केंद्र में गठबंधन लेकिन राजस्थान में कांग्रेस के सामने चुनाव लड़ रही दो पार्टियां, राज्य में कल होगा मतदान
Rajasthan Election 2023 राजस्थान में शनिवार को मतदान होना है। मतदान से एक दिन पहले घर-घर जनसंपर्क अभियान के दौरान भाजपा नेताओं ने मतदाताओं के बीच यह मुददा उठाया। भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सी.पी.जोशी ने कहाभाजपा का ये पार्टियां कभी मुकाबला नहीं कर सकती है।इंडिया गठबंधन में शामिल कांग्रेसआम आदमी पार्टी माकपा सहित अन्य दलों ने राजस्थान में कई सीटों पर एक-दूसरे के खिलाफ प्रत्याशी खड़े किए हैं।
जागरण संवाददाता, जयपुर। केंद्र में भाजपा के खिलाफ एकजुट हो रही राजनीतिक पार्टियों ने राजस्थान में एक-दूसरे के सामने प्रत्याशी खड़े किए हैं। इंडिया गठबंधन में शामिल कांग्रेस,आम आदमी पार्टी माकपा सहित अन्य दलों ने राजस्थान में कई सीटों पर एक-दूसरे के खिलाफ प्रत्याशी खड़े किए हैं। जबकि राष्ट्रीय राजनीति में ये सभी पार्टियां भाजपा के खिलाफ एकजुट होकर चुनाव लड़ने की बात कर रही है।
राजस्थान में शनिवार को मतदान होना है। मतदान से एक दिन पहले घर-घर जनसंपर्क अभियान के दौरान भाजपा नेताओं ने मतदाताओं के बीच यह मुददा उठाया। भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सी.पी.जोशी ने कहा,भाजपा की ये पार्टियां कभी मुकाबला नहीं कर सकती है।
सभी पार्टियों के अपने-अपने स्वार्थ
भाजपा के खिलाफ एकजुटता की बात करने वाली सभी पार्टियों के अपने-अपने स्वार्थ हैं। हालांकि ये अलग-अलग चुनाव लड़ रही हैं। लेकिन यदि एकजुट होकर भी लड़े तो भी भाजपा को नुकसान पहुंचाने की इनकी स्थिति नहीं है। उधर भाजपा के साथ हरियाणा में सरकार चला रही जन नायक जनता पार्टी (जेजेपी) ने राजस्थान में 20 सीटों पर प्रत्याशी खड़े किए हैं। हरियाणा के उप मुख्यमंत्री और जेजेपी के नेता दुष्यंत चौटाला ने राजस्थान में चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा के खिलाफ भाषण दिए हैं।
भाजपा नेताओं ने जेजेपी के खिलाफ कही अपनी बात
वहीं भाजपा नेताओं ने जेजेपी के खिलाफ अपनी बात कही है। वहीं, एनडीए एलायंस और भाजपा के दूसरे राज्यों में सहयोगी दल जनता जननायक पार्टी, शिव सेना सहित अन्य दल भी एक-दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं। प्रदेश में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) व आजाद समाज पार्टी (एएसपी) के बीच करीब 150 सीटों पर गठबंधन हुआ है।
बीटीपी कांग्रेस के खिलाफ लड़ रही है चुनाव
वहीं कांग्रेस ने राष्ट्रीय लोकदल के लिए केवल एक सीट छोड़ी है। वर्तमान अशोक गहलोत सरकार पर जब-जब संकट आया भारतीय ट्राइबल पार्टी (बीटीपी) के दो विधायकों ने उनका साथ दिया। लेकिन अब बीटीपी आदिवासी इलाके में कांग्रेस के खिलाफ चुनाव लड़ रही है। इडिया गठबंधन में कांग्रेस के साथ शामिल आप 88 और माकपा 17 सीटों पर चुनाव लड़ रही है।