अश्लील हरकतें और दुष्कर्म के आरोप में महिला ने एएसआई को पेड़ से बांधकर दी ये सजा
एएसआई का कहना भैंस चोरी के मामले की जांच के लिए पहुंचा और षड़यंत्रपूर्वक घर में बुलाकर मारपीट की चित्तौड़गढ़ जिले में एक सहायक उप निरीक्षक (एएसआई)को पेड़ से बांधकर उसके साथ मारपीट का वीडियो वायरल हुआ है। जिसे बाद में पुलिस ने मुक्त कराया।
By Priti JhaEdited By: Updated: Tue, 23 Mar 2021 12:52 PM (IST)
उदयपुर, संवाद सूत्र। चित्तौड़गढ़ जिले में एक सहायक उप निरीक्षक (एएसआई)को पेड़ से बांधकर उसके साथ मारपीट का वीडियो वायरल हुआ है। जिसे बाद में पुलिस ने मुक्त कराया। ग्रामीण महिला ने एएसआई पर दुष्कर्म का आरोप लगाया है, वहीं एएसआई का कहना है कि वह भैंस चोरी के मामले की जांच के लिए पहुंचा था और उसे षड़यंत्रपूर्वक घर में बुलाकर पेड़ से बांधा और मारपीट की। पुलिस अधीक्षक ने एएसआई को लाइन हाजिर करते हुए मामले की जांच माहिला पुलिस उप अधीक्षक को सौंपी है।
मिली जानकारी के अनुसार घटनाक्रम सोमवार का है तथा वायरल वीडियो में चंदेरिया थाने की घोसुंडा पुलिस चौकी के सहायक उप निरीक्षक श्यामलाल सुखवाल को ग्रामीणों ने पेड़ से बांध रखा है और वह पानी के लिए गिड़गिड़ाता नजर आ रहा है। वह भूख-प्यास लगने की गुहार लगा रहा है। परिवार ने बंधक रहते हुए उसे पीने को पानी भी दिया। उसे तब ही छोड़ा, जब पुलिस आई।
सहायक उप निरीक्षक सुखवाल का कहना है कि वह बार-बार बुलाने पर भैंस चोरी के मामले की जांच करने गया था। उसे गलत आरोप लगाकर बंधक बनाया व मारपीट भी की। उसने षडयंत्रपूर्वक बुलाकर मारपीट और राजकार्य में बाधा का मामला दर्ज कराया है। एएसआई का कहना है कि इस घटनाक्रम में पुलिस विभाग एक सब इंस्पेक्टर और उसके रिश्तेदार भी थे। इनसे जुड़े एक मामले में सच्चाई नहीं होने से मैंने एफआईआर लगा दी थी। इसलिए वे रंजिश रखते हैं।
इधर, ग्रामीण महिला ने एएसआई पर दुष्कर्म का आरोप लगाया है और बताया कि दो दिन से पहले भी एएसआई उनके घर आया और अश्लील हरकतें की। महिला की शिकायत पर एएसआई सुखवाल के खिलाफ छेड़छाड़ और दुष्कर्म का मामला दर्ज कर लिया गया है और पुलिस अधीक्षक ने उसे लाइन हाजिर कर दिया।पीड़ित महिला का कहना है कि तेरह मार्च को भैंस चोरी का मामला चंदेरिया थाने में दर्ज हुआ था। जिसकी जांच घोसुंडा चौकी के सहायक उप निरीक्षक सुखवाल को सौंपी गई थी। चोरी के मामले में शिकायतकर्ता ने अपने छोटे बेटे पर शंका जताई थी। पीड़िता का कहना था कि इस मामले में उसके बयान लिए जाने थे। उसके मजदूरी पर जाने की वजह से उसने एएसआई को सोमवार दोपहर बयान के लिए बुलाया था। घटनाक्रम के समय उसके ससुर नहा रहे थे और एएसआई ने उसके बच्चों को वहां से भगाकर उसके साथ दुष्कर्म किया। उसके बाद परिवारजनों ने उसे पकड़ लिया और आंगन में लगे नीम के पेड़ से बांधकर उसके साथ मारपीट की।
घटनाक्रम की जांच के लिए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हिम्मतसिंह देवल, पुलिस उप अधीक्षक कमल जांगिड़ तथा चंदेरिया थानाधिकारी अनिल जोशी जांच के लिए पहुंचे। पुलिस अधीक्षक दीपक भार्गव ने मामले की जांच महिला पुलिस उप अधीक्षक शाहना खानम को सौंपी है। मामले की जांच पूरी होने तक एएसआई को लाइन हाजिर कर दिया गया है।
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