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Laxmi Vilas Hotel Case: पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण शौरी सीबीआइ कोर्ट में पेश

Laxmi Vilas Hotel Case 252 करोड़ रुपये के लक्ष्मी विलास पैलेस होटल को महज 7.50 करोड़ रुपये बेचकर सरकार को 244 करोड़ रुपये का नुकसान पहुंचाने के मामले में सीबीआइ की अदालत ने अरुण शौरी समेत अन्य जनो के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किए थे।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Updated: Wed, 14 Oct 2020 07:32 PM (IST)
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लक्ष्मी विलास पैलेस मामले में अरुण शौरी सीबीआइ कोर्ट में पेश।

जोधपुर, संवाद सूत्र। Laxmi Vilas Hotel Case: उदयपुर के लक्ष्मी विलास पैलेस होटल से जुड़े मामले में पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण शौरी बुधवार को सीबीआइ कोर्ट में पेश हुए। शौरी ने खुद और उनके मित्र पूर्व केंद्रीय मंत्री स्व.जसवंत सिंह के बेटे पूर्व सांसद मानवेंद्र सिंह व पुत्रवधू चित्रा सिंह ने बतौर जमानतदार मुचलके पेश किए। 252 करोड़ रुपये के लक्ष्मी विलास पैलेस होटल को महज 7.50 करोड़ रुपये बेचकर सरकार को 244 करोड़ रुपये का नुकसान पहुंचाने के मामले में सीबीआइ की अदालत ने अरुण शौरी समेत अन्य के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किए थे, जिसके बाद सभी ने इस आदेश के खिलाफ हाईकोर्ट में अर्जी लगाई थी। इस मामले में हाईकोर्ट ने सभी आरोपियों की गिरफ्तारी पर रोक लगाते हुए व्यक्तिगत रूप से 15 अक्टूबर तक उपस्थित होकर जमानती मुचलके भरने का आदेश दिया था। इसी क्रम में अरुण शौरी ने अपना जमानती मुचलका जमा करवाया। मामले में गुरुवार को सुनवाई होगी।

उदयपुर की विश्वस्तरीय होटल को कम दामो में बेच कर सरकार को करोड़ों रुपये का नुकसान करने के मामले में सीबीआइ कोर्ट ने भारत होटल्स लिमिटेड की प्रबंध निदेशक ज्योत्सना सूरी, लाजार्ड इंडिया लिमिटेड नई दिल्ली के तत्कालीन प्रबंध निदेशक आशीष गुहा व कांतिलाल कर्मसे और अरुण शौरी को आरोपी माना था। ये सभी लोग भी कोर्ट में हाजिर होकर अपना मुचलका भर चुके हैं। इसके बाद मामले में अरुण शौरी बुधवार को सीबीआइ कोर्ट पहुंचे। उनके साथ भाजपा नेता तत्कालीन विदेश मंत्री दिवंगत जसवंत सिंह जसोल के पुत्र मानवेन्द्र सिंह और उनकी पत्नी चित्रा भी थी। शौरी ने खुद दो लाख का और मानवेन्द्र व चित्रा ने एक-एक लाख रुपये के मुचलके पेश किए। सीबीआइ कोर्ट में यह कार्रवाई पूरी करने में एक घंटे से ज्यादा का समय लगा। शौरी को उनकी पत्नी और बेटे की तबीयत को देखते हुए हाईकोर्ट ने उन्हें 15 अक्टूबर तक कभी भी पेश होने की छूट दी थी। वहीं, इस मामले में 15 अक्टूबर यानी गुरुवार को ही अगली सुनवाई है।

मानवेन्द्र सिंह ने पिता के दोस्त का निभाया साथ

तत्कालीन अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में मंत्री रहे अरुण शौरी के मित्र दिवंगत जसवंत सिंह के पुत्र मानवेंद्र सिंह ने अपने पिता के दोस्त रहे शौरी का साथ निभाया। वह अपने पिता के निधन के बाद पहली बार सार्वजनिक रूप से नजर आए। जहां वे अरुण शौरी के साथ सीबीआइ कोर्ट पहुंचे और पत्नी चित्रा सिंह के साथ अरुण शौरी के लिए एक एक लाख के निजी मुचलके पेश किए।

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