खुद सेना में भर्ती नहीं हो सका, मशीन से अपनी पीठ पर 62 शहीदों के नाम गुदवा दिए, लिम्का बुक में नाम दर्ज
राजस्थान में अलवर जिले के लामचपुर गांव निवासी मुकेश सिंह ने अपनी पीठ पर 62 शहीदों के नाम गुदवाए हैं। मुकेश खुद सेना में भर्ती होना चाहता था लेकिन सफलता नहीं मिली लेकिन मशीन से अपनी पीठ पर 62 शहीदों के नाम गुदवा दिए।
जागरण संवाददाता, जयपुर! राजस्थान में अलवर जिले के लामचपुर गांव निवासी मुकेश सिंह ने अपनी पीठ पर 62 शहीदों के नाम गुदवाए हैं। मुकेश खुद सेना में भर्ती होना चाहता था, लेकिन सफलता नहीं मिली । वह खुद तो सेना में भर्ती नहीं हो सका, लेकिन मशीन से अपनी पीठ पर 62 शहीदों के नाम गुदवा दिए। एक प्राइवेट होटल में कार्यरत मुकेश सिंह ने बताया कि उसके चाचा हनुमान सिंह और कई अन्य रिश्तेदार सेना में थे ।
हनुमान सिंह साल,1971 के भारत-पाक युद्घ के दौरान शहीद हो गए थे । इस पर मुकेश ने अपने चाचा और 61 अन्य शहीदों के नाम गुदवाए। इस तरह कुल 62 शहीदों के नाम मुकेश की पीठ पर गुदे हुए हैं । मुकेश ने यह नाम 10 दिसंबर,2009 को गुदवाए । मुकेश का कहना है कि चाहे मैं सेना में भर्ती नहीं हो सका । लेकिन देशभक्ति मेरी रग-रग में बसी है। मैं सैनिकों के नाम नाम लोगों को दिखाकर अपना कर्तव्य निभा रहा हूं । उन्होंने कहा कि जिन के नाम लिखवाए हैं ,उनमें अलवर के अतिरिक्त झुंझुनूं जिले के भी शहीद शामिल है ।
उल्लेखनीय है कि मुकेश का नाम साल,2013 में लिम्का बुक आॅफ रिकॉर्ड में शामिल किया गया था । रविवार को स्वतंत्रता दिवस के राज्य स्तरीय समारोह के दौरान मुकेश की पीठ देख लोगों के आकर्षण का केंद्र बनी हुई थी ।