Farmer's Protest: संगरूर में सीएम आवास घेरने की तैयारी में किसान, पुलिस ने बेरिकेट्स लगा किया रास्ता बंद
किसानों ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर संगरूर में सीएम आवास घेरने की तैयारी कर दी है। स्टेज का मुंह सीएम आवास की ओर घुमा दिया गया है। किसानों को रोकने के लिए सीएम आवास के इर्द-गिर्द बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है।
By Jagran NewsEdited By: Kamlesh BhattUpdated: Thu, 20 Oct 2022 05:28 PM (IST)
जागरण संवाददाता, संगरूर। किसानों की मांगों को लेकर भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां ने मुख्यमंत्री भगवंत मान के आवास को घेरने की तैयारी कर दी है। 9 अक्टूबर से लगातार किसानों का प्रदर्शन जारी है। किसान संगठन 15 अक्टूबर को अल्टीमेटम दिया था कि अगर उनकी मांग नहीं मानी गई तो वह 20 अक्टूबर को मुख्यमंत्री आवास को घेरेंगे।
भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां ने अपने स्टेज का मुख सीएम आवास की ओर कर दिया है। मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। पुलिस ने मुख्यमंत्री के आवास की कालोनी के समक्ष लोहे के बेरिकेट्स लगाकर रास्ता बंद कर दिया है। इसके समक्ष किसान धरने पर बैठ गए हैं।
जोगिंदर सिंह उगराहां ने कहा कि पंजाब सरकार पर्यावरण प्रदूषण करने के लिए सीधे तौर पर किसानाें को जिम्मेदार ठहरा रही है, जबकि खेतों से केवल आठ प्रतिशत प्रदूषण होता है। बाकी प्रदूषण फैक्ट्रियों, कारखानों, भट्ठों इत्यादि से हो रहा है।Punjab | Bharti Kisan Union (BKU) (Ekta - Ugrahan) organises a rally outside the residence of Chief Minister Bhagwant Mann in Sangrur, demanding compensation to farmers for damaged crops and the death of cows due to lumpy skin disease. pic.twitter.com/JTRU6gOtFm
— ANI (@ANI) October 20, 2022
उगराहां ने कहा कि पंजाब सरकार के रवैये के कारण किसानों को सड़कों पर रात बितानी पड़ रही है। इस अवसर पर यूनियन ने मांग की कि मृतक किसान के परिवार को दस लाख रुपये मुआवजा, कर्ज माफी व एक सरकारी नौकरी दी जाए।
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- गुलाबी सुंडी, बारिश से तबाह नरमे व अन्य फसलों का मुआवजा दिया जाए।
- वायरल रोग से बर्बाद गुआरा, मूंग व धान की फसल की गिरदावरी करके मुआवजा दिया जाए।
- पंजाब का जल राज्य के हवाले किया जाए।
- निजी जल संशोधन प्रोजेक्ट रद कर सरकारी जल सप्लाई स्कीम पहले की तरह जारी रखी जाए।
- जीरा में शराब फैक्ट्री को बंद किया जाए।
- लुधियाना की फैक्ट्रियों व म्यूसिपल कारपोरेशन से बुड्डा नाले में जाते केमिकल को बंद किया जाए।