Baba Tarsem Singh Murder: अपराध के 12 साल... बीजेपी नेता को भी बनाया था शिकार, यहां पढ़िए सरबजीत की क्राइम कुंडली
Baba Tarsem Singh Murder उत्तराखंड के बाबा तरसेम सिंह की हत्या करने वाला सरबजीत सिंह 12 साल से अपराध की दुनिया से जुड़ा है। तरनतारन में बीजेपी नेता को भी अपना शिकार बना चुका है। वहीं नशा तस्करी के मामले में उत्तर प्रदेश की जेल में सजा काट चुका है। आरोपित के खिलाफ तरनतारन जिले में भी कई अपराधिक मामले दर्ज हैं।
धर्मबीर सिंह मल्हार, तरनतारन। Baba Tarsem Singh Murder: उत्तराखंड के शहीद ऊधम सिंह नगर जिले के गुरुद्वारा नानकमत्ता साहिब के डेरा कारसेवा प्रमुख बाबा तरसेम सिंह की गोलियां मारकर हत्या करने का आरोपित सरबजीत (Murderer Sarabjit) सिंह 12 वर्ष पहले ही अपराध की दुनिया से जुड़ गया था।
वह तरनतारन के गांव मियाविंड का रहने वाला है। उसके खिलाफ तरनतारन जिले में कई केस दर्ज हैं। शुक्रवार को पुलिस ने आरोपित के घर छापामारी की। इस दौरान आरोपित के दोनों बच्चे और पत्नी घर पर मौजूद थे। पुलिस ने तलाशी के दौरान घर से कुछ दस्तावेज कब्जे में लिए हैं। ग्रामीणों के अनुसार सरबजीत सिंह दस दिन पहले गांव में घूमता दिखाई दिया था।
उत्तर प्रदेश की जेल में सजा काट चुका सरबजीत
आरोपित सरबजीत के पिता सरूप सिंह के पास आठ एकड़ जमीन है। वह भी नशा तस्करी के मामले में उत्तर प्रदेश की जेल में सजा काट चुका है। वर्ष 2012 में थाना जंडियाला गुरु में सरबजीत के विरुद्ध चोरी का पहला केस दर्ज हुआ था। इसके बाद वह लगातार वारदातें करता गया। पुलिस ने शुक्रवार को रिकार्ड खंगाला तो 25 अगस्त 2012 को उसके खिलाफ थाना वैरोवाल में नशा तस्करी का केस दर्ज होने के सुबूत मिले।यह भी पढ़ें: Baba Tarsem Singh Murder: तरनतारन के सरबजीत सिंह ने ली हत्या की जिम्मेदारी, FB पोस्ट में लिखी वजह
2022 में भी एनडीपीएस एक्ट के तहत दर्ज है केस
इसी थाने में 2022 में भी एनडीपीएस एक्ट के तहत केस दर्ज है। 2016 व 2021 में अमृतसर में नशा तस्करी का केस दर्ज है। इसके अलावा 2021 में गोलियां चलाने, 2023 में मारपीट करने और अवैध असलहा रखने का केस भी दर्ज है। ग्रामीण सेवक सिंह, बहाल सिंह, मंगल सिंह और जागीर सिंह ने बताया कि सरबजीत दस दिन पहले गांव में घूम रहा था। वह गांव में लोगों से लड़ाई-झगड़े करता रहता था।
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