राजस्थान की राजधानी जयपुर में पक्षियों के लिए अर्पाटमेंट की तरह बना पक्षीघर
पक्षी तीर्थ के नाम से बनाए गए अर्पाटमेंट की ऊंचाई 80 फीट है। इसमें 1300 घैरोंदानुमा फ्लैट्स बनाए गए हैं। इनमें से प्रत्येक में एक से दो पक्षी रह सकते हैं। कर्मचारी सुबह और शाम दोनों समय पक्षियों के लिए दाना-पानी का प्रबंध करते हैं।
By Priti JhaEdited By: Updated: Thu, 23 Jun 2022 02:10 PM (IST)
जयपुर, जागरण संवाददाता। राजस्थान की राजधानी जयपुर में एक ऐसा आकर्षक अपार्टमेंट जैसा पक्षीघर बनाया गया है जहां केवल पक्षी रह सकते हैं। छह मंजिला अर्पाटमेंट में घरौंदानुमा छोटे-छोटे फ्लैट बनाए गए हैं। प्रत्येक फ्लैट में पक्षियों के लिए दाना, पानी और अन्य आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाती है। पक्षी दिनभर विचरण कर के शाम के समय इन फ्लैट्स में आकर विश्राम करते हैं। कुछ पक्षियों ने तो यहां अंडे दिए हैं। जयपुर की पिंजरापोल गौशाला में बनाए गए फ्लैट्स में पक्षियों की सभी आवश्यक सुविधाओं का ध्यान रखने के लिए तीन कर्मचारी तैनात किए गए हैं।
मालूम हो कि कर्मचारी सुबह और शाम दोनों समय पक्षियों के लिए दाना-पानी का प्रबंध करते हैं। पक्षी तीर्थ के नाम से बनाए गए अर्पाटमेंट की ऊंचाई 80 फीट है। इसमें 1300 घैरोंदानुमा फ्लैट्स बनाए गए हैं। इनमें से प्रत्येक में एक से दो पक्षी रह सकते हैं।
पिंजरापोल गौशाला प्रबंध समिति के सदस्य राजू मंगोडीवाला ने बताया कि उज्जैन में पक्षियों के लिए घरौंदानुमा फ्लैट्स बने हुए हैं। इनके बारे में सुना तो जयपुर में भी पक्षियों के लिए इस तरह के आश्रय स्थल बनाने का मन में विचार आया। करीब करीब दो महीने पहले इनका निर्माण प्रारम्भ हुआ और अब ये बनकर तैयार हो गए । इनके निर्माण में ईंट, बजरी, सीमेंट आदि का उपयोग किया गया।
उन्होंने बताया कि पक्षी दिनभर विचरण कर के शाम के समय इन फ्लैट्स में आकर विश्राम करते हैं। कुछ पक्षियों ने तो यहां अंडे दिए हैं। मंगोडीवाला ने बताया कि यहां प्राकृतिक वातावरण में पक्षी सुरक्षित जीवन यापन कर रहे हैं। पक्षियोें के लिए दाना या तो जमीन पर डाला जाता है या फिर उनके आश्रय स्थल तक कर्मचारी पहुंचाते हैं।
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