने साथ ले जाएं या फिर उसे खुद बांट दें ।
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