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हादसे के बाद भी रेलवे ट्रैक से 50 मीटर की दूरी पर सजी स्टेज

संगरूर अमृतसर में मातम में बदली दशहरा मेले की खुशियों के दर्दनाक हादसे के बाद भी संगरूर रेलवे स्टेशन अधिकारियों व रेलवे पुलिस की नींद नहीं खुली है। शुक्रवार रात के हादसे के बावजूद शनिवार को संगरूर स्टेशन के रेलवे ट्रैक से महज 50 मीटर की दूरी पर ही रामलीला का मंचन किया जा रहा है। बेशक शुक्रवार को दशहरा मनाया जा चुका है, लेकिन पिछले दस दिन से लोग रेलवे ट्रैक के पास बैठकर रामलीला का आनंद लेते रहे हैं, जिसके प्रति दस दिन तक रेलवे अधिकारियों व पुलिस ने आंखें मुंदे रखी। हैरानी की बात है कि न तो यहां रामलीला करने के लिए प्रशासन से कोई अनुमति ली गई है तथा न ही प्रशासन को यहां रामलीला के मंचन की कोई जानकारी की है। शनिवार को भी अधिकारी इसके प्रति लापरवाह ही दिखाई दिए।

By JagranEdited By: Published: Sat, 20 Oct 2018 05:13 PM (IST)Updated: Sat, 20 Oct 2018 06:19 PM (IST)
हादसे के बाद भी रेलवे ट्रैक से 50 मीटर की दूरी पर सजी स्टेज

मनदीप कुमार, संगरूर :

अमृतसर में मातम में बदली दशहरा मेले की खुशियों के दर्दनाक हादसे के बाद भी संगरूर रेलवे स्टेशन के अधिकारियों व रेलवे पुलिस की आंखे नहीं खुली। शुक्रवार रात के हादसे के बावजूद शनिवार को संगरूर स्टेशन के रेलवे ट्रैक से महज 50 मीटर की दूरी पर ही रामलीला का मंचन किया जा रहा है। बेशक शुक्रवार को दशहरा मनाया जा चुका है, लेकिन पिछले दस दिन से लोग रेलवे ट्रैक के पास बैठकर रामलीला का आनंद लेते रहे, जिसके प्रति दस दिन तक रेलवे अधिकारियों व पुलिस ने आंखें बंद रखी। हैरानी की बात है कि न तो यहां रामलीला करने के लिए प्रशासन से कोई अनुमति ली गई है तथा न ही प्रशासन को यहां रामलीला के मंचन की कोई जानकारी है। शनिवार को भी अधिकारी इसके प्रति गैर जिम्मेदार ही बने रहे।

उल्लेखनीय है कि स्थानीय रेलवे स्टेशन के सामने ही राम नगर बस्ती है। रेलवे स्टेशन के उस ओर कोई चारदीवारी नहीं होने के कारण बस्ती के लोगों का शहर की तरफ आने के लिए इस रेलवे ट्रैक पर से ही होकर गुजरते हैं। पैदल आने-जाने वाले लोग रेलवे ट्रैक पर ही उतरकर दूसरी तरफ जाते हैं। रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर-2 के समाप्त होते ही वहां राम नगर बस्ती निवासियों व अन्य लोगों द्वारा ट्रैक से पचास मीटर की दूरी पर ही रामलीला का मंचन किया जा रहा है। शुक्रवार को दशहरे का मेला भी ट्रैक के साथ लगती करीब 40 फीट चौड़ी सड़क पर ही जलाया गया। रविवार को भी रामलीला के प्रबंधक मंच पर बैठे देखे गए और पूरा मंच पहले की भांति ही सजा रहा। रामलीला प्रबंधकों से बात की तो उन्होंने कहा कि अमृतसर साहिब में हुए हादसे का उन्हें भी काफी दुख है, लेकिन उनकी रामलीला को आज समाप्त हो जाएगी। हम लोगों को ट्रैक के समीप नहीं जाने देंगे। मुलाजिम रहते थे तैनात

रेलवे पुलिस संगरूर के एसएचओ चरणदीप ¨सह से बात की गई तो उन्होंने कहा कि रेलवे पुलिस की तरफ से रामलीला कमेटी को यहां रामलीला मंचन करने की अनुमति देने का कोई प्रावधान नहीं है। रामलीला के दौरान तीन मुलाजिम व दशहरे पर अन्य रेलवे पुलिस मुलाजिम समागम स्थल पर तैनात रखे गए, ताकि लोगों को ट्रैक के समीप जाने से रोका जा सके। हमने नहीं ली कोई अनुमति, प्रशासन की है जिम्मेदारी

संगरूर स्टेशन के अधिकारी ओमप्रकाश ने कहा कि इस जगह पर रामलीला का मंच लगाने के लिए रेलवे से कोई अनुमति रामलीला कमेटी ने नहीं ली है। जगह के लिए अनुमति देने की जिम्मेदारी प्रशासन की है। प्रशासन से रामलीला कमेटी ने कोई अनुमति ली है या नहीं। इसकी उन्हें कोई जानकारी नहीं है। - डीएसपी की लगाएंगे ड्यूटी, तुरंत होगी कार्रवाई:-

एसडीएम संगरूर अविकेश गुप्ता से बात करने पर उन्होंने कहा कि सरकारी रणबीर कालेज में शुक्रवार को हुए दशहरे मेले के लिए प्रशासन से अनुमति ली गई थी, बाकी किसी जगह के लिए भी किसी रामलीला प्रबंधक कमेटी ने कोई अनुमति नहीं ली है। रेलवे ट्रैक के समीप रामलीला का मंचन होने की उन्हें कई जानकारी नहीं है। डीएसपी की ड्यूटी लगाई जाएगी, ताकि वह तुरंत रामलीला कमेटी के मंच को ट्रैक से दूर करें।


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