Move to Jagran APP

अब सुनाम रेलवे स्टेशन का नाम 'सुनाम ऊधम सिंह वाला' होगा

शहीद ऊधम सिंह के पैतृक शहर सुनाम के रेलवे स्टेशन का नाम बदलने को रेलवे ने मंजूरी दे दी है। इस रेलवे स्‍टेशन का नाम अब 'सुनाम ऊधम सिंह वाला' होगा।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Updated: Mon, 13 Nov 2017 09:46 AM (IST)
Hero Image
अब सुनाम रेलवे स्टेशन का नाम 'सुनाम ऊधम सिंह वाला' होगा

जेएनएन, सुनाम (संगरूर)। दशकों के इंतजार के बाद आखिरकार देश की आजादी के लिए शहादत देने वाले शहीद ऊधम सिंह के पैतृक शहर सुनाम के रेलवे स्टेशन को उनके नाम की पहचान मिलने का रास्ता साफ हो गया है। रेलवे ने इस रेलवे स्टेशन का नाम बदलने को मंजूरी दे दी है। अब इस रेलवे स्‍टेशन का नाम 'सुनाम ऊधम सिंह वाला' होगा।

सुनाम स्टेशन को शहीद के नाम की पहचान देने को रेलवे ने दिखाई हरी झंडी

गौरतलब है कि लंबे समय से शहीद के शहर को उनके नाम पर पहचान दिलाने की कोशिश चल रही थी। करीब 12 वर्ष पहले पंजाब सरकार ने भी शहीद के पैतृक शहर के नाम के साथ ऊधम सिंह वाला जोड़ने को मंजूरी दी थी। पंजाब सरकार ने रेल मंत्रालय को 20 नवंबर 2013 को सुनाम का नाम बदलने की सिफारिश की थी। इसक बाद तमाम औपचारिकताओं को पूरा करते हुए उत्तर रेलवे के कामर्शियल विभाग के चीफ कामर्शियल मैनेजर ने  इस संबंध में अब पत्र जारी किया है। इसके साथ ही, रेलवे ने सुनाम के पहले कोड एसएफएम को बदलकर एसएफएमयू कर दिया है।

यह भी पढ़ें: हड्डियों की बीमारी की दवा कर रहे लोगों के दांत व जबड़ा कमजोर

रेलवे ने सुनाम का कोड भी बदला, एसएफएम की जगह एसएफएमयू रखा

स्टेशन मास्टर ईश्वर सिंह ने बताया कि रेलवे स्टेशन का नाम बदलने की जानकारी मिल गई है। जैसे ही इस सबंध में जारी पत्र प्राप्त होगा, रेलवे स्टेशन पर नया नाम लिखवा दिया जाएगा। उन्होंने सुनाम का कोड बदले जाने की पुष्टि भी की।

शहीद ऊधम सिंह की बहन आस कौर के पोते जीत सिंह।

शहीद के परिवार के लोग बोले, देर आए दुरूस्त आए

रेलवे स्टेशन पर शहीद ऊधम सिंह का नाम लिखने को मंजूरी मिलने की सूचना से शहीद के परिजनों में खुशी की लहर दौड़ गई है। शहीद ऊधम सिंह की बहन आस कौर के पोते जीत सिंह ने कहा कि देर आए दुरूस्त आए। भले ही देरी हुई है, लेकिन रेलवे स्टेशन को शहीद के नाम की पहचान मिलने से उन्हें बहुत सुकून मिला है। उन्होंने मांग की कि शहर में हरेक विभाग के कार्यालय में अब सुनाम शहीद ऊधम सिंह वाला लिखा जाए। वर्तमान मेंप्रदेश सरकार के कई कार्यालयों में मात्र सुनाम ही लिखा जा रहा है।

यह भी पढ़ें: अब मैकेनिकल इंजीनियरिंग से हड्डियों का इलाज, PGI में नया प्रयोग

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।