Punjab News: तरनतारन में नशे का टीका लगाने से दो युवकों की मौत, दोस्तों पर हत्या का संदेह!
पंजाब में फिल्लौर व तरनतारन में नशे का टीका लगाने से दो युवकों की मौत हो गई। तरनतारन जिले में एक माह में नशे से मौत के कई मामले सामने आए हैं। युवा नशे के सबसे अधिक शिकार हो रहे हैं। (फाइल फोटो)
जागरण संवाददाता, तरनतारन: फिल्लौर व तरनतारन में नशे का टीका लगाने से दो युवकों की मौत हो गई। तरनतारन के कस्बा फतेहाबाद में 22 वर्षीय जुगराज सिंह नामक युवक की नशे से मौत हो गई। उसने रविवार रात को अपने दोस्तों के साथ मिलकर नशे का टीका लगवाया और घर आ गया।
उसकी सोमवार तड़के तीन बजे तबीयत बिगड़ी और कुछ देर बाद उसकी मौत हो गई। फतेहाबाद कस्बे के तरसेम सिंह मजदूरी करके परिवार का गुजारा करते थे। उनकी डेढ़ वर्ष पहले मौत हो गई। पत्नी निर्मल कौर घरों में कामकाज करके परिवार चलाने लगी।
नशा छुड़ाओ केंद्र में भी भेजा था युवक
निर्मल कौर ने बताया कि उनके दो बेटे सतनाम सिंह सोनू व रणजीत सिंह राणा शादीशुदा हैं। सबसे छोटा बेटा जुगराज सिंह कुछ समय से नशे का आदी हो गया था। दस दिन पहले वह बेटे को लेकर गोइंदवाल साहिब के नशा छुड़ाओ केंद्र गईं, परंतु डाक्टरों ने यह कहकर वापस भेज दिया कि 15 दिन बाद जुगराज को दाखिल किया जाएगा।
भाइयों सतनाम और रणजीत ने बताया कि करीब दस दिन से उसका भाई जुगराज घर में ही रहता था। कुछ दोस्तों ने रविवार शाम को फोन करके उसे बाहर बुलाया। देर रात को जुगराज घर लौटा तो बाजू पर टीके का निशान मिला।
कस्बे में सरेआम बिक रहा नशा
भाइयों ने बताया कि जुगराज रात को बिना खाना खाए सो गया। सुबह तीन बजे तबीयत बिगड़ी और उसकी मौत हो गई। सोनू और राणा ने आरोप लगाया कि कस्बे में सरेआम नशा बिक रहा है। पुलिस जानती है कि नशा बेचने वाले कौन हैं, फिर भी कार्रवाई नहीं करती।
इसीलिए शव का पोस्टमार्टम नहीं करवाया जा रहा। पुलिस चौकी फतेहाबाद के प्रभारी सब इंस्पेक्टर इकबाल सिंह का कहना है कि जुगराज की मौत नशे से हुई है, ऐसा कहना ठीक नहीं। क्योंकि न तो परिवार ने शिकायत दी है और ना ही शव का पोस्टमार्टम करवाया गया है।