Punjab News: आतंकी लखबीर का गुर्गा हथियारों के साथ गिरफ्तार, इस वारदात को अंजाम देने की फिराक में था
पंजाब पुलिस ने कनाडा में छिपे आतंकी लखबीर सिंह के गुर्गे गुरलाल सिंह उर्फ लाली बैंका को हथियारों के साथ गिरफ्तार किया है। लाली को भिखीविंड बस अड्डे से गिरफ्तार किया गया जहां वह किसी वारदात को अंजाम देने की फिराक में था। उसके पास से दो पिस्तौल .315 बोर की राइफल 80 कारतूस एक मैगजीन और एक मोबाइल फोन बरामद हुआ है।
जागरण संवाददाता, तरनतारन। पंजाब पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। कनाडा में छिपे आतंकी लखबीर का गुर्गे को हथियारों के साथ गिरफ्तार कर लिया है। कनाडा में छिपकर पंजाब और अन्य राज्यों में आतंकी वारदात करवाने वाले आतंकी लखबीर सिंह हरीके के गुर्गे गुरलाल सिंह उर्फ लाली बैंका को भिखीविंड बस अड्डे पर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
आरोपित काले रंग की थार में असलहा लेकर घूम रहा था। उससे दो पिस्तौल, .315 बोर की राइफल, 80 कारतूस, एक मैगजीन और एक मोबाइल फोन की बरामदगी की गई। आरोपित को अदालत में पेश करने के बाद रिमांड पर लेकर पूछताछ शुरू कर दी गई है।
गुरलाल सिंह उर्फ लाली गिरफ्तार
एसएसपी गौरव ने बताया कि सब डिवीजन भिखीविंड के डीएसपी प्रीतइंद्र सिंह की अगुआई में थाना खालड़ा प्रभारी सतपाल सिंह द्वारा भिखीविंड बस अड्डा पर काले रंग की थार (पीबी46एएल-2431) सवार गुरलाल सिंह उर्फ लाली को उस समय गिरफ्तार किया गया, जब वह किसी वारदात को अंजाम देने की फिराक में था।
अनाज मंडी में चलाई थीं गोलियां
थार की तलाशी लेने पर हथियार मिले। एसएसपी ने बताया कि आरोपित ने गांव माड़ीमेघा निवासी डा. सुखविंदर सिंह के घर पर 13 सितंबर को और माड़ीमेघा की अनाज मंडी में 11 जुलाई को गोलियां चलाई थीं।
आतंकी लखबीर के इशारे पर आरोपित पहले भी कई वारदात कर चुका है। लाली के खिलाफ कुल सात केस दर्ज हैं। जनवरी में वह जमानत पर बाहर आया था।
पहले भी गिरफ्तार हो चुके थे तीन गुर्गे
वहीं, इससे पहले पुलिस कमिश्नर स्वप्न शर्मा के नेतृत्व में जालंधर कमिश्नरेट पुलिस ने कनाडा स्थित आतंकवादी लखबीर सिंह लांडा (Lakhbir Singh Landa) के गैंग से जुड़े तीन कुख्यात अपराधियों को गिरफ्तार किया था। सभी पर यूएपीए के तहत कार्रवाई की गई है।
बाइक सवार ने चलाई थी गोली
पुलिस कमिश्नर ने कहा था कि कोहली स्पोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड, लेदर कॉम्प्लेक्स में सुरक्षा अधिकारी जतिंदर सिंह ने शिकायत की थी कि तीन जून को सुबह करीब 5:15 बजे दो व्यक्ति मुख्य द्वार से मोटरसाइकिल पर आए थे और पीछे बैठे व्यक्ति ने उन पर गोली चला दी थी और उनकी हत्या करने का प्रयास किया था।
गिरफ्तार गुरप्रीत सिंह ने कबूल किया था कि पढ़ाई छोड़ने के बाद वह यादविंदर सिंह उर्फ यादा और लखबीर लांडा के साथ जुड़ गया था।