पहले बाप, फिर बेटा-बहू फंसे इस 'दरिंदे' के चंगुल में, और तबाह हो गया परिवार
पंजाब के कपूरथला के एक परिवार को नशे ने बर्बाद कर दिया। पहले पिता और फिर पुत्र चिट्टे के चंगुल में फंसा। पुत्र ने फिर पत्नी को इसका आदी बना दिया व पूरा परिवार बर्बाद हो गया।
By Sunil Kumar JhaEdited By: Updated: Sun, 08 Jul 2018 09:05 PM (IST)
तरनतारन, [धर्मबीर मल्हार]। पंजाब में नशे से बर्बाद हुए परिवारों और युवाओं की दास्तां रूह कंपा देती है। कपूरथला शहर से चार किलोमीटर की दूरी पर बसे एक गांव में एक युवक ने पिता को चिट्टे (हेरोइन) का नशा करता देखा तो खुद भी इसकी चंगुल में फंस गया। एक दिन पत्नी ने हेरोइन का नशा करते देख लिया तो उसे भी इसकी लत लगा दी। हालत यह हो गई कि पिता की नशे से मौत हो गई। जमीन, बाइक, कंबाइन और घर का सामान बिक गया। फिर भी लत न छूटी। मां ने घर से निकाल दिया तो पत्नी के साथ अब अस्पताल में भर्ती है।
युवक ने बताया, उसके किसान पिता मेवा सिंह (काल्पनिक नाम) के घर में एक समय हर तरह की सुख सुविधा थी। मेवा सिंह कंबाइन चलाता था और उसकी खेती-बाड़ी की अच्छी खासी जमीन भी थी। चार वर्ष पहले मेवा सिंह मालवा क्षेत्र में कंबाइन से गेहूं की कटाई लिए गया तो वापिस आते समय चिट्टे की सौगात ले आया।
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युवक ने बताया कि वापिस आकर पिता हेरोइन (चिट्टा) का आदी बन गया। घर की कमाई नशे की भेंट चढ़ने लगी। मेवा सिंह आठ एकड़ जमीन का बड़े भाई के साथ बंटवारा हो गया। बाकी बची जमीन में से ढाई एकड़ जमीन गिरवी रख कर मेवा सिंह चिट्टे का नशा करता रहा। बाप को देख बेटे ने भी नशे की राह पकड़ ली। दोनों बाप-बेटे ने नशे की ऐसी राह पकड़ी कि मोटरसाइकिल से लेकर कंबाइन तक बिक गई। इसी बीच नशे ने पिता की जान ले ली।
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युवक ने बताया कि 2016 में उसने चंडीगढ़ की रहनेवाली एक युवती से लव मैरिज की। एक दिन पत्नी ने उसे हेरोइन का कश लगाते देख लिया। पत्नी कहीं अपने मायके वालों काे इस बारे में न बता दे, इसलिए उसने उसे भी हेरोइन की लत लगा दी। इसके बाद पति-पत्नी दोनों नशे में चूर रहने लगे। हालत यह हो गई कि घर के बर्तन बिकने की बारी आ गई। इस पर विधवा मां ने बेटे और बहू को बेदखल कर डाला।पुलिस ने शिकंजा कसा तो किया तरनतारन का रुख
युवक ने बताया कि छह माह पहले कपूरथला जिले में चिट्टे पर जब शिकंजा कसा गया तो नशे की कमी को पूरा करने लिए उसने पत्नी के साथ तरनतारन का रुख किया। इस जिले से वह आसानी से तीन हजार में नशे का एक पुडिय़ा ले लेता था, लेकिन एक पुडिय़ा से पति-पत्नी का नशा पूरा नहीं होता था। नशे के लिए पैसा कम पड़ने लगा तो उसने कई बार उसने चोरी और डाका डालने की सोची, लेकिन पत्नी ने साथ देने से मना कर दिया। इसके बाद दोनों ने नशे छोड़ने की सोची। यह भी पढ़ें: एक्शन में कैप्टन सरकार, युवती काे नश्ो का आदी बनाने में आरोपित डीएसपी गिरफ्तार
युवक ने बताया कि छह माह पहले कपूरथला जिले में चिट्टे पर जब शिकंजा कसा गया तो नशे की कमी को पूरा करने लिए उसने पत्नी के साथ तरनतारन का रुख किया। इस जिले से वह आसानी से तीन हजार में नशे का एक पुडिय़ा ले लेता था, लेकिन एक पुडिय़ा से पति-पत्नी का नशा पूरा नहीं होता था। नशे के लिए पैसा कम पड़ने लगा तो उसने कई बार उसने चोरी और डाका डालने की सोची, लेकिन पत्नी ने साथ देने से मना कर दिया। इसके बाद दोनों ने नशे छोड़ने की सोची। यह भी पढ़ें: एक्शन में कैप्टन सरकार, युवती काे नश्ो का आदी बनाने में आरोपित डीएसपी गिरफ्तार
इसके बाद वह नशे की लत छोड़ने के लिए युवक और उसकी पत्नी तरनतारन के सिविल अस्पताल आए। अब उनका यहां इलाज चल रहा है। युवक ने बताया कि चार वर्ष तक वह घर की बर्बादी अपने हाथों से करता रहा। अब वह नशा छोड़ कर अपनी जिंदगी की जिम्मेदारी निभाना चाहता है।
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