Rajasthan: ब्रिगेडियर भूपेश सिंह हाड़ा बने बूंदी के राजा
Rajasthan ब्रिगेडियर भूपेश सिंह हाड़ा ने रविवार को राजस्थान में बूंदी के हाड़ा राजपूत समाज के महाराव राजा के रूप में पदभार ग्रहण किया है। पाग समिति के प्रवक्ता अरिहंत सिंह को हाड़ा राजपूत कबीले के नए प्रमुख का चयन करने के लिए नियुक्त किया गया है।
By Sachin Kumar MishraEdited By: Updated: Sun, 12 Dec 2021 07:12 PM (IST)
जयपुर, एएनआइ। भारतीय सेना के विशेष अधिकारी एनएसजी के ब्रिगेडियर भूपेश सिंह हाड़ा ने रविवार को राजस्थान में बूंदी के हाड़ा राजपूत समाज के महाराव राजा के रूप में पदभार ग्रहण कर लिया है। इस मौके पर पाग समिति के प्रवक्ता अरिहंत सिंह को हाड़ा राजपूत कबीले के नए प्रमुख का चयन करने के लिए नियुक्त किया गया है। गौरतलब है कि घूमने के लिए राजस्थान भारत के बेहतरीन राज्यों में से एक है। जयपुर, उदयपुर, जैसलमेर, पुष्कर, अजमेर, राजस्थान के कुछ ऐसे शहर हैं, जिनके बारे में आपने काफी सुना होगा। जबकि बूंदी शहर का वातावरण अच्छा है। यहां के लोग मददगार हैं, खाना बेहद स्वादिष्ट और यहां करने के लिए काफी कुछ है। बूंदी में किसी हैरिटेज होटल में ही ठहरें, ताकि आपको इस इलाके को महसूस कर सकें।
बूंदी की रानी नाथावती जी ने सन 1699 में यह खूबसूरत बाओली बनवाई थी। राव राजा अनिरुद्ध सिंह ने अपनी पहली पत्नी के साथ बूंदी पर शासन किया था। उनके जीवन में उस वक्त बदलाव आए, जब राजा अनिरुद्ध सिंह ने अपने उत्तराधिकारी को पाने की इच्छा में राजकुमारी नाथावती जी से शादी की, क्योंकि उनकी पहली पत्नी उन्हें वारिस नहीं दे पाईं। शादी के बाद रानी नाथावती ने एक बेटे को जन्म दिया था, जिसे पहली रानी को सौंप दिया गया था। जिसकी वजह से रानी नाथावती का दिल टूट गया। अपने बेटे से दूर होने का दुख उन्हें बेहद था इसलिए उन्होंने अपना ध्यान मानवीय कामों में लगाना शुरू किया और बाओली आदि जैसी चीजें भी बनवाईं थीं। बूंदी के राजाओं ने कस्बों में बसे लोगों तक पानी पहुंचाने के लिए झीलें बनाईं थीं। नवल सागर पुराने शहर के मुख्य झील है और वहां पानी के देवता वरुण का आंशिक रूप से जलमग्न मंदिर है, जिसकी वहां पूजा की जाती है। जैत सागर एक और पर्यटन स्थल, जो बूंदी से थोड़ी दूर पर स्थित है।
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