पायलट पर कांग्रेस और BJP की नजर, डोटासरा बोले: मिनट-मिनट में पार्टी बदलने वालों को जनता नहीं करती स्वीकार
कांग्रेस के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री के.सी.वेणुगोपाल प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा और पायलट समर्थक कृषि विपणन राज्यमंत्री मुरारी लाल मीणा ने पायलट द्वारा नई पार्टी के ऐलान को केवल अफवाह बताया है। राठौड़ ने कहा कि पायलट का जहाज आटो मोड पर उड़ रहा है।
जयपुर, जागरण संवाददाता। राजस्थान के पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के पिता स्व.राजेश पायलट की पुण्यतिथि पर रविवार को दौसा जिले के भंडाना में प्रार्थना सभा का आयोजन होगा। पिछले कई दिनों से रविवार को पायलट द्वारा नई राजनीतिक पार्टी बनाने की घोषणा करने के कयास कई दिनों से लगाए जा रहे हैं।
हालांकि कांग्रेस के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री के.सी.वेणुगोपाल, प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा और पायलट समर्थक कृषि विपणन राज्यमंत्री मुरारी लाल मीणा ने पायलट द्वारा नई पार्टी के ऐलान को केवल अफवाह बताया है।
पायलट समर्थक बड़ी संख्या में भीड़ जुटाने की तैयारी में
तीनों नेताओं ने कहा, पायलट कहीं नहीं जा रहे हैं। वे कांग्रेस में ही रहेंगे। पायलट ने अभी तक आधिकारिक तौर पर कोई बयान नहीं दिया है। पायलट समर्थक रविवार को बड़ी संख्या में भीड़ जुटाने की तैयारी में जुटे हैं। उधर पायलट के अगले कदम पर कांग्रेस में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत खेमा और भाजपा पूरी तरह से नजर बनाए हुए हैं। राज्य विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता राजेंद्र राठौड़ ने कहा, पायलट अगर अपने मुद्दों पर खड़े नहीं रहते हैं तो यही समझा जाएगा कि किस्सा कुर्सी का था।
राठौड़ ने कहा, पायलट का जहाज आटो मोड पर उड़ रहा है। कहां उतरेगा किसी को पता नहीं है। भाजपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अरूण चतुर्वेदी ने कहा,पायलट को गहलोत सरकार में हिस्सेदारी देने को तैयार नहीं है। अब तो संगठन से भी उन्हें दूर किया जा रहा है। ऐसे में पायलट कहीं के नहीं रह गए हैं। उन्हें अपना सम्मान बरकरार रखने के लिए उचित निर्णय करना चाहिए।
पार्टी बदलने वालों को जनता स्वीकार नहीं करती
राज्य में भर्ती परीक्षाओं के पर्चे लीक का मामला पायलट ने उठाया था अब तक गहलोत सरकार उनकी मांग पर ध्यान नहीं दे रही है। उधर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने सीकर जिले में आयोजित एक कार्यक्रम में किसी नेता का नाम लिए बिना कहा, मिनट-मिनट में पाला और पार्टी बदलने वालों को जनता स्वीकार नहीं करती है। नेताओं को एक जगह और पार्टी में रहकर जनता की सेवा करनी चाहिए।