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Dalvir Goldy Left Congress: पूर्व विधायक दलवीर सिंह गोल्डी ने छोड़ा कांग्रेस का हाथ, संसदीय टिकट न मिलने पर चल रहे थे नाराज

Dalvir Goldy Left Congress कांग्रेस पार्टी के पूर्व विधायक दलवीर सिंह गोल्डी ने टिकट न मिलने पर नाराजगी जाहिर करते हुए कांग्रेस पार्टी से किनारा कर लिया है। उन्होंने सोमवार को अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर मैसेज लिखा और आज उन्होंने कांग्रेस पार्टी छोड़ दी। वो साल 2022 में मुख्यमंत्री भगवंत मान द्वारा त्यागपत्र देने के बाद संगरूर संसदीय सीट पर उपचुनाव भी लड़ चुके हैं।

By Jagran News Edited By: Deepak Saxena Updated: Tue, 30 Apr 2024 06:41 PM (IST)
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पूर्व विधायक दलवीर सिंह गोल्डी ने छोड़ा कांग्रेस का हाथ (फाइल फोटो)।
सचिन धनजस, संगरूर। कांग्रेस पार्टी के पूर्व विधायक व जिला प्रधान दलवीर सिंह गोल्डी ने कांग्रेस को अलविदा कह दिया है। गोल्डी ने सोमवार को अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर 'सोचदे हां इक नवां, कोई राह बना लईये...' संदेश लिखकर नई चर्चा आरंभ कर दी थी, जो आज त्यागपत्र सामने आने के बाद साफ हो गई। गोल्डी ने 2022 का संसदीय उपचुनाव भी लड़ा था और 2017 में धूरी से विधायक भी रह चुके हैं।

16 अप्रैल को गोल्डी ने टिकट न मिलने का दर्द जाहिर किया था, लेकिन तब कांग्रेस के साथ ही रहने की बात कही थी, लेकिन 30 अप्रैल को गोल्डी ने कांग्रेस को अलविदा कह दिया है। हालांकि, गोल्डी किस पार्टी में जाएंगे, इसका अभी खुलासा नहीं हुआ है।

2022 में लड़ चुके संगरूर सीट से उपचुनाव

गौर हो कि 2022 में मुख्यमंत्री भगवंत मान द्वारा त्यागपत्र देने के बाद खाली हुई संगरूर की संसदीय सीट पर उपचुनाव में कांग्रेस ने दलवीर सिर गोल्डी पर दांव खेला था, लेकिन गोल्डी अकाली दल (अ) के सिमरनजीत सिंह मान से शिकस्त खा गए थे। गोल्डी कॉलेज समय से ही कांग्रेस के साथ जुड़े हुए हैं।

2012 में कांग्रेस की टिकट के दावेदार थे, लेकिन तब गोल्डी को टिकट नहीं मिली। फिर 2017 में कांग्रेस से टिकट मिली और विजयी हुए। 2022 में कांग्रेस की टिकट पर आप के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार भगवंत मान के खिलाफ चुनाव लड़े और शिकस्त खा गए थे। 2022 में संसदीय उपचुनाव में उतरे थे, तब हार गए थे।

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टिकट न मिलने से हुए नाराज

दलवीर सिंह गोल्डी की मानें तो 2022 में कांग्रेस हाईकमान ने उनके साथ वादा किया था कि वह 2024 के संसदीय चुनाव में उसे उतारा जाएगा, लेकिन मौजूदा समय में उसे टिकट नहीं दी गई, जिसको लेकर वह काफी निराश था। गोल्डी ने 16 अप्रैल को सुखपाल खैहरा को टिकट मिलने का स्वागत तो जरूर किया, लेकिन पार्टी पर गुस्सा जाहिर करते धोखे में रखने की बात भी कही थी।

16 अप्रैल को नाराजगी दूर करने पहुंचे थे कांग्रेसी

गौर हो कि बीते सप्ताह सुखपाल खैहरा, पीपीसीसी प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग, पूर्व मुख्यमंत्री राजिंदर कौर भट्ठल, कैप्टन संदीप संधू खुद दलवीर गोल्डी के घर उनकी 16 अप्रैल को नाराजगी दूर करने पहुंचे थे, जहां दलवीर गोल्डी सहित उनकी पत्नी सिमरत कौर खंगुड़ा ने सुखपाल खेहरा के हक में चलने का एलान किया था, लेकिन बताया जा रहा है कि पिछले कुछ दिन से चुनाव प्रचार दौरान जिला प्रधान गोल्डी को खास तवज्जों न दिए जाने से गोल्डी नाराज दिखाई दे रहे थे।

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