राजस्थान में कांग्रेस विधायक पर दलित मजदूर से जूते चटवाने का लगा आरोप, कोर्ट के आदेश पर दर्ज हुआ केस
पुलिस उप अधीक्षक पर मुंह पर पेशाब करने का भी लगाया आरोप। कोर्ट के आदेश पर दर्ज हुआ केस पुलिस ने आरोपों को नकारा। पीड़ित व्यक्ति प्रदेश के सेवानिवृत पुलिस महानिदेशक नवदीप सिंह का कर्मचारी है। उधर पुलिस मुख्यालय ने शुक्रवार शाम बयान जारी कर मजदूर के आरोपों को मिथ्या व निराधार बताया है। वहीं विधायक गोपाल मीणा ने आरोप को गलत बताया है।
By Jagran NewsEdited By: Shashank MishraUpdated: Sat, 12 Aug 2023 12:32 AM (IST)
जयपुर, जागरण संवाददाता। राजस्थान में दलित उत्पीड़न की एक और घटना ने शर्मसार कर दिया है। जयपुर के जमवारामगढ़ में एक दलित मजदूर ने कांग्रेस विधायक गोपाल मीणा पर जीभ से जूते चटवाने और पुलिस उप अधीक्षक शिव कुमार भारद्वाज पर मुंह पर पेशाब करने का आरोप लगाया है। उसका कहना है कि पहले अपहरण कर पीटा गया और फिर विधायक और पुलिस उप अधीक्षक ने उसके साथ दुर्व्यवहार किया। कोर्ट के आदेश पर विधायक, पुलिस उप अधीक्षक सहित चार लोगों के खिलाफ पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज की है।
जमवारामगढ़ पुलिस थाने में दर्ज हुई थी रिपोर्ट
पीड़ित व्यक्ति प्रदेश के सेवानिवृत पुलिस महानिदेशक नवदीप सिंह का कर्मचारी है। उधर, पुलिस मुख्यालय ने शुक्रवार शाम बयान जारी कर मजदूर के आरोपों को मिथ्या व निराधार बताया है। 51 वर्षीय रवि नायक ने शिकायत में कहा है कि वह टोड़ालड़ी गांव में एक खेत को संभालता है। 30 जून की दोपहर वह पत्नी और एक अन्य साथी के साथ खेत में काम कर रहा था।
अचानक कुछ पुलिसकर्मी आए और उसे जबरन गाड़ी में डालकर विधायक के घर ले गए। वहां ले जाकर उसे एक कमरे में बंद कर दिया। इसके बाद पुलिसकर्मियों ने मारपीट की। कुछ देर बाद पुलिस उप अधीक्षक शिव कुमार भारद्वाज कमरे में आए और उसके मुंह पर पेशाब कर दिया। बाद में पुलिसकर्मी जबरन पकड़ कर विधायक के पास ले गए।
विधायक ने कहा, मेरे जूते जीभ से चाटने पर ही तुझे छोड़ा जाएगा। जान बचाने के लिए उसने विधायक के जूते चाटे। इसके बाद वह पुलिस के पास पहुंचा, लेकिन शिकायत नहीं ली गई। बाद में कोर्ट के आदेश पर 27 जुलाई को जमवारामगढ़ पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज हुई।
पूर्व डीजीपी नवदीप के इशारे पर दर्ज हुआ केस
पुलिस मुख्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि मुख्यमंत्री के आदेश पर विधायक और पुलिस उप अधीक्षक के विरुद्ध दर्ज हुई रिपोर्ट की जांच की गई तो आरोप गलत पाए गए। यह मामला सेवानिवृत्त पुलिस महानिदेशक नवदीप सिंह के इशारे पर दर्ज कराया गया है। नवदीप के विरुद्ध कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। एक मामले में उनको गिरफ्तार किया जा चुका है। नवदीप का 75 बीघा जमीन पर रह रहे आदिवासियों व दलितों के साथ विवाद चल रहा है।नवदीप ने उन्हें हटाने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस ने ऐसा नहीं होने दिया तो उन्होंने अपने कर्मचारी से असत्य आरोप लगवा दिए। विधायक और पुलिस उप अधीक्षक ने भी यह कहा कि जमीन विवाद में सही का पक्ष लिया तो नवदीप ने अपने कर्मचारी से रिपोर्ट दर्ज करवा दी।
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