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Rajasthan: कौन हैं टीका राम जूली? जो पहले दलित नेता के रूप में बने राजस्थान विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष

कांग्रेस आलाकमान ने राजस्थान विधानसभा चुनाव के नतीजों के एक महीने बाद नेता प्रतिपक्ष का चयन कर लिया है। अलवर ग्रामीण से विधायक टीका राम जूली को राजस्थान विधानसभा में कांग्रेस विधायक दल का नेता नियुक्त किया है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने जूली के नाम पर मुहर लगाई। टीका राम जूली दलित वर्ग से आते हैं। वह तीसरी बार विधायक बने हैं।

By Jagran News Edited By: Abhinav AtreyUpdated: Tue, 16 Jan 2024 08:51 PM (IST)
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टीका राम जूली को राजस्थान नेता प्रतिपक्ष की अहम जिम्मेदारी (फोटो, मेटा)
जागरण संवाददाता, जयपुर। राजस्थान में विधानसभा चुनाव के 42 दिन बाद कांग्रेस ने प्रतिपक्ष के नेता का फैसला कर लिया है। टीकाराम जूली प्रतिपक्ष के नेता होंगे। इस बारे में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की ओर से मंगलवार को आदेश जारी किया गया है। वहीं, गोविंद सिंह डोटासरा कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष बने रहेंगे।

आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए कांग्रेस ने दलित वर्ग के जूली को प्रतिपक्ष का नेता बनाया है। डोटासरा को प्रदेशाध्यक्ष पद पर बरकरार रखकर जाट वोट बैंक पक्का करने की कोशिश की गई है। जूली पिछली अशोक गहलोत सरकार में राज्यमंत्री थे।

आजादी के बाद पहली बार कोई दलित प्रतिपक्ष का नेता बना

जूली कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव जितेंद्र सिंह के निकट माने जाते हैं। आजादी के बाद राजस्थान में पहली बार कोई दलित प्रतिपक्ष का नेता बना है। उल्लेखनीय है कि प्रतिपक्ष के नेता को लेकर कांग्रेस में लंबी समय से खींचतान चल रही थी। गहलोत आदिवासी नेता महेंद्रजीत मालवीय और पूर्व मंत्री शांति धारीवाल में से किसी एक को प्रतिपक्ष का नेता बनवाना चाहते थे।

आलाकमान ने बीच का रास्ता निकाला

वहीं, कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव सचिन पायलट हरीश चौधरी के पक्ष में थे। डोटासरा भी प्रदेशाध्यक्ष पद से हटने पर प्रतिपक्ष के नेता बनना चाहते थे। ऐसे में कांग्रेस आलाकमान ने बीच का रास्ता निकालते हुए जूली पर दांव लगाया है।

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