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BJP में जाने की अटकलों को नवजोत सिंह सिद्धू ने नकारा, पंजाब और केंद्र सरकार पर निकाली भड़ास; बोले- 'शेख चिल्ली है मान'

पंजाब में चल रहे किसान आंदोलन को सही बताते हुए नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) ने केंद्र और पंजाब सरकार पर जमकर भड़ास निकाली है। नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा की केंद्र सरकार ने किसान पक्ष में इस तरह की नकारात्मक माहौल पैदा किया है पंजाब का किसान आज सिर्फ मजदूरी करने के लिए रह गया। वहीं सिद्धू ने बीजेपी में शामिल होने की अटकलों को नकार दिया है।

By Prince Taneja Rajpura Edited By: Himani Sharma Updated: Sun, 18 Feb 2024 09:27 PM (IST)
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पंजाब और केंद्र सरकार पर सिद्धू ने निकाली भड़ास

जागरण संवाददाता, पटियाला। किसानों को समर्थन देते हुए पंजाब कांग्रेस के पूर्व प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) ने कहा कि सभी किसानों को इकट्ठे होकर अपनी मांगों को मनाने के लिए आगे बढ़ना चाहिए। उन्होंने कहा का देश के अन्नदाता को अपनी मांगों को मनाने के लिए सड़कों पर भटकना पड़ रहा है।

इस दौरान सिद्धू ने कांग्रेस छोड़ने की सभी अटकलों से इन्कार किया है। वहीं, केंद्र द्वारा किसानों की आय दोगुनी करने और एमएसपी के वादे पर भाजपा को आड़े हाथों लेने के साथ-साथ सीएम भगवंत मान को बिचौलिया कहते हुए केंद्रीय मंत्रियों से साठगांठ के आरोप भी लगा दिए।

मनमोहन सिंह के समय कंट्रोल में थी महंगाई

सिद्धू ने कहा कि खाने वाला तेल जो 77 रुपये में था, आज 210 का है। यानी कि 130 प्रतिशत महंगा हो गया। सिलेंडर 300 से 1100 रुपये हो गया है। पेट्रोल-डीजल पर सभी चीजों के रेट कम ज्यादा होने पर निर्भर करता है। मनमोहन सिंह के समय महंगाई कंट्रोल में थी।

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इतनी महंगाई के बाद भी किसान की आय 10 साल में 1400 से 1800 रुपए हुई। एमएसपी पर हर साल 40 रुपये और चुनावी साल में 100 रुपये बढ़ा दिए जाते हैं। इस पर भी 30 प्रतिशत दाम बढ़ा दिए, वह भी नकली मार्किट में बेचे गए। 40 रुपए देकर 400 रुपए किसान से ले लिए हैं।

नवजोत सिंह ने किसान पर साधा निशाना

नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा की केंद्र सरकार ने किसान पक्ष में इस तरह की नकारात्मक माहौल पैदा किया है, पंजाब का किसान आज सिर्फ मजदूरी करने के लिए रह गया। केंद्र की सरकार अगर उद्योगपतियों का 10 साल में 16 लाख 54 हजार रुपये का कर्ज माफ कर सकती है तो किसानों का कर्ज माफ क्यों की नही हो सकता।

सिद्धू ने आरोप लगाया कि एफसीआई को कंगाल कर केंद्र ने स्टोरेज अडानी कार्पोरेट को दे दी। अगर उनका गोदाम 25 प्रतिशत भरता है तो उन्हें अदायगी 100 प्रतिशत की दी जाती है, लेकिन किसानों के लिए कुछ भी नहीं सोचा गया।

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सीएम मान को बताया शेख चिल्ली

सिद्धू ने बताया कि केंद्र गेहूं व धान की एमएसपी पर 72 हजार करोड़ खर्च करता है। सीएम मान 22 फसलों पर एमएसपी देने की बात कर रहे हैं। वह शेख चिल्ली की तरह सपने देख रहे हैं। उन्होंने किसानों को दालें उगाने की बात कही। मूंगी की पूरी फसल उठाने की बात कही, लेकिन आठ प्रतिशत उठाई।

अन्य किसानों को सस्ते में फसल बेचनी पड़ी। उन्होंने सीएम मान पर बिचौलिया होने का भी तंज कसा। पूर्व सीएम चन्नी पर बीएसएफ को अधिकार क्षेत्र देने वाले बयानों पर आड़े हाथों लेते हुए कहा कि क्या अब उनकी केंद्रीय मंत्रियों से साठगांठ हो गई है।

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