Coronavirus: राजस्थान में कोरोना के 16613 नए मामले और 120 मौतें
Coronavirus राजस्थान में कोरोना के 16613 नए मामले सामने आए 120 मौतें हुईं और 8303 रिकवर हुए। कुल मामले 563577 हो गए हैं। प्रदेश के कई जिलों में कोरोना के मामले बढ़ते जा रही है। इधर ऑक्सीजन की कमी के कारण दस मरीजों की मौत हो गई
By Sachin Kumar MishraEdited By: Updated: Wed, 28 Apr 2021 10:28 PM (IST)
जयपुर, जागरण संवाददाता। राजस्थान में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 16613 नए संक्रमित मिलने के साथ ही 120 मरीजों की मौत हो गई। प्रदेश में एक्टिव केसों की संख्या एक लाख 63 हजार 372 है। अब तक कुल पांच लाख 63 हजार 577 पॉजिटिव केस सामने आए हैं। मृतकों की संख्या 3926 है। बुधवार को अस्पतालों उपचार के बाद स्वस्थ होने पर 8303 लोगों को घर भेजा गया। उधर, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की पत्नी सुनीता गहलोत कोरोना संक्रमित हो गई। सीएम ने ट्वीट कर यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि प्रोटोकॉल के अनुसार, होम आइसोलेशन में उनका इलाज शुरू हो गया। चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने कहा कि वर्तमान में ऑक्सीजन के साथ सबसे अधिक मांग रेमडेसिविर इंजेक्शन की है।
सरकार ने इस बारे में केंद्र सरकार से मांग की है। आगामी दिनों में प्रतिदिन 10 हजार रेमडेसिविर इंजेक्शन की आवश्यक्ताा हो सकती है। इसी को ध्यान में रखकर केंद्र सरकार से आग्रह किया गया है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में राजस्थान को 310 मैट्रिक टन से अधिक मेडिकल ऑक्सीजन की जरूरत है, लेकिन बमुश्किल से करीब 300 मैट्रिक टन ऑक्सीजन मिल पा रहा है। उन्होंने कहा कि जिस तरह प्रतिदिन ऑक्सीजन की मांग बढ़ रही है। उसको देखते हुए आगामी दो से तीन दिन में 365 मैट्रिक टन ऑक्सीजन की जरूरत होगी। ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए 32 टैँकरों की जरूरत होगी, जिनकी क्षमता करीब 400 मैट्रिक टन मेडिकल ऑक्सीजन सप्लाई की होगी। वर्तमान में प्रदेश के पास केवल 23 मेडिकल ऑक्सीजन सप्लाई करने वाले टैंकर हैं। जिनसे करीब 258 मैट्रिक टन ऑक्सीजन की सप्लाई की जा रही है। केंद्र सरकार को ऑक्सीजन की सप्लाई के लिए रेल चलाई जानी चाहिए।
सरकारी अस्पताल में महिला की तड़पते हुए मौत
राजस्थान में धौलपुर जिले के बाड़ी कस्बे में बुधवार को एक महिला की सरकारी अस्पताल के गेट पर तड़पते हुए मौत हो गई, परिजन उपचार करने को लेकर डॉक्टरों के सामने हाथ जोड़ते रहे, लेकिन डॉक्टरों ने उसे संभाला नहीं और परिजनों से कह दिया यह तो मर गई घर ले जाओ। महिला की मौत पर परिजनों ने हंगामा किया तो उपखंड अधिकारी और पुलिस उप अधीक्षक ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को संभाला। बुधवार को आकपुरा गांव निवासी रामसिंह की 55 वर्षीय पत्नी नत्थो की तबीयत बिगड़ गई। उसके दस दिन पहले ही वैक्सीन लगवाई गई थी,तब से उसकी तबीयत ठीक नहीं थी। बुधवार को जब उसकी हालात ज्यादा खराब हुई तो परिजन एंबुलेंस की व्यवस्था में जुटे।
एंबुलेंस नहीं मिली तो बाइक पर बीच में महिला को बिठाकर 12 किलोमीटर दूर बाड़ी स्थित सरकारी अस्पताल पहुंचे। परिजन महिला को लेकर अस्पताल गए तो वह अचेत होकर गेट पर ही गिर गई। जैसे-तैसे उसे अंदर ले जाया गया। हालात बिगड़ते गए और परिजन उपचार को लेकर डॉक्टरों व नर्सिंगकर्मियों के हाथ जोड़ते रहे, लेकिन किसी ने उनकी नहीं सुनी। कुछ देर बाद एक डॉक्टर ने परिजनों से बोला, मर गई यह तो ले जाओ इसे घर। महिला की मौत होने ही परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया। सूचना पर उपखंड अधिकारी राधेश्याम मीणा और पुलिस उप अधीक्षक बाबूलाल अस्ताल पहुंचे और उन्होंने जैसे-तैसे मामला शांत कराया। अस्पताल में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. शिवदयाल ने बताया कि महिला की मौत किस कारण से हुई इसकी जांच की जा रही है, यदि किसी कार्मिक की लापरवाही रही तो कार्यवाही होगी।
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