किसान की मौत का मामला: संगरूर में किसानों और पुलिस प्रशासन के बीच बैठक, कई मांगों पर बनी सहमति
लोंगोवाल में किसान की मौत मामले को लेकर किसान संगठनों तथा पुलिस प्रशासन के दरमियान बैठक हुई। बैठक दौरान किसानों व पुलिस के बीच अधिकतर मांगों पर सहमति बन गई। किसानों ने लोंगोवाल घटना के उपरांत 53 किसानों पर दर्ज हुए मामले को रद्द करने पंजाब भर में पुलिस द्वारा हिरासत में लिए गए किसानों को रिहा करने मृतक किसान के परिवार को मुआवजा प्रदान करने सहित अन्य मांगें रखी।
By Jagran NewsEdited By: MOHAMMAD AQIB KHANUpdated: Tue, 22 Aug 2023 10:03 PM (IST)
संगरूर, जागरण संवाददाता: लोंगोवाल में किसान की मौत मामले को लेकर किसान संगठनों तथा पुलिस प्रशासन के दरमियान मंगलवार देर शाम को बड़रुखां चौकी में बैठक हुई। बैठक दौरान किसानों व पुलिस के बीच अधिकतर मांगों पर सहमति बन गई। बैठक में आईजी पटियाला रेंज एमएस छिन्ना, एसएसपी सुरेंद्र लंबा, एसपी पलविंदर सिंह चीमा व किसान यूनियन की तरफ से जसविंदर सिंह सोमा, भूपेंद्र सिंह लोंगोवाल, दरबार सिंह हरिगढ़, कुलविंदर सिंह, अमर सिंह शामिल हुए।
किसानों ने लोंगोवाल घटना के उपरांत 53 किसानों पर दर्ज हुए मामले को रद्द करने, पंजाब भर में पुलिस द्वारा हिरासत में लिए गए किसानों को रिहा करने, मृतक किसान प्रीतम सिंह के परिवार को मुआवजा प्रदान करने सहित अन्य मांगें रखी।इस दौरान अधिकतर मांगों पर पुलिस द्वारा सकारात्मक रुख अपनाए जाने के बाद किसानों ने नरम रुख अपनाते हुए बुधवार को लोंगोवाल थाने के समक्ष लगे पक्के मोर्चे संबंधी फैसला लेने का ऐलान किया।
पुलिस प्रशासन ने किसानों की मांगों पर जताई सहमति
बैठक संबंधी जानकारी देते हुए किसान नेता भूपेंद्र लोगोंवाल ने कहा कि बुधवार को 16 किसान संगठनों समेत संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं से विचार विमर्श करने के बाद अगला फैसला लिया जाएगा। फिलहाल पुलिस प्रशासन के साथ हुई बैठक में पुलिस प्रशासन ने किसानों की मांगों पर सहमति जताई है।अगर मांगे को पूरा किया गया तो पक्का मोर्चा समाप्त किया जा सकता है। वहीं पंजाब सरकार तथा केंद्र सरकार से संबंधित मांगों पर संघर्ष की अगली रूपरेखा का जल्द ऐलान किया जाएगा।