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Sangroor: सूफियाना मुशायरा से महका उठा Sufi Festival, नए और लोकल कलाकारों के लिए बना मंच; एक दर्जन से ज्‍यादा छात्रों ने लिया भाग

Sufi Festival in Sangroor पंजाब स्थित संगरूर के मालेरकोटला सरकारी कॉलेज में चार दिवसीय सूफी महोत्‍सव चल रहा है। मुशायरा में विभिन्न कवियों ने अपनी शायरी से श्रोताओं को वाह-वाह करने को मजबूर कर दिया। शनिवार देर शाम समारोह दौरान पंजाब विधानसभा के स्पीकर कुलतार सिंह संधवां ने मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत की व कवियों की सराहना की।

By SACHIN DHANJASEdited By: Himani SharmaUpdated: Sun, 17 Dec 2023 02:11 PM (IST)
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सूफियाना मुशायरा से महका उठा Sufi Festival
जागरण संवाददाता, मालेरकोटला। स्थानीय सरकारी कॉलेज में चल रहा चार दिवसीय सूफी महोत्सव उस समय अपने चरम पर पहुंच गया जब सूफियाना मुशायरा में विभिन्न कवियों ने अपनी शायरी से श्रोताओं को वाह-वाह करने को मजबूर कर दिया। शनिवार देर शाम समारोह दौरान पंजाब विधानसभा के स्पीकर कुलतार सिंह संधवां ने मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत की व कवियों की सराहना की।

पंजाबियों को अपने रंगले पंजाब पर गर्व

स्पीकर कुलतार सिंह संधवां ने कहा कि पंजाब सरकार ने राज्य में सूफी संगीत को पुनर्जीवित करने के लिए जो ज्योति जलाई, उसे बुझने नहीं दिया जाएगा। पंजाबियों की इच्छा के अनुरूप पंजाब में सूफी व अन्य सभी रंग भरे जाएंगे। पंजाबियों को अपने रंगले पंजाब पर गर्व होगा। उन्होंने लोगों से पंजाब सरकार का सहयोग करने की अपील की।

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उन्होंने अपने अख्तियारी खाते से डॉ. रूबीना शबनम, मीना महरोक, शाहनाज भारती, जफर अहमद जफर (सूफियाना कलाम पढ़ने वाले) को 50-50 हजार रुपए देने की भी घोषणा की। उन्होंने बाकी कवियों डॉ. मोहम्मद रफी, डॉ. सलीम जुबेरी, इफ्तखार शेख, अज़मल खान शेरवानी, रमज़ान सईद, अनवर अजर, ज़मीर अली ज़मीर को बाबा फरीद की भूमि फरीदकोट आने के लिए आमंत्रित किया।

सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए

इस बीच डॉ. मोहम्मद इकबाल व डॉ. मोहम्मद जमील ने सूफियाना मुशायरा में सूफीवाद पर शोध पत्र प्रस्तुत किए। इसके अलावा डा. रूबीना शबनम, डा. मोहम्मद रफी, डॉ. सलीम जुबैरी, इफ्तखार शेख, जफर अहमद जफर, जमीर अली जमीर, अजमल खान शेरवानी, रमजान सैयद, अनवर अज़हर, साजिद इशाक, शाहनाज भारती ने अपनी कविताएं पेश की। वनीत खान व सलामत अली ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया।

कार्यक्रम का समापन जश्न-ए-सूफियाना कलाम से होगा

डीसी डॉ. पल्लवी ने बताया कि कार्यक्रम का समापन दौरान जश्न-ए-सूफियाना कलाम से होगा। इसमें मास्टर सलीम व सरदार अली अपनी प्रतिभा दिखाएंगे। परवेज झिंजर, आबिद अली, अरहम इकबाल व मोहम्मद अनीश भी अपने कौशल से लोगों का मनोरंजन करेंगे। उन्होंने अधिक से अधिक लोगों को इस आयोजन में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया।

विधायक महल कलां कुलवंत सिंह पंडोरी, मालेरकोटला विधायक डा. जमील उर रहमान, एआईजी पंजाब गौरव तुरा भी विशेष अतिथि के रूप में शामिल हुए। उक्त के अलावा एसडीएम अपर्णा एमबी, एसडीएम हरबंस सिंह, एसडीएम सुरिंदर कौर व बड़ी संख्या में अन्य लोग मौजूद थे।

सूफी महोत्सव नए व लोकल कलाकारों के लिए बना मंच

पंजाब सरकार द्वारा राज्य में सूफी संगीत को पुनर्जीवित करने के प्रयास के तहत स्थानीय सरकारी कॉलेज में सूफी उत्सव का आयोजन किया गया। महोत्सव के दौरान जहां सुल्ताना नूरां, कंवर ग्रेवाल, कमाल खान, सरदार अली, मास्टर सलीम जैसे बड़े कलाकारों को लोगों ने सुनने व देखने का मौका मिल रहा है, वहीं एक दर्जन से अधिक उपेक्षित व स्थानीय कलाकारों को भी बड़ा मंच मिला है।

कलाकारों को सामने लाने का प्रयास

डिप्टी कमिश्नर डॉ. पल्लवी ने बताया कि पंजाब सरकार की मंशा के तहत जिला प्रशासन ने इस महोत्सव दौरान अधिक से अधिक संख्या में बच्चों व छुपे हुए कलाकारों को सामने लाने का प्रयास किया है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन इस प्रयास में काफी सफल रहा है। इस महोत्सव में अब तक 5 छात्र व 9 अन्य छुपे हुए कलाकार अपनी कला का प्रदर्शन कर चुके हैं।

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बता दें कि इस कार्यक्रम में काजल, किरणपाल कौर, रज्जाक मोहम्मद, हंसपाल सिंह, सहबाज समेत कई अन्य छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लिया। इसके अलावा आबिद अली, परवेज झिंजर, अरहम इकबाल, मोहम्मद अनीस ने भी अपनी कलात्मकता का एहसास कराया है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन भविष्य में भी उन्हें अच्छे अवसर उपलब्ध कराने का प्रयास करेगा।

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