राजस्थान में भारी बारिश से बीसलपुर बांध लबालब, खोले गए दो गेट; स्कूलों में भी छुट्टी घोषित
राजस्थान में लगातार हो रही तेज बारिश से अधिकतर नदी-नाले उफान पर हैं जन जीवन अस्त-व्यस्त है। इस दौरान पिछले तीन दिनों में 10 लोगों की मौत हो चुकी है। टोंक जिले में स्थित जयपुर-अजमेर की लाइफलाइन कहे जाने वाला बीसलपुर बांध लबालब हो गया है। इसके दो और गेट शनिवार को खोले गए। शुक्रवार को चार गेट खोले गए थे।
जागरण संवाददाता, जयपुर : राजस्थान में लगातार हो रही तेज बारिश से अधिकतर नदी-नाले उफान पर हैं, जन जीवन अस्त-व्यस्त है। इस दौरान पिछले तीन दिनों में 10 लोगों की मौत हो चुकी है। टोंक जिले में स्थित जयपुर-अजमेर की लाइफलाइन कहे जाने वाला बीसलपुर बांध लबालब हो गया है।
इसके दो और गेट शनिवार को खोले गए। शुक्रवार को चार गेट खोले गए थे। इस तरह बांध के कुल छह गेट खोलकर अब तक करीब 97 हजार क्यूसेक पानी बनास नदी में छोड़ा जा चुका है।
तीन गेट खोलकर हुई निकासी
धौलपुर में पार्वती बांध के तीन गेट खोलकर पानी की निकासी की जा रही है। इस बांध का जलस्तर 223.40 मीटर पहुंच गया है, जबकि भराव क्षमता 223.41 मीटर है। शनिवार को अजमेर के स्कूलों में अवकाश घोषित कर दिया गया। जयपुर में द्रव्यवती नदी का पानी सड़कों पर आ गया। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार नौ सितंबर के बाद प्रदेश में वर्षा की गतिविधियां कम होंगी।
मानसून में सामान्य से 56 प्रतिशत ज्यादा बारिश
जयपुर मौसम केंद्र के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि प्रदेश के उत्तर-पूर्वी हिस्से के ऊपर एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन (हवा और नमी का मिश्रण) बना हुआ है। इसी के साथ बंगाल की खाड़ी के ऊपर भी कम दाब का क्षेत्र बना हुआ है। इसके प्रभाव से पूर्वी राजस्थान के अधिकतर भागों में अगले दो-तीन दिन मानसून के सक्रिय रहने की संभावना है। बता दें कि प्रदेश में इस बार मानसून सीजन में सामान्य से 56 प्रतिशत अधिक वर्षा हुई है। एक जून से छह सितंबर तक औसत 395 एमएम की तुलना में 615 एमएम वर्षा हो चुकी है।