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    संगरूर में जाली ट्रेडिंग एप बनाकर 10 लाख 34 हजार रुपये की ऑनलाइन ठगी, दो व्यक्तियों के खिलाफ केस दर्ज

    Updated: Fri, 19 Sep 2025 04:10 PM (IST)

    संगरूर में साइबर क्राइम पुलिस ने जाली ट्रेडिंग ऐप के जरिए 10 लाख से अधिक की ठगी के आरोप में दो लोगों पर मामला दर्ज किया है। अभिषेक नाम के एक व्यक्ति ने शिकायत दर्ज कराई कि अंकुश नामक एक शख्स ने उसे और उसके दोस्तों को शेयर मार्केट सिखाने के बहाने डेमो ऐप में पैसे लगवाए और बाद में मुंबई भाग गया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

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    शेयर मार्केट सिखाने के नाम पर 10 लाख 34 हजार ठगे

    जागरण संवाददाता, संगरूर। थाना साइबर क्राइम संगरूर में जाली ट्रेडिंग एप बनाकर 10 लाख 34 हजार रुपये की ऑनलाइन ठगी करने पर दो व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। थाने की एसएचओ इंस्पेक्टर हरजीत कौर ने बताया कि अभिषेक निवासी किशनबाग कालोनी संगरूर ने अंकुश निवासी राम बस्ती हाल आबाद हरेड़ी रोड संगरूर और ललित मोहन निवासी अंबाला कैंट के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है।

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    अभिषेक ने बताया कि उसको और उसके साथी देव राज निवासी किशन बाग कॉलोनी संगरूर, मोहित कुमार निवासी शेरपुरा बस्ती और गुरिंदर सिंह निवासी गांव भुल्लरहेड़ी को शेयर मार्केट सीखने का शौक था। तीनों नौजवानों ने इंस्टाग्राम पर बुलजआईज ट्रेडिंग की एंड देखी और उसे सीखने की रिक्वेस्ट डाल दी। उनको फोन आया कि यदि घर बुलाकर कोर्स सीखना है तो 15 हजार रुपये और यदि आनलाइन कक्षा लगानी है तो 10 हजार रुपये लगेंगे।

    नौजवान अंकुश नाम के व्यक्ति को घर बुलाकर उससे कोर्स सीखने लगे। अंकुश ने तीनों से 45 हजार ले लिए। अंकुश ने एक सप्ताह का कोर्स करवा दिया। इसके बाद अंकुश ने शेयर मार्केट में उनके अकाउंट खुलवा दिए। कुछ दिनों तक काम भी करवाया।

    आखिर लाखों रुपये में से एक पैसा भी वापस नहीं मिला। पुलिस ने जांच के दौरान अंकुश सहित उसके रिश्तेदार ललित मोहन की भूमिका पाई गई। डीएसपी पुलिस डिटेक्टिव द्वारा की जांच के बाद साईबर थाना संगरूर ने अंकुश और ललित मोहन पर मामला दर्ज किया है। -- -

    अभिषेक ने बताया कि काम करते हुए कुछ समय के बाद उनको घाटा पड़ने लगा। जिसे लेकर वह चितित थे। फिर अंकुश ने उनका दोबारा विंग ट्रेड नाम की दूसरी एप में अकाउंट खोल दिया। एप डैमो एप थी, जिसमें अंकुश ने नौजवानों के पैसे लगवाए, इसमें भी उनको घाटा ही पड़ा। आखिर अंकुश ने कहा कि तीनों के अकाउंट खुद चलाएगा। अंकुश ने तीनों को अधिक से अधिक पैसे डालने को कहा।

    अंकुश के कहने पर नौजवान अभिषेक ने 5 लाख रूपये, देव राज से साढे 3 लाख, मोहित कुमार ने 2 लाख और गुरविंदर सिंह ने 6 लाख रुपये लगा दिए। बावजूद अंकुश ने उनको इस रकम का कोई लाभ नहीं दिया। जब इस संबंधी पूछा तो अंकुश ने कहा कि उनको घबराने की जरूरत नहीं, लगाए गए पैसे का लाभ जरूर मिलेगा।

    कुछ समय के बाद अंकुश ने नौजवानों को कहा कि वह मुंबई चला गया है। तीन महीने के बाद वापस लौटकर लाभ देगा। लेकिन एेसा नहीं हुआ। नौजवानों को पता चला कि जो एप उनको अंकुश ने थी दी वह डैमो एप थी, इसमें कोई पैसे नहीं डलते। अभिषेक ने पुलिस को शिकायत दी कि अंकुश उनको लाभ देने का झांसा देकर लाखों रुपये लूटकर ले गया है।