देशभर में भाजपा गठबंधन की रैलियों में शुभकरण की मौत का मांगेंगे जवाब, मनोहर के इस्तीफे पर भी किसानों ने दी प्रतिक्रिया
किसान नेता 21 फरवरी को खनौरी बॉर्डर पर मारे गए बठिंडा के शुभकरण की अस्थियों को लेकर 21 मार्च को देशभर में जाएंगे। वहां पर भाजपा गठबंधन की रैलियों में नेताओं से जवाब मांगेंगे। पंचकूला कुरुक्षेत्र कैथल और हिसार में यात्रा के बाद 31 मार्च को मौड़ मंडी गांव में श्रद्धांजलि कार्यक्रम होगा। किसानों ने मनोहर के इस्तीफे पर भी अपनी बात कही।
संवाद सूत्र, राजपुरा (पटियाला)। किसान आंदोलन (Farmers Protest) में 21 फरवरी को खनौरी में मारे गए बठिंडा के शुभकरण की अस्थियों को 16 मार्च को उसके गांव बल्लों से 21 कलश में लेकर शंभू बॉर्डर (Shambhu Border) पर पहुंचेंगे और अगले दिन 17 मार्च को देश के अलग-अलग राज्यों में उक्त कलश को रवाना किया जाएगा।
इस दौरान वहां समागम कर लोगों को बताएंगे कि शुभकरण (Shubhakaran) एमएसपी की गारंटी के लिए दिल्ली जाना चाहता था और मारा गया। पंचकूला, कुरुक्षेत्र, कैथल और हिसार में यात्रा के बाद 31 मार्च को मौड़ मंडी गांव में श्रद्धांजलि समारोह आयोजित किया जाएगा। इसके अलावा देश में भाजपा गठबंधन की चुनावी रैलियां होंगी, वहां पर हम हाथों में तख्तियां लेकर उनसे शुभकरण के मारे जाने का जवाब मांगेंगे।
सवालों के जवाब न मिलने पर काले पट्टी व झंडों से विरोध जताएंगे। यह बात बुधवार को किसान मजदूर संघर्ष मोर्चा के महासचिव सरवन सिंह पंधेर (Sarwan Singh Pandher) और संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) के जगजीत सिंह डल्लेवाल (Jagjit Singh Dallewal) ने शंभू में प्रेस कान्फ्रेंस में कही।
डल्लेवाल ने कहा कि राज्य में एक महीने से शांतमय आंदोलन कर रहे किसानों को रोकने के लिए सरकारों ने कई प्रयास किए लेकिन वे सफल नहीं पाए। किसानों के आंदोलन का ही असर है कि मजबूरन हरियाणा में सरकार से इस्तीफा (Haryana Manohar Lal resignation) दिलवाकर बदलना पड़ रहा है।
शायद सरकार के खिलाफ बन रही विरोधी लहर को समाप्त करने के लिए ऐसा किया है, पर लोग भूलेंगे नहीं और इसका बदला लोग जरूर लेंगे।
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