अशोक गहलोत बोले, लोगों ने मेरे लिए वोट दिया; इसलिए मैं सीएम बना Jaipur News
Ashok Gehlot. अशोक गहलोत ने कहा कि विधानसभा चुनाव में लोगों में यह भावना थी कि अशोक गहलोत मुख्यमंत्री बनना चाहिए और कोई सीएम नहीं बनना चाहिए।
By Sachin MishraEdited By: Updated: Wed, 10 Jul 2019 06:53 PM (IST)
जयपुर, जेएनएन। कांग्रेस अध्यक्ष पद से राहुल गांधी के इस्तीफे और उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के साथ चल रही तनातनी के बीच राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बड़ा राजनीतिक बयान दिया है। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव में लोगों में यह भावना थी कि अशोक गहलोत मुख्यमंत्री बनना चाहिए और कोई सीएम नहीं बनना चाहिए। पूरे प्रदेश के लोग कह रहे थे कि अगर कोई मुख्यमंत्री बने तो वह अशोक गहलोत ही बने। प्रदेश के लोगों की भावनाओं का आदर करते हुए राहुल गांधी ने मुझे सीएम बनने का अवसर दिया।
गहलोत ने कहा कि ऐसा प्यार, मोहब्बत, इतना विश्वास और इतनी पुकार मैंने पहले सीएम रहते हुए कभी नहीं सुनी, इसलिए मेरा मुख्यमंत्री बनना और शपथ लेना बनता था जो मैंने किया। उन्होंने कहा कि लोगों ने मुझे मुख्यमंत्री बनाने के लिए वोट दिया था। राहुल गांधी के इस्तीफे के बाद विभिन्न राज्यों के कांग्रेसी नेताओं द्वारा दिए जा रहे इस्तीफों के बीच गहलोत सहित राजस्थान के अन्य नेताओं पर भी इस्तीफे की पेशकश का दबाव बनाया जा रहा था।कांग्रेस में चल रहे आंतरिक घटनाक्रम के बीच गहलोत ने बुधवार को बजट पेश करने के बाद मीडिया से बात करते हुए राजनीति बयान दिया है। गहलोत के इस बयान को उनका विरोधी खेमा एक बार फिर मुद्दा बना सकता है, क्योंकि प्रदेश प्रभारी राष्ट्रीय महासचिव अविनाश पांडे ने पिछले दिनों सभी नेताओं को शांत रहने के लिए कहा था।
कांग्रेस में बढ़ सकती है गुटबाजी
गहलोत ने बयान देकर यह संदेश देने का प्रयास किया कि वे जनता की भावना के आधार पर सीएम बने हैं। लोकसभा चुनाव में हार को लेकर खुद पर लगाए जा रहे आरोपों के बीच गहलोत ने कहा कि विधानसभा में हमारी अच्छी जीत हुई। लेकिन लोकसभा चुनाव में हम हार गए, पूरे देश में हम हारे हैं। पूरे देश में हुई हार का असर राजस्थान में भी हुआ। पीएम नरेंद्र मोदी ने सेना, राष्ट्रवाद और धार्मिकता को मुद्दा बनाकर चुनाव लड़ा और लोगों ने भावनाओं में बहकर भाजपा को वोट दिया। मोदी सरकार के पास उपलब्धि के नाम पर कुछ भी नहीं था, केवल भावनाओं के आधार पर चुनाव लड़ा गया। चुनाव में भाजपा के प्रत्याशियों के बजाय मोदी के नाम को आगे किया गया।उन्होंने कहा कि केंद्र से राज्य के हिस्से का पूरा पैसा लेकर रहेंगे, अपना हिस्सा छोड़ने वाले नहीं हैं। पूरे दमखम से राज्य का हिस्सा लेंगे गहलोत के इस बयान के बाद कांग्रेस में गुटबाजी बढ़ सकती है। सचिन पायलट खेमा एक बार फिर उनके खिलाफ सक्रिय हो सकता है। मीडिया से बात करते हुए गहलोत ने कहा कि मैंने पुलिस महानिदेशक को फ्री हैंड दिया है कि किसी भी जनप्रतिनिधि की गलत सिफारिश मानने की जरूरत नहीं है। चिटफंड कंपिनयों की धोखाधड़ी से सख्ती से निपटने की बात भी सीएम ने कही।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।गहलोत ने बयान देकर यह संदेश देने का प्रयास किया कि वे जनता की भावना के आधार पर सीएम बने हैं। लोकसभा चुनाव में हार को लेकर खुद पर लगाए जा रहे आरोपों के बीच गहलोत ने कहा कि विधानसभा में हमारी अच्छी जीत हुई। लेकिन लोकसभा चुनाव में हम हार गए, पूरे देश में हम हारे हैं। पूरे देश में हुई हार का असर राजस्थान में भी हुआ। पीएम नरेंद्र मोदी ने सेना, राष्ट्रवाद और धार्मिकता को मुद्दा बनाकर चुनाव लड़ा और लोगों ने भावनाओं में बहकर भाजपा को वोट दिया। मोदी सरकार के पास उपलब्धि के नाम पर कुछ भी नहीं था, केवल भावनाओं के आधार पर चुनाव लड़ा गया। चुनाव में भाजपा के प्रत्याशियों के बजाय मोदी के नाम को आगे किया गया।उन्होंने कहा कि केंद्र से राज्य के हिस्से का पूरा पैसा लेकर रहेंगे, अपना हिस्सा छोड़ने वाले नहीं हैं। पूरे दमखम से राज्य का हिस्सा लेंगे गहलोत के इस बयान के बाद कांग्रेस में गुटबाजी बढ़ सकती है। सचिन पायलट खेमा एक बार फिर उनके खिलाफ सक्रिय हो सकता है। मीडिया से बात करते हुए गहलोत ने कहा कि मैंने पुलिस महानिदेशक को फ्री हैंड दिया है कि किसी भी जनप्रतिनिधि की गलत सिफारिश मानने की जरूरत नहीं है। चिटफंड कंपिनयों की धोखाधड़ी से सख्ती से निपटने की बात भी सीएम ने कही।