Banswara को रेल लाइन से जोड़ा जाए, मानगढ़ धाम को राष्ट्रीय स्मारक का दर्जा मिले, CM गहलोत ने PM मोदी से की अपील
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री से आग्रह किया कि राज्य सरकार द्वारा हर यूनिवर्सल हेल्थ कवरेज के लिए ‘मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना शुरू की है। इस जनकल्याणकारी योजना का अध्ययन कराकर पूरे देश में लागू किया जाए ताकि हर वर्ग को निःशुल्क चिकित्सा सुविधा उपलब्ध हो सके।
By Jagran NewsEdited By: Vijay KumarUpdated: Tue, 01 Nov 2022 06:37 PM (IST)
बांसवाड़ा/जयपुर, डिजिटल डेस्क। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आदिवासी शहीदों को नमन करते हुए कहा कि भारत की स्वतंत्रता में आदिवासियों का बड़ा योगदान रहा है। उनका संघर्ष अकल्पनीय रहा है। यही वजह है कि मेवाड़-वागड की धरती और मानगढ़ धाम का गौरवशाली इतिहास स्वर्ण अक्षरों में लिखा गया है। यहां के इतिहास की जितनी खोज की जाए, उतनी नई कहानियां मिलेंगी। उन्होंने कहा कि आजादी में गोविंद गुरू की महत्वपूर्ण भूमिका को भारतीय कभी भी भूल नहीं सकते हैं। उन्होंने मानगढ़ धाम को राष्ट्रीय स्मारक का दर्जा देने की भी मांग की।
- स्वतंत्रता के लिए आदिवासियों का संघर्ष अकल्पनीय
- आदिवासियों का आजादी में रहा महत्वपूर्ण योगदान
- आजादी में गोविंद गुरू का योगदान देश कभी भी भूल नहीं पाएगा
- प्रधानमंत्री से आग्रहः मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना देश में करें लागू
आदिवासियों का आजादी की जंग में बड़ा योगदान
मुख्यमंत्री गहलोत मंगलवार को मानगढ़ धाम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत धूली वंदना कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। गहलोत ने कहा कि आदिवासियों ने आजादी के लिए जिस तरह से अंग्रेजों से लोहा लिया, वह हमारे देश का महान इतिहास है। पूरे देश में जिस तरह से जलियांवाला बाग की पहचान बनी है, उसी तरह मानगढ़ की तपोभूमि को पहचान मिली है। उन्होंने कहा कि मानगढ़ के आदिवासियों ने गुलामी की जंजीरों से मुक्त होने के लिए अपने प्राणों का बलिदान दिया। अन्य राज्यों में भी आदिवासियों का आजादी की जंग में बड़ा योगदान रहा है।
बांसवाड़ा में जनजाति विश्वविद्यालय खोला
मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के देश में लोकतंत्र की जड़ें मजबूत हैं। इसी से ही विश्व में भारतीयों का हमेशा सम्मान होता रहा है। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी के सानिध्य में देश ने आजादी की जंग लड़ी, पंडित जवाहरलाल नेहरू 10 वर्ष तक जेल में रहे तथा डॉ. भीमराव अम्बेडकर ने संविधान लिखा, उसी से हम प्रेरणा लेकर आगे बढ़ रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा आदिवासियों की शिक्षा के लिए बांसवाड़ा में जनजाति विश्वविद्यालय खोला गया है। साथ ही, प्रदेशभर में शिक्षा क्षेत्र में अनेक विकास किए जा रहे हैं। स्वास्थ्य सेवाओं में भी राजस्थान अन्य राज्यों की तुलना में आगे निकल गया है।बांसवाड़ा को रेलमार्ग से जोड़ा जाए
मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा बांसवाड़ा को रेलमार्ग से जोड़ने के लिए रेल मंत्रालय को 250 करोड़ रूपये राशि उपलब्ध कराई गई और भूमि भी चिन्हित कर ली गई। इसके बावजूद कार्य नहीं हो पाया है। इस कार्य को शीघ्र पूरा कराया जाए, ताकि आस्था और भक्ति के प्रमुख केंद्र पर लोगों का आवागमन सुगम हो सके।
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