Rajasthan: राजस्थान में 156 फायरमैन अयोग्य घोषित, फर्जी डिग्री से नौकरी हासिल करने का आरोप
राजस्थान में पेपर लीक नकल और मूल परीक्षार्थी के स्थान पर डमी कैंडिडेट बिठाने के मामले कई बार सामने आ चुके हैं लेकिन अब फर्जी डिग्री और डिप्लोमा के आधार पर फायरमैन की नौकरी हासिल करने का मामला सामने आया है। फायरमैन की भर्ती करने वाले राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड ने जांच के बाद फर्जीवाड़ा करने वाले 156 अभ्यर्थियों को अयोग्य घोषित कर दिया है।
जागरण संवाददाता, जयपुर। राजस्थान में पेपर लीक, नकल और मूल परीक्षार्थी के स्थान पर डमी कैंडिडेट बिठाने के मामले कई बार सामने आ चुके हैं, लेकिन अब फर्जी डिग्री और डिप्लोमा के आधार पर फायरमैन की नौकरी हासिल करने का मामला सामने आया है। फायरमैन की भर्ती करने वाले राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड ने जांच के बाद फर्जीवाड़ा करने वाले 156 अभ्यर्थियों को अयोग्य घोषित कर दिया है। अब वे बोर्ड की किसी परीक्षा में शामिल नहीं हो सकेंगे।
बोर्ड अध्यक्ष आलोक राज ने बताया कि फर्जीवाड़े की सूचना पुलिस (एसओजी) को दी गई है। पुलिस उन संस्थानों के बारे में भी जानकारी जुटा रही है, जहां से फर्जी डिग्री और डिप्लोमा हासिल किए गए। बोर्ड ने नए अभ्यर्थियों को मौका देने की तैयारी शुरू कर दी है।
2022 में फायरमैन की परीक्षा में 600 अभ्यर्थियों का चयन हुआ था
दरअसल, बोर्ड की ओर से जनवरी 2022 में आयोजित फायरमैन की परीक्षा में 600 अभ्यर्थियों का चयन हुआ था। इनमें से पिछले वर्ष सितंबर में 400 अभ्यर्थियों को नियुक्ति दी गई थी। इस बीच बोर्ड को कुछ अभ्यर्थियों द्वारा फर्जी डिग्री और डिप्लोमा प्रस्तुत किए जाने की सूचना मिली तो जांच की गई। इसमें 156 अभ्यर्थियों के दस्तावेज फर्जी निकले।अब बोर्ड ने राज्य सरकार को लिखा है कि नौकरी पाने वाले सभी लोगों की डिग्री और डिप्लोमा सहित अन्य दस्तावेजों की जांच की जाए। बोर्ड ने फर्जीवाड़ा करने वाले अभ्यर्थियों के नाम और रोल नंबर अपनी साइट पर प्रकाशित भी कर दिए हैं।
कई भर्ती परीक्षाओं में फर्जीवाड़ा हुआ
उल्लेखनीय है कि प्रदेश में पिछली कांग्रेस सरकार में शिक्षक भर्ती परीक्षा और पुलिस उप निरीक्षक सहित कई भर्ती परीक्षाओं में फर्जीवाड़ा हुआ है। पुलिस उप निरीक्षक भर्ती परीक्षा में पेपर लीक, नकल और डमी कैडिंडेट बिठाने के मामले में अब तक एक सौ से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें 50 से अधिक प्रशिक्षु उप निरीक्षक शामिल हैं।राजस्थान सरकार ने स्कूल से वापस मंगाई चार पुस्तक
राजस्थान में सभी उच्च माध्यमिक सरकारी स्कूलों में पिछले महीने चार ऐसी पाठ्य पुस्तकें पहुंच गईं, जिन पर भाजपा नेताओं और शिक्षाविदों को आपत्ति थी। सबसे अधिक विवाद गोधरा कांड के उल्लेख वाली पुस्तक 'अ²श्य लोग-उम्मीद और साहस की कहानियां' नामक पुस्तक पर हुआ।सरकार ने पिछले दिनों जांच कमेटी बनाई थी, जिसकी प्रारंभिक रिपोर्ट के आधार पर मंगलवार को पुस्तक वापस मंगवा ली गई। राज्य सरकार के निर्देश पर राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद ने अन्य उन तीन पुस्तकों को भी वापस मंगवा लिया है, जिनमें दो कक्षाओं के लिए 'जीवन की बहार' और तीसरी 'चिठ्ठी - एक कुत्ता और उसका जंगल फार्म' है।
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