Punjab News: बैसाखी पर अनाज मंडी पहुंची गेहूं की पहली ढेरी, किसानों में दिखा जबरदस्त उत्साह
Punjab News पंजाब में आज बैसाखी का पर्व मनाया जा रहा है। यह त्योहार फसल की समृद्धि के लिए मनाया जाता है। खास बात है कि इस दिन खालसा पंथ की भी स्थापना हुई थी। वहीं बैसाकी के पर्व पर पहली ढेरी मंडी पहुंच चुकी है। जिससे किसानों में भारी उत्साह देखने को मिला। गेहूं की खरीद के बाद चौबीस घंटे के बाद अदायगी होगी।
संवाद सूत्र, लहरागागा (संगरूर)। Punjab Latest News: मार्केट कमेटी के चेयरमैन शीशपाल आनंद व आढ़ती एसोसिएशन के प्रधान जीवन कुमार रबड़ द्वारा शनिवार को शहर की अनाज मंडी में गेहूं की सरकारी खरीद की शुरुआत करवाई।
बैसाखी के दिन पहली ढेरी संजय एंड कंपनी की दुकान पर किसान सतगुर सिंह खंडेबाद व जगतार सिंह खाई की पहुंची। जिसकी खरीद पनग्रेन खरीद एजेंसी ने की। चेयरमैन ने कहा कि पंजाब सरकार द्वारा किसानों, मजदूरों व आढ़तीयों को मंडी में खरीद प्रक्रिया दौरान कोई समस्या नहीं आने देगी।
सूखी गेहूं काटकर की लाने की अपील
गेहूं की खरीद के बाद चौबीस घंटे के बाद अदायगी होगी। मंडी में प्रत्येक प्रकार का प्रबंध किया जा चुका है। आढ़ती एसोसिएशन के प्रधान जीवन कुमार रबड़ ने किसानों को सूखी गेहूं काटकर लाने की अपील की, ताकि खरीद करने में किसी प्रकार की परेशानी न हो। इस मौके प्रेस सचिव शंभूु गोयल, जीवन कुमार मित्तल, सतीश कुमार, अनिल गर्ग, पवन कुमार, अमरनाथ, राम कुमार, प्रमोद गोयल, विजय कुमार आदि मौजूद थे।इसलिए मनाई जाती है बैसाखी
बता दें कि इस महीने में रबी की फसल पककर पूरी तरह से तैयार हो जाती है और उसकी कटाई शुरू हो जाती है। बैसाख महीने में गेहूं की फसल हरे से सुनहरी हो जाती है। फसल कटाई की खुशी में मनाए जाने वाले इस पावन पर्व पर किसानों की उमंग और उत्साह देखते ही बनता है।यही कारण है कि फसल की समृद्धि के लिए बैसाखी का पर्व मनाया जाता है। खालसा पंथ स्थापना दिवस बैसाखी का सिखों के साथ भी काफी गहरा संबंध रहा है।
सन् 1699 में सिखों के दसवें गुरु श्री गुरु गोबिंद सिंह जी ने इसी दिन श्री आनंदपुर साहिब में खालसा पंथ की स्थापना की थी।यह भी पढ़ें- SAD ने पंजाब की सात सीटों पर किया उम्मीदवारों का एलान, पटियाला से परनीत कौर को टक्कर देंगे एनके शर्मा; देखें पूरी लिस्ट
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