Rajasthan: पिंकी मीणा के खिलाफ पेश चार्जशीट में इन कारनामों का हुआ खुलासा
Rajasthan राजस्थान में कंपनी से रिश्वत लेने वाली राजस्थान प्रशासनिक सेवा की अधिकारी पिंकी मीणा के खिलाफ राज्य भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने कोर्ट में चार्जशीट पेश कर दी है। इसमें पिंकी के कारनामों का खुलासा किया गया है।
By Sachin Kumar MishraEdited By: Updated: Wed, 24 Mar 2021 08:45 PM (IST)
जागरण संवाददाता, जयपुर। Rajasthan: हाईवे बनाने वाली कंपनी से रिश्वत लेने वाली राजस्थान प्रशासनिक सेवा की अधिकारी पिंकी मीणा के खिलाफ राज्य भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने कोर्ट में चार्जशीट पेश कर दी है। करीब 4000 पेज की चार्जशीट में पिंकी मीणा द्वारा दौसा जिले के बांदीकुई में उपखंड अधिकारी पद पर तैनात रहते हुए किए गए कारनामों का खुलासा किया गया है। इसमें कहा गया है कि कंपनी से वह प्रति एक किलोमीटर सड़क बनाने के लिए एक लाख की रिश्वत मांगी थी, नहीं देने पर निर्माण कार्य रोकने की धमकी दी थी। पहले उसने छह लाख रुपये मांगे लेकर बाद में यह रकम बढ़कर 10 लाख कर दी। रिश्वत की रकम उसने इसलिए बढ़ाई, क्योंकि दौसा के उपखंड अधिकारी पुष्कर मित्तल ने 10 लाख रुपये मांगे थे।
उसने कंपनी के प्रतिनिधि को धमकाते हुए कहा करोड़ों का काम कर रहे हो, 10 लाख तो देने ही होंगे। उसने रौब दिखाते हुए कहा अभी सीएम की वीसी में व्यस्त हूं, जल्दी फाइनल करो। नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया के भारत माला प्रोजेक्ट के तहत बनने वाले हाईवे बनाने वाली कंपनी से रिश्वत के खेल में मीणा व मित्तल के साथ दौसा के तत्कालीन पुलिस अधीक्षक मनीष अग्रवाल भी शामिल थे। ब्यूरो की जांच में खुलासा हुआ तो तीनों को जेल हुई। जेल से 10 दिन की जमानत पर छूटकर पिंकी मीणा ने एक न्यायिक अधिकारी के साथ विवाह किया। हालांकि पिछले सप्ताह उसे हाईकोर्ट से भी जमानत मिल चुकी है। वह अब जमानत पर जेल से बाहर है। मित्तल और अग्रवाल फिलहाल जेल में ही है। चार्जशीट के अनुसार, हाईवे निर्माण के लिए किसानों से अधिग्रहित की जाने वाली जमीन का मुआवजा पिंकी मीणा ने छह माह तक अटकाए रखा।
उसने कंपनी से रिश्वत लेने के साथ ही किसानों पर भी दबाव बनाया कि मुआवजे में से उसे भी हिसा दिया जाए। कंपनी से मुआवजे की राशि उसने इसलिए भी अटकाए रखी कि किसान संतुष्ट नहीं हो और काम शुरू नहीं हो सके। जिससे कंपनी को मजबूरन उसे रिश्वत देनी पड़े। पिंकी मीणा सहित मित्तल व अग्रवाल द्वारा लगातार परेशान किए जाने और रिश्वत के लिए दबाव बनाए जाने पर परेशान होकर कंपनी के अधिकारियों ने ब्यूरो में शिकायत की। ब्यूरो के महानिदेशक बीएल सोनी ने मामले की जांच कराई तो शिकायत सही निकली। वह कंपनी के उच्च अधिकारियों से बांदीकुई में काम देखने वाले अमित के माध्यम से रिश्वत लेना चाहती थी। ब्यूरो ने पिंकी मीणा व कंपनी के अधिकारियों के बीच रिश्वत की रकम को लेकर हो रही बातचीत को तीन बार रिकॉर्ड करने के साथ ही अन्य दस्तावेज भी जुटाए। ये सब चार्जशीट में पेश किए गए हैं।
पहली ही पोस्टिंग में मांगी रिश्वत पिंकी मीणा जयपुर जिले के चिथवाड़ी गांव की रहने वाली है। सरकारी स्कूल में शिक्षा लेने के बाद साल 2016 में राज्य प्रशासनिक सेवा की प्रतियोगिता परीक्षा पास की। उसके बाद इंटरव्यू में पास हुई और पिछले साल ही उसे बांदीकुई उपखंड अधिकारी पद पर पोस्टिंग मिली थी। उसने अपनी नौकरी की पहली पोस्टिंग में ही रिश्वत मांगना शुरू कर दिया। भारत माला प्रोजेक्ट के तहत दिल्ली-मुंबई हाईवे बनाने वाली कंपनी से रिश्वत मांगने के मामले में उसे इसी साल 13 जनवरी को गिरफ्तार किया गया था।
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